प्यासी आंटी की पहली चुदाई

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हाय फ्रेंड्स में पवन शर्मा मेरी उम्र 20 साल है और में दिल्ली से हूँ मैने काफ़ी सेक्स स्टोरी पढ़ी है ये स्टोरी तब की है जब में 18 साल का था और मेरे 12 वी बोर्ड के एग्जाम ख़त्म हुये थे रिज़ल्ट आने मे कुछ महीने थे तो मैने सोचा तब तक कंप्यूटर कोर्स कर लूँ मैने अपने घर के पास एक इन्स्टिट्यूट का नाम सुना था वो जगह बड़ी नही थी लेकिन घर के पास होने के कारण मेने वहा जॉइन कर लिया मेरा मॉर्निंग में फर्स्ट बेच था फर्स्ट दिन में जब वहा गया तो देखा की वहा 4 लड़के थे और इन्स्टिट्यूट के सर (जो की मुस्लिम है) एक हफ़्ता नॉर्मल चला नेक्स्ट दिन जब में इन्स्टिट्यूट गया तो देखा की वहा एक लड़की बैठी है.

मुझे लगा की कोई नयी लड़की होगी सर आये नही थे। और कोई और वहा पर था नही। तो मेने सोचा अच्छा मौका है में लड़की के पास गया और उससे पूछा की आर यू न्यू हियर उसने कहा की वो इन्स्टिट्यूट के सर की वाइफ है और कभी-कभी यहा पढ़ाने आती है उसने मुझसे पूछा की तुम्हे पहले यहा देखा नही है तो मेने कहा की में यहा नया हूँ अभी एक हफ़्ता ही हुआ है और ये कह के में अपनी जगह बैठ गया लेकिन आई वाज़ रियली शॉक्ड क्योकी वो काफ़ी छोटी लग रही थी कुछ दिन नॉर्मल चले सर के साथ कभी-कभी उनकी वाइफ भी आ जाती थी पढ़ाने हमे शी वाज़ रियली सेक्सी.

फिर एक दिन सर ने हमे बताया की वो कुछ काम से एक हफ्ते के लिये अपने गावं जा रहे है और उनकी वाइफ हमे पढायेगी उस हफ्ते मे आइ वाज़ रियली हैपी और में घर जाकर प्लानिंग करने लगा की क्या किया जाये में इतना अच्छा मौका हाथ से छोड़ना नही चाहता था नेक्स्ट दिन में सुबह जल्दी पहुँच गया इन्स्टिट्यूट, वहा पर सर की वाइफ अकेले बैठी थी जेसा की मेने सोचा था मेने उन्हे हाय कहा तो उन्होने पूछा की तुम काफ़ी जल्दी आ जाते हो इन्स्टिट्यूट और स्माइल दी मेने भी स्माइल देते हुये कहा की में घर पर बोर हो जाता हूँ यहा मेरा अच्छा टाइम पास हो जाता है फिर उन्होने बताया की में भी घर पर बोर हो जाती हूँ और बताया की सर और वो यहा पर अकेले रहते है बिना पेरेंट्स के.

मेने स्माइल देते हुये उन्हे कहा की लेकिन आप काफ़ी छोटे लगते हो सर से उम्र मे तो उन्होने बताया की वो 22 साल की है और सर 29 साल के है फिर मेरे साथ के स्टूडेंट आ गये और में अपनी जगह पर जा कर बैठ गया मेने उस दिन नोटीस किया की वो मुझे काफ़ी देख रही थी में काफ़ी खुश था की मेने जल्दी ही कुछ प्रोग्रेस कर ली फिर नेक्स्ट दिन में 1 घंटा पहले इन्स्टिट्यूट पहुँच गया इन्स्टिट्यूट बंद था 5 मिनिट के बाद सर की वाइफ आ गयी तो वो मुझे डोर से देख कर ही मंद मंद हंसने लगी शायद वो मेरी इंटेन्शन समझ रही थी हम अंदर गये थोड़ी बहुत बातो के बाद मेने सर की वाइफ से कहा की मेरा लेपटॉप वाइरस की वजह से प्रोब्लम कर रहा है और उसे फॉर्मॅट मारने की ज़रूरत है नही तो कही प्रोब्लम ज्यादा ना बड़ जाये मेने कहा की मुझे फॉर्मॅट मारना आता नही है और मेरे पास विंडोस की सी.डी भी नही है क्या आप मेरी हेल्प कर दोगी.

उन्होने कहा की विंडोस की सी.डी उनके घर पर है जो की इन्स्टिट्यूट से 10 मिनिट की दूरी पर है मेने कहा ठीक है फिर आपके घर ही आ जाऊंगा अगर आपको कोई ऐतराज नही है तो उन्होने स्माइल देते हुये कहा की कोई प्रोब्लम नहीं है और बताया की दिन मे 12 से 4 उनका इन्स्टिट्यूट क्लोज़ रहता है और उस टाइम पर वो घर जायेगी मेने कहा ठीक है में 12 बजे इन्स्टिट्यूट से अपना लेपटॉप ले कर आ जाऊंगा 12 बजे जब सर की वाइफ इन्स्टिट्यूट से बाहर निकली तो वो इधर उधर देख रही थी में भी जानबूझ कर पास की शॉप के अन्दर छुप कर उनका रियेक्शन देख रहा था फिर जब वो लॉक लगा रही थी में वहा पर पहुँच गया फिर उन्होने मुझे जब देखा तो स्माइल देते हुये कहा की मुझे लगा कही तुम नहीं आ रहे हो.

