https://hothindisexstory.com Mon, 13 Nov 2017 22:15:12 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=5.4.2 106729509 देशी भाभी चूत चुदाई फोटो https://hothindisexstory.com/%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a5%80-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%a4-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%ab%e0%a5%8b%e0%a4%9f%e0%a5%8b/ Mon, 13 Nov 2017 22:13:04 +0000 https://hothindisexstory.com/?p=10808 देशी भाभी चूत चुदाई फोटो, देसी औरत की नंगी फोटो और कोलेज मे लड़की की गांड की चुदाई। Desi girl boobs, hot desi boobs fucked before marriage pics, बिग बूब्स देहाती आंटी फोटोज। I uploaded here Best sexy tamil girls nude HD collection cause indian like moti gand wali sexy hot images. गाँव मे गैग […]

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]]> 10808 लडकी की बुर फाड़ चुदाई https://hothindisexstory.com/%e0%a4%ac%e0%a5%81%e0%a4%b0-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a5%9c-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%88/ Mon, 13 Nov 2017 21:42:11 +0000 https://hothindisexstory.com/?p=10804 मेरा नाम काजल है, मैं 22 साल की हु और मेरा भाई रणवीर 21 साल का है. हम दोनों कानपूर में रहते है, घर में हम दोनों के अलावा सिर्फ मेरे मम्मी पाप रहते है. पापा रेलवे में नौकरी करते है और माँ मेरी टीचर है. वो दोनों अभी मां जी के यहाँ गए है, […]

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]]> मेरा नाम काजल है, मैं 22 साल की हु और मेरा भाई रणवीर 21 साल का है. हम दोनों कानपूर में रहते है, घर में हम दोनों के अलावा सिर्फ मेरे मम्मी पाप रहते है. पापा रेलवे में नौकरी करते है और माँ मेरी टीचर है. वो दोनों अभी मां जी के यहाँ गए है, घर में हम दोनों भाई बहन ही थे, आज मैं आपको अपनी ये कहानी सूना रही हु, मेरा भाई अपने बर्थडे गिफ्ट में मेरी चूत मांग ली, और मुझे मजबूरी में उसको देना पड़ा, मैंने कभी इसके पहले सेक्स नहीं किया था, पर नौबत ही ऐसी आ गई थी की मुझे चुदना पड़ा और वो भी अपने भी सगे भाई से बुर फाड़ चुदाई. जब मेरा छोटा भाई रणवीर का बर्थडे था.

आपको तो पता है माँ पापा उस दिन नहीं थे, सुबह सुबह मेरा भाई उठा तो मैं उसके लिए एक बड़ा सा केडबरी का सिल्क चॉकलेट दी और उसको हैप्पी बर्थडे कहा, उसने थैंक्स कहा पर उसने चॉकलेट नहीं लिया, मुझे लगा की शायद मम्मी पापा नहीं है यहाँ इसलिए उससे अच्छा नहीं लग रहा है. मैं उसको बोली की मैं अभी पापा से बात कराती हु, उसने कहा नहीं नहीं कोई जरूरत नहीं है. पापा को तो मैं अभी फ़ोन कर लूंगा. तो मैंने कहा यार मैंने तेरे लिए कितनी मुश्किल से ये चॉकलेट मंगबाई थी और तुमने मना कर दिया.

तो रणवीर बोला, मैं ये नहीं ले सकता, मैं तो इससे काफी बड़ा गिफ्ट लूंगा.मैंने कहा अभी ले ले, फिर तू जो बोलेगा वो दे दूंगी पर मांगना जो मेरे वश का हो, जो मैं दे पाऊं, वो बोला मंजूर है. दीदी मैं ऐसा कुछ भी नहीं मांगूंगा, जो आपके पास नहीं होगा. आपके पास है इसलिए मैं आपसे कह रहा हु, मैंने कहा ठीक है अगर मेरे पास कुछ है तो मैं जरूर दूंगी. वो खुश हो गया. और मुझे अपने सीने से लगा लिया, मैंने कहा अरे रे रे ऐसा भी खुश होने की क्या जरूरत, तो वो बोला कैसे नहीं खुश ही, मुझे वो मिलेगा जिसका मुझे इन्तजार है. तो मैंने भी कह दिया ठीक है बाबा दूंगी. और फिर वो चॉकलेट ले लिया खुद भी खाया और मुझे भी खिलाया. दिन भर वो बहूत खुश था. मैं समझ नहीं पा रही थी की इतनी ख़ुशी का कारण क्या है. पर जो भी हो मेरा भाई खुश था तो मैं भी बहूत खुश थी.

शाम को मैं और मेरा भाई और मेरी चचेरी बहन तीनो बाहर गए माल घूमे, और बाहर ही रणवीर ने हम दोनों को कहना खिलाया और हम दोनों को भी गिफ्ट दिया, बाद में गोलगप्पे और आइसक्रीम कहते हुए घर पहुचे, रात के करीब नौ बज चुके थे. मैंने रणवीर से पूछी की रणवीर तुम अभी तक नहीं बताये हो तुम्हे क्या चाहिए, यार अब तो बता दो. मेरा भाई मेरे सामने खड़ा हो गया. और वो मुझे निहार रहा था घबरा गया था. उसके पसीने निकलने लगे. मैंने कहा रणवीर तू ठीक तो है. वो चुपचाप रहा, मुझे डर लग गया की आखिर वो इतना डरा हुआ क्यों है. मैंने फिर पूछा रणवीर क्या हुवा, तुम्हारी तबियत तो ठीक है. वो बोला हां. उसने कहा दीदी वक्त आ गया है आपको आपका अपना वादा निभाने का. मैं पूछी हां बोल तुम्हे क्या चाहिए.

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रणवीर थरथराते होठों से कहा. मुझे आपका चूत चाहिए, मुझे लगा की वो बूट कह रहा है. मैंने कहा तू मेरा बूट क्या करेगा. उसने कहा मुझे बूट नहीं मुझे आपका चूत चाहिए. मैंने कहा उसने कहा हां, मैं आज आपसे सेक्स करना चाहता हु, मेरी ये बर्षों की तमन्ना है. मैंने कहा पागल हो गया है. तुम्हे शर्म नहीं आई ऐसी बात अपने बहन से बोलने के लिए. तुम ऐसा बोल कैसे दिया. तुम कितना बदतमीज है. कोई अपने बहन के साथ सेक्स करता है क्या? उसने कहा क्या आप नहीं देना चाहती हो? मैंने कहा नहीं, वो बोला फिर क्यों बोला की जो मेरे पास होगा उसके लिए मना नहीं करुँगी.

तो मैंने कहा तू पागल है तू अपने बहन का जिस्म मांग रहा है. मैं कैसे दे दू. कोई ऐसा करता है क्या. उसने कहा मेरे दो दोस्त ऐसे है जो रोज अपने बहन के साथ सेक्स करते है और एक तुम हो जो अपने भाई को खुश नहीं देखना चाहते,ये कहानी आप नीऊ चुदाई की कहानी डॉट कॉम पर पड़ रहे है।मैंने कहा मुझे ऐसा भाई नहीं चाहिए. इतना कहते ही वो अपने कपडे फाड़ दिया. वो इधर उधर भागने लगा. वो अपना सर दीवाल से टकराने लगा, वो कह रहा था आज मैं मर जाऊंगा. मुझे डर लगने लगा. मुझे लगा की वो सचमुच में कुछ कर लेगा. मैंने कहा भाई तू ऐसा मत कह. तो वो बोला आज से मैं तेरा भाई नहीं हु, मैंने रोने लगी. तो वो बोला अभी आँशु दिखती है.

तुम्हे सच में अपने भाई पे तरस नहीं है नहीं तो तू मना नहीं करती, दोस्तों वो रोने लगा. मुझे लगा की कही वो कुछ कर ना ले क्यों की माँ और पापा भी घर पे नहीं थे.मैंने कहा ठीक है जैसा तू चाहता है वैसा ही करुँगी. और उसने तुरंत ही मेरे सर को पकड़ कर मेरे होठ पे किश करने लगा. मैंने चुचाप खड़ी थी. और वो मेरे होठ को चूस रहा था. उसके बाद उसने कहा क्या तुम ऐसे ही मूर्ति के तरह खड़ी रहोगी. मैंने घूर कर देखा और बोली जो तुम्हे चाहिए वो मिल रहा है ना, अब बकवास करने की जरूरत है. उसने मेरा हाथ पकड़ा और मुहे बैडरूम में ले गया, उसने थरथरते हुए हाथों से मेरा नाडा खोल दिया और फिर ऊपर का पकड़ा निकालने लगा.