मेने कहा आना तो मुझे था ही ज़रूरी काम जो है मुझे लेपटॉप जो ठीक करवाना है वो मंद-मंद मुस्कुराने लगी अब मुझे क्लियर था की उनके घर मे अब क्या-क्या ठीक होगा घर पहुंच के उन्होने कहा की में काफ़ी थक गयी हूँ में शावर ले कर आती हूँ तुम बैठो मेने सिर्फ़ स्माइल दी कुछ नहीं कहा 5 मिनिट के बाद जब वो बाहर निकली तो उन्होने घर की ड्रेस पहन रखी थी और वो टावल से बालो को झाड़ रही थी में बस उन्हे घूरे जा रहा था मेने कहा की यू आर रियली गॉर्जियस उन्होने कुछ नहीं कहा बस मुझे देख कर स्माइल पास करने लगी में थोड़ा नर्वस था लेकिन हिम्मत करके में उठा और उनके पास गया मेने देखा की वो भी काफ़ी नर्वस है मेने हिम्मत करके उनके गाल पर हाथ रखा उन्होने कुछ नहीं कहा फिर में उन्हे किस करने लगा 5 सेकेण्ड के बाद मेने किस रोक दी तो देखा उनकी आँखे बंद थी.

फिर उन्होने आँखे खोली और आगे बड़ के मुझे किस करने लगी में भी उन्हे किस करने लगा ये मेरा फर्स्ट टाइम था तो मेरी खुशी चरम सीमा पर थी की मेरा फर्स्ट अटेंप्ट सक्सेस्फुल रहा और में थोड़ी देर मे ही अपनी वर्जिनिटी लूज़ कर दूंगा फिर में उन्हे गालो पर नेक पर चूमने लगा वो भी सिसकारिया लेने लगी मेरे से और कंट्रोल नहीं हो रहा था में उनके कपड़े उतारने लगा उनका टॉप उतारने के बाद मेरी नज़र उनकी चूचीयों पर गयी उन्होने ब्रा नहीं पहनी थी में पागलो की तरह उनके ब्रेस्ट को चूसने और साथ-साथ हाथो से मसलने लगा फिर मेने चूसते- चूसते अपने हाथ उनके सलवार पर डाला और सलवार निकाल दिया उन्होने पेंटी भी नहीं पहनी थी इससे में समझ गया की इनके अंदर कितनी आग है सेक्स के लिये की वो शावर के बाद अंदर से कुछ पहन के नहीं आई और वो भी जानती थी मेरी इंटेन्शन स्टार्टिंग से मेने फिर अपनी उंगली उनकी चूत पर डाली जो की बहुत ही ज्यादा गीली थी गीली होने की वजह से वो आसानी से अंदर चली गयी.

मेने देखा की उनका छेद काफ़ी बड़ा है और मेरी एक उंगली से उनको कुछ नहीं होगा मे अपनी मिड्ल की दोनो उंगली उनकी चूत मे अंदर बाहर करने लगा अब वो ज़ोर-जोर से सिसकारिया लेने लगी में उन्हे अब पागलो की तरह किस करने लगा थोड़ी देर इस पोज़िशन मे रहने के बाद उन्होने कहा की उन्हे नीचे बहुत खुजली हो रही है में समझ गया की वो मेरे लंड की मांग कर रही है मेने जल्दी-जल्दी अपने कपड़े निकाले बस अब मेरा अंडरवेयर रह गया था जो की टेंट की तरह खड़ा हो रहा था उनसे रहा नहीं जा रहा था उन्होने मेरा अंडरवेयर नीचे करके मेरे लंड को अपने हाथ मे कस कर पकड़ा और उसे चूसने लगी अब में भी उनकी चूत चाटने लगा.

थोड़ी देर बाद उन्होने कहा की उनसे और नहीं रहा जा रहा है वेल मेरा ड्रीम था की जब में फर्स्ट टाइम सेक्स करूँ तो मेरा फर्स्ट स्टाइल खड़े हो कर सेक्स करने वाला हो जिसमे में खड़ा रहूँ और उन्हे अपनी गोदी मे उठाकर सेक्स करूँ उनका वेट ज्यादा भी नहीं था तो ये स्टाइल मेरे लिये आसान था मेने उनका लेफ्ट पैर अपने राइट शोल्डर पर रखा और उनका राइट पैर अपने लेफ्ट शोल्डर पर रखा और उन्हे कहा की वो अपने दोनो हाथो से मुझे मेरी गर्दन से कस के पकड़ ले फिर मेरे कहे मुताबिक उन्होने वही किया और में उन्हे उठा-उठा के सेक्स करने लगा लेकिन इस पोज़िशन में यह प्रोब्लम आ रही थी की जब मेरा लंड फिसला जा रहा था उनकी चूत से तो डालने मे थोड़ी मेहनत लग रही थी क्योकी इस स्टाइल मे हमारे हाथ एक दूसरे से काफ़ी टाइट बंदे थे लेकिन हमारा मज़ा चरम सीमा पर था.

फिर थोड़ी देर बाद उन्होने कहा की वो लेट के सेक्स करना चाहती है तो मेने उसी पोज़िशन मे उन्हे अपने उपर लेटा दिया अब वो मेरे उपर थी में बिल्कुल सीधा लेटा हुआ था और में जांघे उठा-उठा कर अपने लंड को उनकी चूत के अंदर डाल रहा था और साथ-साथ उनके बूब्स मसलते-मसलते उन्हे चूस रहा था फिर काफ़ी देर मे में झड़ने की सीमा पर पहुँच गया और झड़ गया लेकिन मेरी हवस अभी ख़त्म नहीं हुई थी मेने उन्हे मेरे लंड को चूसने को कहा थोड़ी देर मे वो खड़ा हो गया और फिर हम अलग-अलग स्टाइल मे सेक्स करने लगे. मेरी कहानी को अपना कीमती समय देने के लिए