तभी मेरा हुक मेरे बाल में फास गया वो बहूत ही जल्दी कर रहा था. मैंने कहा जल्दी क्यों कर रहा हैं, मैं कही भाग रही हु, फिर मैं अपना कपड़ा उठा दी मैं अब सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी. उसने पहले मेरे ब्रा को उतार कर मेरे बूब्स पे चूम और फिर मेरे पेंटी को उतार कर मेरे चूत को सूंघ और फिर चूमा, उनके बाद वो बेडके निचे से एक डब्बा निकाला, उसमे एक ब्रा और पेंटी था रेड कलर का. वो डिज़ाइनर था, चूत के पास झिल्लीदार कपड़ा था और चूच के पास पारदर्शी था, उसने मुझे खुद से पहनाया, और फिर मुझे बेड पर लिटा दिया, और फिर उसने मुझे एक अंगूठी दी जो की सोने की थी. मैंने कहा अरे तू ये सब कहा से लाया तो वो बोला क्यों मैं ट्यूशन पढ़ाता हु, ये मेरे कमाई के पैसे है.मुझे उसपर प्यार आ गया, और मैंने उसको अपने बाहों में भर लिया और चूमने लगी.



वो मुझे भी चूमने लगा. अब मुझे उसका स्पर्श अच्छा लगने लगा. वो बहूत देर तक मेरे जिस्म से खेलता रहा, मेरे ब्रा को ऊपर से चूमता मेरी पेंटी को चूमता, ये सब करते करते मेरे तन बदन में आग लग गई. मेरी चूत गीली हो गई, मुझे बहूत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था. ये कहानी आप नीऊ चुदाई की कहानी xxx kahaniya com पर पड़ रहे है।मैंने उसके लैंड को पकड़ा तो वो काफी मोटा और लंबा था, मुझे वो लैंड चाहिए थी, मैंने खुद से उसके लैंड को अपने मुह में ले लिया और चूसने लगी. वो आह आह आह करने लगा.रणवीर बोला की दीदी अब मुझे मत तड़पाओ, और उसने फिर से मेरे ब्रा और पेंटी को उतार दिया और मेरे चूत पे अपना लंड रख कर, घुसाने लगा.

पर अंदर जा नहीं रहा था. वो ठीक से लगा नहीं रहा था, मुझे दर्द हो रही थी. फिर मैंने खुद से उसके लंड को अपने चूत पे सेट की और मैंने उसको डालने के लिया बोली. और वो कामयाब हो गया, पर मैं परेशां हो गई मेरी चूत फट चुकी थी. मुझे काफी ज्यादा दर्द हो रहा था, मैं बैचेन थी. वो धीरे धीरे अपने लंड को मेरे चूत में अंदर बाहर करने लगा. मैंने धीरे धीरे मजे लेने लगी. मेरी चूत काफी गीली हो जाने की वजह से छोटे से छेद में भी उसका लंड अब आने जाने लगा. मैं उसके ऊपर चढ़ गई और अपना चूच उसके मुह में रगने लगी. वो खूब मजे ले रहा था और मैं भी तृप्त हो रही थी.

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]]> 10804 गांव वाली भाभी को चोदा हिंदी सेक्स स्टोरी https://hothindisexstory.com/gaavo-ki-sex-story-hindi/ Mon, 15 May 2017 18:46:43 +0000 https://hothindisexstory.com/?p=10536 हाय दोस्तों में सेंडी Kamukta मेरी उम्र 22 साल है मे मुंबई (दादर) मे रहता हूँ मेने इसकी सारी कहानियां पढ़ी है आज मे अपनी एक कहानी gaavo ki sex story लिख रहा हूँ पसंद आये तो रिप्लाई ज़रूर करना यह बात आज से 3 महीने पुरानी है क्रिसमस की छुट्टी थी और मेरे दोस्त […]

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]]> हाय दोस्तों में सेंडी Kamukta मेरी उम्र 22 साल है मे मुंबई (दादर) मे रहता हूँ मेने इसकी सारी कहानियां पढ़ी है आज मे अपनी एक कहानी gaavo ki sex story लिख रहा हूँ पसंद आये तो रिप्लाई ज़रूर करना यह बात आज से 3 महीने पुरानी है क्रिसमस की छुट्टी थी और मेरे दोस्त (रवि) के घरवाले उनके गावं मुझे भी ले गये थे मुझे गावं मे अच्छा लगता है तो हम रात की गाड़ी बेठे और दोपहर को उनके छोटे से गावं मे पहुँच गये हम सिर्फ़ 3 लोग ही गये थे मे रवि की माँ और पापा उनके गावं के घर मे सिर्फ़ उनका चचेरा बेटा और उसकी वाइफ ही रहती थी उनकी उम्र करीब 35-38 साल होगी और क्या गजब का फिगर था 40-39-42 उनके बूब्स तो बड़े बड़े मुझे तो ऐसा लग रहा था की अभी जाकर उनके बूब्स ज़ोर ज़ोर से दबाऊँ और चूस चूस के उनका सारा रस पी जाऊं भाभी काफ़ी फ्रेंकली थी.

मेरी उनसे झट से दोस्ती हो गई मे अब उनके साथ खेत मे भी काम करने जाता था एक दिन मे और भाभी अकेले ही खेत पर काम कर रहे थे तब भाभी काम मे इतनी व्यस्त थी की उनको पता नही था की उनकी साड़ी का पल्लू नीचे गिरा है और उनके बूब्स जैसे ब्लाउज फाड़कर बाहर आना चाहते है मेरा सारा ध्यान उनके बूब्स पर था कुछ देर बाद भाभी ने मेरी नज़र को समझा की में उन्हें देख रहा हूँ और उन्होने कुछ नही कहा और ऐसे ही काम कर रही थी फिर हम दोपहर को खाना खा रहे थे.

तब भाभी ने जानबुझ कर अपनी साड़ी का पल्लू नीचे गिराया और मुझे अपने बूब्स दिखा रही थी मेरा तो लंड अब जागने लगा था और मेरी हाफ पेन्ट में से साफ दिख रहा था और भाभी भी मेरे खड़े लंड को चोरी से देख रही थी खाना खाने के बाद भाभी ने मुझे कहा की मेरी कमर मे ज़रा दर्द हो रहा है की तुम दबा दोगे क्या?’ मेने हाँ क़ह दी और भाभी को लेटने को कहा भाभी लेट गई और मे उनके बाजू मे बेठ कर उनकी आधी नंगी पीठ और कमर पर दबाने लगा मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था अब मे सोचने लगा की कैसे भाभी को चोदू फिर भाभी बोली ज़रा ठीक से दबाओ ना अब मे उनके उपर बेठा और कमर को दबाने लगा.

ऐसा करने से मेरा लंड उनकी गांड को टच हो रहा था और मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था और भाभी भी मज़ा ले रही थी और अपनी आँखे बंद करके अपना निचला होठ दांतों मे दबा रही थी अब मेरा लंड पूरा उनकी गांड मे रगड़ लगा रहा था और भाभी भी अब गर्म हो गई थी मेने अब धीरे धीरे अपना हाथ उनकी कमर से होते हुये पीठ पर ले गया और पीठ को दबाने लगा और नीचे उनके बूब्स मेरी उंगलियों को टच हो रहे थे अब भाभी पूरी गर्म हो गई थी और मे भी फिर मेने हिम्मत करके उनके बूब्स को ज़ोर से दबाया भाभी के मुँह से सिसकारी निकली आआआहह ज़रा आराम से दबाओ ना? अब मे समझ गया की भाभी भी चुदवाना चाहती है तब मेने उनको सीधा किया और उनके बूब्स को दबाने लगा और उनके लिप पर किस करने लगा उनको किस नही आ रहा था पर मे फिर भी किस कर रहा था.



थोड़ी देर बाद मेने उनका ब्लाउज निकाल दिया और उनके बड़े बड़े बूब्स मेरे सामने आज़ाद हो गये मे पागलो की तरह उन्हे देख रहा था और भाभी बोली सिर्फ़ देखोगे या इनका रस भी पीओगे कहते ही मेरे सर को अपने बूब्स पर दबाने लगी मे अब उनकी एक बूब्स को मुँह मे लेकर चूसने लगा और दूसरे को एक हाथ से दबाने लगा क्या मस्त स्वाद था ऐसा लग रहा था की छोड़ मत इन्हें और भाभी तडपती और कहती हाहहआ और ज़ोर से चूस राजा बड़ा मजा आ रहा है हाईईईई हाँ और मेरे सर को और ज़ोर से अपने बूब्स पर दबाने लगी करीब 10 मिनिट से में उनके बूब्स को चूस रहा था इस दोरान मेने उनकी साड़ी निकाल दी और अब वो मेरे सामने पेटीकोट मे थी और मे उनके पेटीकोट के उपर से ही उनकी चूत को चोदने लगा.

अब उनकी चूत पूरी तरह गीली हो गई थी अब मेने उनको पूरा नंगा कर दिया और उनको खड़ा कर दिया अब भाभी की चूत मेरे सामने थी मेने चूत पर किस की तो उन्होंने आहे भरी और बोली ये क्या कर रहे हो राजा अब मे उनके दाने को दातो से दबाने लगा और एक उंगली उनकी चूत मे डालने लगा उनकी चूत पानी छोड़ रही थी और भाभी हाह्ह्ह्ह मेरी जान क्या कर रहे हो पागल करेगा क्या हाईईइ बड़ा मजा आ रहा है मेरे लाल और चूसो मेरी चूत को हाआअ और जोर से मेरा पानी निकलने वाला है हाँ और हाह्ह्हआ मे आईईईईई बल्ल्लम और कहते ही झड़ गई और हाफ़ने लगी और मुझे उपर खीच के बोली हाईईईई इतना मज़ा तो मुझे पहली रात मे भी नही आया था कहा से सीखा.

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कहते ही मेरे लंड को पेन्ट के उपर से ही सहलाने लगी और मुझे झट से नंगा कर दिया भाभी अभी झड़ी थी इस वजह से अब मेने उनको फिर से गर्म करने के लिये उनकी चूत को सहलाने लगा और बूब्स को चूसने लगा अब भाभी भी गर्म हो गई थी मेने उनको मेरे लंड को चूसने कहा तो उन्होने मना कर दिया मेने कोई जबरदस्ती नही की और उनके खड़े होते ही अपना लंड उनकी चूत के दरवाजे पर रखा और रगड़ने लगा भाभी बोली अब डाल भी दो क्यो तडपा रहे हो और खुद ही मेरे लंड को पकड़ के चूत पर रखा और मुझे धक्का देने को कहा मेने एक ज़ोरदार शॉट मारा और मेरा आधे से ज्यादा लंड उनकी चूत मे चला गया और वो बोली हाईईइ क्या धक्का मारा है.

ऐसे ही धक्के मारो मेरे लाल और मेने दूसरा धक्का और तेजी से मारा और मेरा पूरा का पूरा लंड उनकी चूत मे चला गया और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा करीब 7 मिनिट के बाद भाभी को और मज़ा आने लगा और वो बोल रही थी हाह्ह्हअ जोर ज़ोर से मेरे राजा मार और मार मिटा दे इस रानी की खुजली हाँ मारे जा क्या मस्त चोदता है तु ऐसा तो कभी मेरे पति ने भी नहीं चोदा मुझे हाँ मेरे लाल मार अपनी दोस्त की भाभी की चूत हाँ मेरे लाल में झड़ने वाली हूँ हाँ और जोर से कहते ही झड़ गई पर मे झड़ा नही था मेने उनको घोड़ी बनने को कहा और अपने लंड को उनकी गांड के छेद पर रखा और ज़ोरदार शॉट मारा की भाभी चीख निकल गई हरामी क्या गांड फाड़ेगा मेरी आराम से मार हाईईई दया मुझे तो मारररर ही डाला रे.

अब मे उनकी गांड को ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा मेरा अब निकलने वाला था तो मेने उनको पूछा की कहा निकालु तो वो बोली मेरी गांड में ही निकालो और जो दर्द हो रहा है वो मिट जायेगा और मे ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा करीब 2 मिनिट के बाद मे उनकी गांड मे झड़ा और ऐसे ही उनके उपर लेटे रहा 10 मिनिट के बाद हम अलग हुये और भाभी बोली की आज जैसा मज़ा मुझे कभी नही मिला और मुझे किस करने लगी फिर हमने कपड़े पहने और घर आये उसके बाद मेने उनके 3 बार चोदा बड़ा मज़ा आया

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]]> 10536 भाभी ने पेंटी खुलवाकर गांड चुदवाई https://hothindisexstory.com/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a5%82%e0%a4%a7-%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%9a%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a4%be/ Tue, 04 Apr 2017 18:32:07 +0000 https://hothindisexstory.com/?p=10411 हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अली है और मेरा शरीर पतला और में दिखने में एकदम ठीकठाक लगता हूँ। मेरी उम्र 18 साल है। दोस्तों आज में आप सभी कामुकता के चाहने वालों को मेरा एक अनोखा सेक्स अनुभव बताने जा रहा हूँ जो मेरे साथ बहुत विचित्र तरीके से घटी एक सच्ची घटना है। दोस्तों […]

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]]> हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अली है और मेरा शरीर पतला और में दिखने में एकदम ठीकठाक लगता हूँ। मेरी उम्र 18 साल है। दोस्तों आज में आप सभी कामुकता के चाहने वालों को मेरा एक अनोखा सेक्स अनुभव बताने जा रहा हूँ जो मेरे साथ बहुत विचित्र तरीके से घटी एक सच्ची घटना है। दोस्तों एक दिन में एक साइबर केफे पर बैठा चेटिंग कर रहा था। वैसे तो यह भी मेरा भाभी का दूध सेक्सी कहानियों को पढ़ने के अलावा एक शौक है में उस काम में लगा रहा। उस दिन मेरी छुट्टी थी, इसलिए में बहुत देर तक चेटिंग कर रहा था और उसी समय चेटिंग पर में एक लड़की से गप-शप कर रहा था। मेरी उससे हर कभी बातें होती रहती थी जिसकी वजह से हम दोनों ही बड़े खुश रहते थे, लेकिन उस दिन हम दोनों के साथ बड़ी ही विचित्र घटना घटी। उससे कुछ देर बातें करने के बाद उसने मुझे बताया कि वो दिल्ली से चेटिंग कर रही है। फिर मैंने भी उसको झूठ कह दिया कि में भी गुजरात से चेटिंग कर रहा हूँ और उसके बाद हमारी बात आगे बढ़ती चली गई और अब वो धीरे धीरे सेक्स पर आ गई। थोड़ी देर तक चेटिंग करने के बाद वो मेरे एक हल्के से इशारे पर ही मुझसे अपनी चुदाई करवाने के लिए तैयार हो गयी।

फिर में उसकी तरफ से चुदाई के लिए हाँ सुनकर मन ही मन बड़ा खुश हुआ और अब मैंने उससे उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम मुझे मिनी बताया और उसके बाद उसने मुझसे मेरा नाम पूछा तो मैंने भी उसको अपना नाम बता दिया। अब उसने मुझसे मिलकर बात करने मतलब एक दूसरे के सामने बैठकर बातें करने के लिए कहा। दोस्तों जिसका मतलब बिल्कुल साफ था वो अब मुझसे मिलना चाहती थी। फिर मैंने उससे पूछा कि तुम हमेशा किस साइबर केफे से चेटिंग करती हो? तो उसने मुझे उस साइबर केफे का नाम बता दिया। में उसकी बात को सुनकर एकदम चकित रह गया क्योंकि दोस्तों में भी उसी साइबर केफे से चेटिंग कर रहा था और यह बात बस में ही जानता था, मैंने उसको नहीं बताया और कुछ देर बातें करने के बाद मैंने उसको बताया कि में भी उसी केफे से उससे चेटिंग कर रहा हूँ। अब वो भी मेरी उस बात को सुनकर बिल्कुल चकित रह गई और उसको मेरी बात पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं था और इसलिए उसने मुझसे मेरे केबिन का नंबर पूछा तब मैंने उसको वो नंबर बता दिया।

दोस्तों मैंने देखा कि करीब दो मिनट में ही एक गोरी चिट्टी बड़ी मस्त सेक्सी बदन की बहुत ही सुंदर लड़की मेरे केबिन के बाहर खड़ी हुई थी। उसने मुझे पहले से ही केबिन के दरवाजे पर बुला लिया था, इसलिए में बाहर आ गया और उससे पूछा क्या तुम मिनी हो? वो मेरी तरफ मुस्कुराती हुई मुझसे बोली कि हाँ आपने एकदम ठीक पहचाना, आओ अब हम यहाँ से बाहर चलते है। फिर हम दोनों उस केफे से बाहर आ गए और हमने बाहर सड़क पर से एक टेक्सी पकड़ ली वो मुझे अपने घर जो वहां से बस कुछ किलोमीटर की दूरी पर था वहां ले गयी। फिर मुझे रास्ते में उससे बातें करने पर पता चला कि वो वहाँ पर एकदम अकेली रहती थी, क्योंकि उसका पति एक प्राइवेट कंपनी में यूके में काम करता था और वो दो महीने में सिर्फ़ तीन चार दिनों के लिए ही अपने घर आता था। फिर मैंने देखा कि उसका घर बहुत ही सुंदर आकार में बड़ा भी बहुत था। उसने मुझे घर के अंदर पहुंचने के बाद सोफे पर बैठने के लिए कहा और फिर वो मुझसे कहकर अपने कपड़े बदलने और मेरे लिए चाय बनाने चली गयी। उसके बाद मुझे वहां पर बैठे हुए करीब दस मिनट बीत चुके थे तो में अब बहुत बेचैन होने लगा था। में सोचने लगा था कि वो इतनी देर तक अंदर ऐसा क्या कर रही है? फिर मैंने टीवी को चालू कर दिया और में अपना समय बिताने के लिए उसमे एक फिल्म देखने लगा।

फिर करीब 15 मिनट के बाद वो मेरे लिए चाय बनाकर लेकर आ गई। दोस्तों तब मैंने देखा कि उसने उस समय केवल ब्रा और पेंटी पहन रखी थी। फिर मैंने देखा कि उसका बदन गदराया हुए एकदम गोरा था। वो बहुत ही सुंदर और हॉट, सेक्सी लग रही थी। उसने मेरे सामने आकर उस चाय को टेबल पर रख दिया और अब वो सीधा मेरी गोद में आकर बैठकर चाय बनाने लगी, उसने मुझे चाय दी और वो खुद मेरी गोद में ही बैठकर चाय पीने लगी में उसकी इन हरकतों से बहुत चकित था, क्योंकि मुझे विश्वास नहीं था कि वो इतने खुले विचारों की है, लेकिन मुझे बाद में पता चला कि वो अपनी चुदाई के लिए तरस रही है, इसलिए वो मेरे साथ यह सब कर रही थी।

दोस्तों उसके मेरी गोद में बैठने से में अब बहुत जोश में आ गया और मैंने मन ही मन में सोचा कि जब यह खुद ही अपनी मर्जी से मुझसे अपनी चुदाई करवाना चाहती है तो मुझे इसकी चुदाई करने में किसी भी तरह की कोई भी आपत्ति नहीं थी और में ख़ुशी से उसके साथ उस काम में लग गया। अब मेरा लंड उसका वो गोरा कामुक बदन देखकर तनकर खड़ा हो गया था। वो धीरे धीरे उसको झटके दे रही थी और में अपने एक हाथ से उसके बूब्स को सहलाने लगा और उसी समय उसने भी मेरे खड़े लंड को अपनी गरम जांघो के बीच में महसूस किया और अब वो चाय पीते हुए अपनी चूत को मेरे लंड पर रगड़ने लगी थी, जिसकी वजह से मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। फिर करीब दो मिनट में ही हम दोनों ने चाय को अब खत्म कर दिया और उसके बाद वो मेरे ऊपर से हट गयी। उसने मुझसे कहा कि मैंने तो अपने सारे कपड़े निकाल दिए है, लेकिन तुमने अभी तक अपने कपड़े पहन रखे है क्या तुम अपना आगे का काम कपड़े पहनकर ही करोगे? चलो अब तुम भी अपने कपड़ों को उतार दो। फिर मैंने भी उसके कहने पर बस अपनी अंडरवियर को छोड़कर बाकि सारे कपड़े उसी समय उतार दिए। फिर उसके बाद वो एक बार फिर से मेरी गोद में आकर बैठ गयी और अब वो मुझे चूमने लगी।

मैंने भी उसके गुलाबी होठों को चूमना शुरू कर दिया, तब मैंने महसूस किया कि उसके होंठ बहुत ही नरम होने के साथ साथ गरम भी थे और में उसकी पीठ पर अपना हाथ घुमाने लगा और वो भी मेरे होठों को चूमते हुए मेरी पीठ को सहलाने लगी। दोस्तों उस समय मेरा लंड एकदम तनकर उसकी चूत से सटा हुआ था, लेकिन बीच में बस उसकी पेंटी थी। मैंने उसकी पेंटी को नीचे करना चाहा तो वो मुझसे बोली कि पहले तुम अपनी अंडरवियर को नीचे उतारो, उसके बाद तुम मेरी पेंटी को उतार देना, में तुमसे कुछ भी नहीं कहूंगी अब मैंने अपनी अंडरवियर को उतारने के बाद उसकी पेंटी को भी उतार दिया। उसके बाद मैंने बिना देर किए उसकी ब्रा को भी खोलकर एक कोने में फेंक दिया, जिसकी वजह से अब हम दोनों एक दूसरे के सामने एकदम नंगे थे और फिर मैंने उसको अपनी गोद में उठाकर बेड पर ले जाकर बैठा दिया। मैंने उसके होठों को चूमना और उसकी गोरी चिकनी पीठ पर हाथ फेरना शुरू कर दिया। मुझे ऐसा करने में बहुत मज़ा और उसको जोश आ रहा था। फिर थोड़ी देर बाद मैंने अपनी जीभ को उसके मुहं में डाल दिया और घुमाने लगा। अब मेरे जीभ को उसके मुहं से बाहर निकालने के बाद उसने भी मेरे साथ ठीक वैसा ही किया और वो बहुत मज़े से मेरे होठों को चूस रही थी। फिर मेरी पीठ पर अपना हाथ भी घुमा रही थी, थोड़ी देर के बाद मैंने अपना हाथ उसकी चूत पर रख दिया। फिर वो मुझसे एकदम से लिपट गयी और मैंने देखा कि उसकी चूत एकदम साफ और चिकनी थी। मैंने उसकी चूत पर हाथ फेरते फेरते अपनी एक उंगली को उसकी चूत में डाल दिया।

दोस्तों तब मैंने छूकर महसूस किया कि उसकी चूत एकदम गीली, गरम थी। फिर थोड़ी देर बाद मैंने अपनी पूरी उंगली को उसकी चूत में डाल दिया और अब में धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा। फिर कुछ देर बाद उसने भी मेरा लंड अपने एक हाथ में पकड़ लिया और वो उसको धीरे धीरे सहलाने लगी। फिर करीब पांच मिनट में ही हम दोनों एकदम जोश में आ गए। मैंने उसको बेड पर लेटा दिया और में उसके दोनों पैरों के बीच में आ गया, मैंने अपने लंड का टोपा उसकी चूत के बीच में रख दिया। तभी उसने अपने कूल्हों को ऊपर की तरफ उठा दिया और मैंने भी अपनी तरफ से उसको एक जोरदार धक्का लगा दिया और मेरा आधा लंड उसकी चूत को चीरता फाड़ता हुआ अंदर घुस गया। अब वो आईईईई स्सीईईई प्लीज कहती हुई मुझसे कहने लगी, अब तुम जल्दी से डाल दो अपना पूरा का पूरा लंड मेरी इस प्यासी चूत में और तुम मुझे आज बहुत जमकर चोदो, तुम आज मेरी इस तरह से चुदाई करो कि जैसे मेरे पति ने कभी मेरी ना की हो, तुम मुझे बहुत ज़ोर ज़ोर से जमकर चोदना, मेरी चूत को आज तुम फाड़ देना, तुम बिल्कुल भी मत रुकना और मेरे दर्द की परवाह बिल्कुल भी मत करना। फिर मैंने उसकी वो जोश भरी बातें सुनते हुए ही अपनी तरफ से एक ज़ोर का धक्का और लगा दिया, जिसकी वजह से मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में समा गया।

उसी समय उसने अपने दोनों पैरों को मेरी कमर पर कसकर लपेट दिया और कहने लगी हाँ ऐसे ही लगे रहो, वाह मज़ा आ गया, जैसी मुझे उम्मीद थी तुम्हारे लंड में उससे भी ज्यादा दम और तुम्हारे अंदर भी वैसा ही जोश है। तुम अपनी इस पहली परीक्षा में पास हुए हाँ ऐसे ही लगे रहो। अब मैंने भी जोश में आकर अपने धक्को के साथ उसकी चुदाई को तेज़ी के साथ शुरू कर दिया था। फिर वो अब पूरे जोश में आकर मुझसे बोलने लगी आह्ह्हह्हह मुझे बहुत मज़ा आ रहा है चोदो मेरे राजा फाड़ डालो आज तुम इस कुतिया की चूत को आह्ह्ह्ह हाँ और तेज़ तेज़ हाँ डालो पूरा अंदर तक, मुझे बहुत मज़ा आ रहा है तुम बहुत अच्छे से कर रहे हो, जाने दो पूरा अंदर तक, तुम आज बिल्कुल भी मत रुकना। अब में उसके इस तरह से लगातार ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेकर चिल्लाने की वजह से और भी ज्यादा जोश में आ गया और में उसको अब एकदम तूफान की तरह धक्के देकर चोदने लगा था, जिसकी वजह से उसके बूब्स के साथ साथ वो बेड भी ज़ोर ज़ोर से हिल रहा था और उस समय हम दोनों ही उस जोश मस्ती में आकर पूरी तरह से सातवें आसमान में पहुंच चुके थे और इस बीच मैंने अपना लंड पूरा बाहर निकाला और वापस एक ज़ोर के झटके में ही दोबारा मैंने उसकी चूत में अपने लंड को डाल दिया, जिसकी वजह से वो बहुत ज़ोर से चिल्ला उठी और उसने मुझे और भी ज़ोर से कसकर पकड़ लिया और वो मुझसे लिपट गयी। वो पूरे जोश में आ गयी थी और अब वो झड़ने ही वाली थी और फिर मेरे आठ दस धक्को के बाद वो झड़ गई, लेकिन मुझे अब भी इतनी कोई जल्दी नहीं थी इसलिए मैंने अपनी पोज़िशन को बदल दिया और मैंने उसको अब डॉगी स्टाइल में कर दिया। उसके बाद में उसके पीछे आ गया।

फिर मैंने अपना लंड बाहर निकालकर उसकी चूत की दोनों पंखुड़ियों के बीच में रख दिया और एक ही धक्के में अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया और मैंने अपनी एक उंगली को भी उसकी गांड में डाल दिया और में बहुत ही तेज़ी के साथ धक्के देकर उसकी चुदाई करने लगा। में उसको इतनी तेज़ से चोद रहा था कि वो अपने को संभाल नहीं पा रही थी और वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी उफ्फ्फ् प्लीज और भी ज़ोर से चोदो मेरे राजा मुझे आज, तुम मेरी इस चूत की चटनी बना डालो, अपना पूरा लंड इसमे डालकर बहुत ज़ोर ज़ोर से चोदो और मुझे अपने लंड के पानी से मेरी इस प्यासी चूत को तुम आज अच्छी तरह से सींच दो, मुझे इस चूत ने बहुत दिनों से बड़ा परेशान कर रखा है, मेरा पति दो महीने में केवल चार पांच बार ही मुझे चोद पाता है जिसकी वजह से में हमेशा भूखी ही रह जाती हूँ, लेकिन आज तुम मेरी चूत का घमंड एकदम चूर चूर कर दो, क्योंकि तुम बहुत अच्छा चोद रहे हो, आज मुझे इस चुदाई में जो मज़ा आ रहा है उतना मुझे अपने पति से चुदाई करवाने में कभी नहीं आया और इस चुदाई को में अपनी पूरी जिंदगी भर याद रखूँगी। मेरे पति ने मुझे कभी इतना मज़ा नहीं दिया जितना आज तुमने मुझे दिया है और अब मुझसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं हो रहा है, तुम अपने लंड का पानी जल्दी से मेरी इस चूत में निकाल दो।

दोस्तों मैंने अब उसको बहुत ज़्यादा जोश में देखा तो मैंने अपनी उस पूरी उंगली को उसकी गांड में डाल दिया जिसके दर्द की वजह से वो बहुत ज़ोर से चिल्ला उठी ऊउईईई उफ्फ्फ्फ़ यह तुम क्या कर रहे हो? मुझे बड़ा दर्द हो रहा है आह्ह्हह्ह प्लीज में मर जाउंगी, प्लीज तुम ऐसा मेरे साथ मत करो आईईईई माँ मुझ में इतनी ताक़त नहीं है कि में अपने दोनों छेद में एक साथ बर्दाश्त कर पाऊँ। फिर मैंने उसका वो दर्द से छटपटाना चिल्लाना देखकर धक्के बंद करके अपने एक हाथ से मैंने उसके बूब्स को मसलना शुरू कर दिया तो वो कुछ देर बाद धीरे धीरे शांत हो गयी और कुछ देर बाद मैंने देखकर महसूस किया कि वो अब अपने कूल्हे को तेज़ी से आगे पीछे करते हुए मेरे लंड को धक्के देने लगी, जिसकी वजह से में तुरंत समझ गया कि वो अब ठीक है। फिर उसका दर्द चला गया और यह बात सोचकर मैंने भी अपनी तरफ से उसको धक्के देने शुरू किए और वो भी मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी थी। अब तक मुझे उसको चोदते हुए करीब तीस मिनट बीत चुके थे और अब मेरा भी वीर्य कुछ देर में निकलने वाला था, इसलिए में उसको अब अपनी पूरी ताक़त के साथ और तेज़ी से चोदने लगा था।

फिर करीब दो मिनट में ही मेरा गरम गरम वीर्य निकल गया, जिससे उसकी चूत अब भरने लगी थी। दोस्तों मैंने महसूस किया कि मेरा वीर्य उसकी चूत के अंदर निकलते ही वो एकदम शांत हो गयी, जैसे उसकी प्यासी चूत को पानी मिल गया हो और वो उसको पाकर बहुत खुश संतुष्ट नजर आ रही थी और इस चुदाई के दौरान उसकी चूत से भी करीब दो बार पानी भी निकल चुका था। अब मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला तब देखा कि उसकी चूत एकदम सूज चुकी थी, क्योंकि मेरा लंड शायद उसके पति के लंड से मोटा और लंबा था, इसलिए उसकी चूत की यह हालत हुई थी और उसके बूब्स भी मेरे मसलने दबाने की वजह से एकदम लाल हो गए थे। में उसके पास में लेट गया और हम दोनों थोड़ी देर तक वैसे ही लेटे रहे। फिर करीब 15 मिनट बाद ही वो एक बार फिर से अपनी चुदाई करवाने के लिए तैयार हो गयी और वो अब अपनी चूत को साफ करने के लिए बाथरूम में जाना चाहती थी, लेकिन वो अब ठीक तरह से खड़ी भी नहीं हो पा रही थी। उसकी चूत में बहुत दर्द था और यह सब मेरे मोटे लंड का असर था।

भाभी का दूध

फिर मैंने उसको अपनी बाहों का सहारा देकर खड़ा किया और उसको में बाथरूम में ले गया बाथरूम में जाकर उसने पहले मेरा लंड साबुन लगाकर साफ किया और उसके बाद वो अपनी चूत को भी पानी डालकर धोने लगी थी। उसके धो लेने के बाद हम दोनों वापस बाथरूम से बाहर आ गए उसके बाद वो कमरे में आकर बेड के किनारे पर एक तकिया रखकर बैठ गयी। मैंने उसके सारे कामुक बदन को चूमना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से वो दोबारा उसी जोश में आने लगी थी और उसके बाद मैंने उसकी चूत को चूमना शुरू किया जिसकी वजह से वो एकदम मस्त हो गयी मैंने महसूस किया कि जोश की वजह से उसकी चूत एकदम गरम हो गयी थी। मैंने अपनी जीभ को उसकी चूत के अंदर डाल दिया और में घूमने लगा, तो वो जोश में आकर बिल्कुल पागल सी होने लगी थी और उसने उसी समय मेरे सर को कसकर पकड़ लिया और अपनी चूत पर दबाने लगी। वो अब एकदम स्वर्ग का मज़ा ले रही थी और में भी अपनी जीभ से उसके दाने को टटोलकर मज़े ले रहा था। अब वो मुझसे बोली उफ्फ्फफ्फ्फ़ हाँ और ज़ोर से चाटो मेरे राजा। मेरे पति ने कभी मेरी चूत को नहीं चाटा, इसलिए में बहुत खुश नसीब हूँ कि मुझे अपनी चूत को आज पहली बार चुदाई के साथ साथ चटवाने का मज़ा भी मिल रहा है। आज तुम मेरी इस चूत को चाट चाटकर इसका पानी निकल दो आह्ह्हह्ह उफफ्फ्फ्फ़ मुझे बहुत मज़ा आ रहा है, हाँ और ज़ोर से बस अब मेरा पानी निकालने ही वाला है आईईईइ में गइई और तेज़ तेज़, दोस्तों थोड़ी देर तक उसकी चूत को चाटने के बाद वो झड़ गयी और मैंने उसकी चूत से निकला हुआ सारा गरम लावा चाट लिया। फिर उसके बाद मैंने एक क्रीम लेकर उसकी गांड के छेद पर लगा दिया, जिसकी वजह से भी अब बहुत चिकनी हो गई थी। फिर क्रीम को लगाने के बाद मैंने अपना लंड उसकी गांड के छेद पर रखा तो वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज में आज पहली बार अपनी गांड को मरवाने जा रही हूँ, प्लीज तुम ज़रा धीरे धीरे करना वरना में मर ही जाउंगी।

फिर मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है और अब मैंने अपना लंड उसकी गांड में धीरे धीरे धक्के देकर डालना शुरू किया तो वो सिसकियाँ भरने लगी। अभी तक केवल मेरा टोपा ही उसकी गांड में घुसा था, क्योंकि वो बहुत टाईट थी इसलिए मैंने अब थोड़ा सा ज़ोर लगाया तो मेरा लंड उसकी गांड में करीब दो इंच तक घुस गया, लेकिन वो उस दर्द की वजह से रोने लगी और मैंने उसी समय तुरंत अपना लंड बाहर निकाल लिया, लेकिन वो कुछ समझ नहीं सकी। अब मैंने अपना लंड एक बार फिर से उसकी गांड के छेद पर रखा और अपनी पूरी ताक़त के साथ मैंने एक ज़ोर का धक्का लगा दिया, जिसकी वजह से मेरा आधा लंड उसकी गांड में घुस गया।script type=”text/javascript”>
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फिर वो बहुत ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने और रोने लगी वो अपनी गांड को आगे पीछे करके लंड को बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी, लेकिन मेरी मजबूत पकड़ की वजह से वो ऐसा नहीं कर सकी और मैंने उसके दर्द की कोई भी परवाह नहीं की और मैंने अपनी पूरी ताक़त के साथ एक ज़ोरदार धक्का और मार दिया, जिसकी वजह से मेरा बचा हुआ बाकि का पूरा लंड उसकी गांड में घुस गया, लेकिन वो अब पहले से भी बहुत ज्यादा ज़ोर से चिल्लाने लगी थी और वो अपने सर के बाल पकड़कर नोचने लगी। में रुका नहीं और मैंने अपना लंड उसकी गांड में तेज़ी के साथ अंदर बाहर करना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से थोड़ी ही देर के बाद उसका दर्द अब कम हो गया और उसको अपनी गांड मरवाने में भी अब बड़ा मज़ा आने लगा था। वो तेज़ी के साथ अपने कूल्हों आगे पीछे करते हुए मुझसे अपनी गांड मरवाने लगी। फिर करीब तीस मिनट के बाद में उसकी गांड में ही झड़ गया और जब मेरे लंड का पूरा पानी निकल गया तो मैंने अपना लंड उसकी गांड से बाहर निकालकर देखा उसकी गांड अब एकदम चौड़ी हो चुकी थी और उसके बाद हम दोनों शांत होकर चिपककर लेट गये और आराम करने लगे। उसने उस दिन मुझे मेरे घर नहीं जाने दिया और वो पूरी रात को मुझसे अपनी चुदाई करवाती रही। मैंने उस रात को उसकी करीब चार बार चुदाई के मज़े लिए और दो बार मैंने उसकी गांड भी मारी ।।

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]]> 10411 भाभी को चोदकर माँ बनाया https://hothindisexstory.com/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9a%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%81-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be/ Thu, 10 Nov 2016 21:41:46 +0000 https://hothindisexstory.com/?p=9707 हैल्लो दोस्तों, मैंने अब तक इसकी बहुत सारी सेक्सी कहानियाँ पढ़ी है और मज़े भी बहुत किए है। दोस्तों एक बार हुआ यूँ कि में अपने किसी मिलने वाले की एक शादी में गया हुआ था, वहाँ पर मुझे एक लड़की दिखी, जो दिखने बहुत सुंदर थी और उसने पीले कलर का पटियाला सलवार सूट […]

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]]> हैल्लो दोस्तों, मैंने अब तक इसकी बहुत सारी सेक्सी कहानियाँ पढ़ी है और मज़े भी बहुत किए है। दोस्तों एक बार हुआ यूँ कि में अपने किसी मिलने वाले की एक शादी में गया हुआ था, वहाँ पर मुझे एक लड़की दिखी, जो दिखने बहुत सुंदर थी और उसने पीले कलर का पटियाला सलवार सूट पहना हुआ था और वो उन कपड़ो में बहुत हॉट, सेक्सी लग रही थी, मेरा लंड तो उसे देखते ही तुरंत खड़ा हो गया और पेंट के बाहर आने को बेताब हो गया, लेकिन वहाँ पर उस समय बहुत सारे लोग थे तो मुझे कुछ शर्म भी आ रही थी और मैंने जैसे तैसे अपने आप को कंट्रोल किया, लेकिन फिर भी मेरे दिमाग में बस उस लड़की को चोदने का भूत सवार था। अब मन ही मन बहुत सोचने लगा कि ऐसा क्या किया जाए, जिससे मुझे इसकी चुदाई का मौका मिल जाए? फिर में उस लड़की पर ध्यान देने लगा और अपनी पूरी नज़र रखने लगा था। तभी मैंने देखा कि वो शादीशुदा भाभी को चोदकर माँ बनाया और उसका पति उससे कुछ बात कर रहा था और अब मैंने मन ही मन विचार करके उसके पति से दोस्ती करने की बात मन में ठान ली और अब में उस मौक़े की तलाश में लग गया। तभी कुछ देर बाद मैंने देखा कि उसका पति अब हमारे एक जानने वाले से बात करने लगा था। फिर में भी सही मौका देखकर तुरंत वहाँ पर पहुंच गया और अब में भी उनके साथ गप शप करने लगा था और हम सभी के बीच बहुत हंसी मजाक हुआ और हम सभी बहुत हंस हंसकर बातें कर रहे थे और तब बातों ही बातों में उसने मुझे बताया कि उसकी शादी को दो साल हो गये है और अभी तक उनका कोई बच्चा नहीं है और उन्होंने उसके लिए बहुत बार कोशिश की है, लेकिन हमेशा नाकाम रहे, वो इस बात को लेकर बहुत दुखी थे, क्योंकि वो जब यह बात हमे बता रहे थे, तब उनका चेहरा थोड़ा उतरा हुआ सा था, वो मुझे बहुत दुखी उदास से नजर आने लगे थे।

दोस्तों फिर हमने उन्हें बहुत समझाया और कहा कि यह सब उस ऊपर वाले के हाथ है, हम तो बस मेहनत कर सकते है। दोस्तों मेरी अच्छी किस्मत से वो मेरे घर से क़रीब चार किलोमीटर दूर ही रहते थे और अब हमारे बीच बहुत ज्यादा बातचीत होने लगी थी। फिर हमने एक दूसरे से एक दूसरे का मोबाईल नंबर ले लिया और हमारी बहुत पक्की दोस्ती हो गई। उसके बाद कुछ देर रुकने के बाद में अपने घर पर आ गया और फिर में आकर उस लड़की को सोच सोचकर उसके नाम की मुठ मारने लगा था, मेरे दिमाग से उसका चेहरा निकलने को तैयार ही नहीं था और सच पूछो तो मुझे ऐसा करने में बहुत मज़ा आ रहा था, लेकिन अब भी मुझे पूरा सुकून नहीं मिल पा रहा था। फिर कुछ दिन बाद मैंने उसके पति राज को फ़ोन किया और उसने मुझे तुरंत पहचान लिया। उसके बाद हमारे बीच बहुत देर तक बातें होती रही और थोड़ी देर इधर उधर की बातें करने के बाद मैंने उससे भाभी के बारे में भी पूछा तो उसने मुझे बताया कि उनकी तबियत खराब है और वो इस समय घर पर ही आराम कर रही है।

दोस्तों मैंने मन ही मन सोचा कि यह बहुत अच्छा मौक़ा है और इस वजह से मुझे उनके घर के अंदर जाने का मौका तो मिल ही जाएगा। अब मैंने उनसे पूछा कि आप आपका घर का पता मुझे बताए तो उन्होंने मुझसे कहा कि आपको तकलीफ़ करने में कोई ज़रूरत नहीं है? तो मैंने कहा कि मुझे आपसे नहीं मिलना, किसी बीमार को देखने जाना यही तो एक इंसानियत है। फिर उन्होंने मुझे अपने घर का पता दे दिया और में बहुत खुश था। अब शाम होने का इंतज़ार करने लगा और चार बजे में तैयार होकर उनके घर के पास पहुंच गया और मैंने उन्हें फ़ोन किया तो राज मुझे लेने बाहर सड़क पर आ गये। फिर हम दोनों उनके घर पर चले गये। मैंने वहाँ पर पहुंचकर देखा तो वो बहुत ही सुंदर फ्लेट था, जिसमें वो रह रहे थे और मुझे ड्राइंगरूम में बैठाकर वो पानी लेने चले गये और उन्होंने मेरे लिए पानी लाकर दे दिया, लेकिन में अब बैठा हुआ इधर उधर भाभी को ही ढूंड रहा था। तभी इतने में राज ने आवाज़ लगाई और बोला कि सीमा यहाँ आओ देखो सेम भाई आपकी तबियत के बारे में पूछने के लिए आए है। फिर कुछ देर बाद वो उठकर बाहर आई तो मैंने देखा कि उसने सिल्वर कलर का जालीदार गाउन पहना हुआ था, वो उसमें क्या मस्त बला हॉट सेक्सी लग रही थी? में आप सभी को अपने किसी भी शब्दों में बता नहीं सकता कि वो उस समय कैसी दिख रही थी।

फिर उन्हें देखकर मेरा लंड तुरंत तनकर खड़ा हो गया और जैसे तैसे मैंने उसे कंट्रोल किया। फिर मैंने उनसे उनकी तबियत के बारे में पूछा और तब उन्होंने मुझे बताया कि अब में थोड़ी ठीक हूँ। फिर वो मेरे लिए नाश्ता लेने चली गयी। फिर राज ने मुझे बताया कि वो चार महीने पहले ही यहाँ पर आया है, क्योंकि वो यहाँ पर किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है और अब उसका तबादला यहाँ पर हो गया है और वो यहाँ पर अकेला ही रहता है। दोस्तों सच पूछो तो उसके मुहं से यह बात सुनकर मुझे मन ही मन बहुत खुशी हुई और में ना जाने क्या क्या सोचने लगा? अब उसके आगे राज ने मुझे बताया कि मेरी कंपनी गुड़गावं में है और में हर दिन सुबह अपनी कंपनी में जाता हूँ और रात को 8 बजे तक वापस आ पाता हूँ, इसलिए भाभी को घर पर अकेले रहने में बहुत समस्या होती है, उन्हें कुछ सामान वगेरा लाना है तो घर से बहुत दूर जाना पड़ता है और यहाँ पर उनका कोई रिश्तेदार भी नहीं है, जो मेरे चले जाने के बाद उनकी किसी भी छोटे बड़े कामों में उनका हाथ बंटा दे।

तभी मैंने उनकी बात खत्म होने से पहले ही जल्दी से कहा कि कोई बात नहीं वो काम मुझे बता दिया करो, में इनको वो सभी जरूरी सामान लेकर दे जाया करूँगा और वैसे भी मेरे पास अपनी खुद की बाईक तो है ही बस आप बता दिया करो, में पांच मिनट में पहुंचा दिया करूँगा। फिर उसने पहले तो मुझसे मना किया कहा कि नहीं यार मेरी वजह से तुम परेशान ना हो, लेकिन मेरे बार बार कहने पर वो राज़ी हो गये और एक बार फिर से मैंने उसकी तबियत के लिए पूछा तो उन्होंने बताया कि हाँ अब में ठीक हूँ। फिर राज ने मुझे खाने को कहा, लेकिन मैंने साफ मना कर दिया। मैंने उससे कहा कि अभी में थोड़ा जल्दी में हूँ, मुझे और किसी काम से भी जाना है और में फिर कभी आ जाऊंगा और में इतना कहकर अपने घर पर वापस आ गया, लेकिन में अब बहुत खुश था कि मेरा सीमा के घर आना जाना शुरू हो गया था। अब मुझसे ज्यादा सब्र भी नहीं हो रहा था और में हमेशा रात दिन सुबह शाम बस उनके बारे में सोचने लगा और उनसे मिलने के सपने देखने लगा था और करीब 10-15 दिन ही गुज़रे होंगे कि एक दिन मेरे पास अंजान नंबर से फोन आया।

फिर मैंने बात करना शुरू किया और दूसरी तरफ से मुझे किसी औरत की बहुत मीठी आवाज़ सुनाई दी कौन सेम? तो मैंने कहा कि हाँ में बोल रहा हूँ, लेकिन आप कौन हो? तब उन्होंने मुझसे कहा कि में सीमा बोल रही हूँ। फिर में बस इतना सा शब्द सुनते ही तुरंत खिल उठा और में बहुत खुश था, मुझे जिसका इंतज़ार था वही हुआ। फिर मैंने उनसे पूछा कि सब ठीक तो है ना भाभी जी, बताए आज आपने मुझे कैसे याद किया? तब उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक ठाक है, लेकिन अभी अचानक से एक छोटी सी समस्या आ गई है। फिर मैंने पूछा कि हाँ आप मुझे बेझिझक बता सकती है, मेरे पास आपकी हर एक समस्या का हल है और तब उसने मुझे बताया कि शायद उसके घर पर तार की थोड़ी दिक्कत है, इसलिए पूरे घर की लाईट चली गयी है और राज भी रात तक घर पर आएँगे और तब तक सभी लाईट वालोँ की दुकान भी बंद हो जाएगी, प्लीज आप आकर किसी लाईट वाले को बोल दो तो वो हमारे घर की लाईट सही कर देगा। फिर मैंने कहाँ कि ठीक है, में अभी कुछ मिनट में आता हूँ और यह बात कहकर में जल्दी से तैयार हुआ और फिर उनके घर पर पहुंच गया। मैंने पहुंचकर देखा कि वो उस समय घर पर अकेली थी और मैंने उनसे कहा कि पहले में खुद देख लेता हूँ, अगर मुझसे नहीं हुआ तो में किसी लाईट वाले को बुलाकर ले आऊंगा। फिर मैंने बोर्ड में देखा तो उसमें सप्लाई नहीं थी और जब मैंने थोड़ा आगे बढ़कर दूसरे बोर्ड में देखा तो वहां पर भी वही समस्या थी। अब में मीटर के पास वाले बोर्ड पर पहुंच गया, जहाँ पर जाकर मैंने देखा कि किसी कारण से एम.सी.बी. नीचे हो गयी थी। मैंने तुरंत उसे ऊपर किया तो लाईट आ गयी और सीमा खुश हो गयी।

भाभी को चोदकर माँ बनाया



फिर उन्होंने मुझसे कहा कि चलो आपने मेरे पैसे बचा दिए और ये कहकर उन्होंने मुझे अब बैठने के लिए कहा और में तुरंत बैठ गया। इतनी देर में उसके पास राज का फ़ोन आ गया और उसने सीमा से पूछा कि क्या काम हो गया? तो सीमा ने उसे बताया कि हाँ मैंने सेम को फोन करके बता दिया था तो उसने वो ठीक कर दिया है। अब राज ने सीमा से कहा कि तुम आज सेम को खाना खिलाकर ही उसके घर पर जाने देना, उसे ऐसे ही नहीं जाने देना और सीमा ने भी कहा कि हाँ ठीक है। फिर कुछ देर बाद उनकी बात खत्म हो गई और तब सीमा ने मुझसे कहा कि आज आप खाना खाकर ही जाना, उन्होंने मुझसे आपको खाना खिलाकर ही जाने के लिए कहा। फिर में भी उसकी वो बात तुरंत मान गया और अब वो जल्दी जल्दी खाना बनाने के लिए किचन में चली गई और में अकेला बैठकर टी.वी. देखने लगा। बहुत देर बाद मैंने आवाज़ देकर पूछा कि सीमा बाथरूम कहाँ है? तब उन्होंने मुझे बताया कि अंदर बेडरूम के पास है और में उठकर चला गया। मैंने बाथरूम में पेशाब वगेरा किया और बाहर आने लगा, लेकिन तभी मेरी नज़र वहाँ पर लटके हुए सीमा के कपड़ो पर पड़ी, वहां पर उसके जालीदार सलवार क़मीज़ लटक रहे थे, जिनको देखकर में अब बिल्कुल पागल हो गया था। मैंने तुरंत उस सलवार को उठाकर अपनी नाक पर लगा लिया, वाह क्या खुशबू आ रही थी, में आप लोगों को अपने किसी भी शब्दों में नहीं बता सकता।

फिर मैंने देखा कि वहाँ पर सीमा की मुलायम सिल्की ब्रा भी लटकी हुई थी। मैंने उसे भी उठा लिया और सूंघने लगा। कुछ ही देर में मेरा लंड अब तनकर खड़ा हो चुका था और उस दर्द से फटा जा रहा था। फिर मैंने जल्दी से अपनी पेंट को उतारकर उसकी सलवार पर मुठ ही मारने लगा, जहाँ पर चूत की जगह होती है, में अब उस जगह को अपने लंड पर रखकर धीरे धीरे मसलने लगा और कुछ देर बाद मेरा वीर्य निकल गया। मुझे इस बात का बिल्कुल भी पता ही नहीं चला और में बिल्कुल मदहोश हो चुका था, मुझे कुछ भी पता नहीं था। दोस्तों अब मुझे बहुत देर हो गई थी। इतने में सीमा ने मुझे बाहर से आवाज़ दी और में उसकी आवाज को सुनकर अचानक से बहुत घबरा गया और इससे पहले कि में कुछ भी समझ पाता, मैंने पीछे की तरफ पलटकर देखा तो बाथरूम का दरवाज़ा खुला हुआ था और सीमा वहाँ पर ठीक मेरे सामने खड़ी हुई वो मुझे घूर घूरकर देख रही थी। दोस्तों में जल्दी में बाथरूम का दरवाज़ा बंद करना ही भूल गया था। अब तो मेरे जिस्म में जैसे जान ही नहीं थी और में बहुत घबरा गया था और में जल्दी से सलवार और ब्रा को अपनी जगह पर लटकाकर में तुरंत बाहर आ गया और फिर अपने घर पर जाने के लिए में उसके घर से बाहर निकल गया। तभी पीछे से मुझे सीमा की आवाज़ आई कि सेम तुम कहाँ जा रहे हो? खाना तो खाकर जाओ।

अब मैंने जब इतना सुना तो तब जाकर मेरी कुछ जान में जान आई, में कुछ सेकिंड रुककर सोचने लगा कि जाऊँ या नहीं? फिर सीमा ने मुझे एक बार फिर से आवाज़ दी और में लौटकर वापस अंदर चला गया। सीमा मेरे लिए खाना लेकर आ गई, लेकिन अब मुझे उससे बहुत डर लग रहा था, में मन ही मन सोचने लगा था कि अब क्या होगा? में बिल्कुल चुपचाप बैठा हुआ था। तभी सीमा ने मुझसे कहा कि खाना तो खा लो, तुम डरो नहीं और उसके कहने पर मैंने अपना सर नीचे करके चुपचाप खाना खाया और अब चुपचाप बैठ गया। तभी सीमा ने मुझसे कहा कि तुम इतना घबराए हुए क्यों हो? अब मैंने झट से उसको सॉरी कहा तो सीमा मेरी वो बात सुनकर हंसी और वो मुझसे पूछने लगी कि तुम मुझसे माफ़ी किस बात की मांग रहे हो? तो उससे मैंने कहा कि अभी कुछ देर पहले तुमने मुझे उस हालत में देख लिया था। तभी उसने मुझसे कहा कि कोई बात नहीं, तुम उस बात की बिल्कुल भी चिंता मत करो, यह बात यहीं पर रहेगी, लेकिन मेरी तुमसे एक शर्त है और में दोबारा घबरा गया। तब सीमा ने मुझसे पूछा कि तुम मुझे सच सच यह बात बताओ कि तुम मुझे चाहते हो या नहीं? तो मैंने साफ मना कर दिया और फिर सीमा ने मुझसे कहा कि नहीं तो तुम मेरी सलवार को क्यों चाट रहे थे? दोस्तों में उसके मुहं से यह बात सुनकर शरमा गया और फिर मैंने कहा कि हाँ में तुम्हें चाहता हूँ और उस दिन से जब से मैंने तुम्हें शादी में पहली बार देखा था, जब तुम पीले रंग की उस ड्रेस में थी और तुम बहुत ही सुंदर लग रही थी, में उस दिन से तुम्हें चाहने लगा था और तुम्हें किसी भी तरह से में पाना चाहता था।

दोस्तों अब अचानक से मेरी पूरी बात को सुनकर सीमा ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी और फिर उसने मुझे भी अपने जीवन की वो पूरी कहानी सुनाई और उसने मुझसे कहा कि राज के साथ वो बहुत खुश है, लेकिन आज तक उसके एक भी औलाद नहीं हुई है और वो अब थोड़ा उदास सी हो गई। दोस्तों में तुरंत समझ गया कि सीमा मुझसे अब क्या कहना चाहती है? मैंने उससे पूछा कि क्या तुमने किसी डॉक्टर को दिखाया? तब उसने कहा कि हाँ राज में कुछ कमी है, जिस वजह से मेरे औलाद नहीं हो रही है। फिर में बोला कि तो तुम उस बीमारी का इलाज करा लो। तब उसने कहा कि उसे जो बीमारी है उसका कोई इलाज नहीं है और फिर मैंने तुरंत उससे पूछ लिया कि अब आप क्या करोगी? तो सीमा ने कहा हाँ कुछ तो करना होगा वर्ना में बगैर औलाद के में भी क्या करूँगी? और में राज को भी कभी छोड़ नहीं सकती हूँ, क्योंकि में उनसे बहुत प्यार करती हूँ, इस काम में क्या तुम मेरी मदद करोगे?

दोस्तों में उसके मुहं से यह शब्द सुनकर बहुत खुश हो गया, क्योंकि आज मेरी माँगी मुराद पूरी होने जा रही थी। मैंने तुरंत हाँ कर दी और तभी वो मुझसे कहने लगी कि सेम यह बात हम दोनों के बीच में ही रहनी चाहिए, किसी को भी इसके बारे में पता चला तो मेरी ज़िंदगी बर्बाद हो जाएगी। अब मैंने सीमा को अपनी तरफ से पूरा पूरा भरोसा दिला दिया। मैंने उससे कहा कि यह बात कभी भी किसी को पता नहीं चलेगी और फिर सीमा अपने बेडरूम में चली गयी और कुछ देर बाद उसने आवाज़ दी। फिर सेम ने कहा कि हाँ तो सीमा ने मुझे अपने बेडरूम में बुला लिया, में तभी उसे देखकर एकदम से चौंक गया था, क्योंकि सीमा पीले रंग की ड्रेस वही जो मैंने शादी में पहली बार उसे पहने हुए देखा था, वो सजीधजी मेकप करके बेड पर बैठी हुई थी और में उसको देखकर बिल्कुल पागल हुआ जा रहा था, में अंदर गया और बेड पर बैठ गया। उसने बहुत ही अच्छा पाउडर लगाया हुआ था। में अब पागल हुआ जा रहा था, उसके बूब्स बहुत बड़े बड़े थे और उस ड्रेस से साफ साफ नज़र आ रहे थे। मैंने हिम्मत करके सीमा को अपने पास खींच लिया, वो मेरे ऊपर ही गिर गयी और उसके बालों की खुशबू में आपको क्या बताऊँ? मैंने सीमा को अब गले से लगा लिया और उसके माथे पर किस करने लगा और अब सीमा भी धीरे धीरे गरम हो रही तो उसने भी मेरे गाल पर किस करना शुरू किया।

मैंने उसके होंठो पर किस करना शुरू किया और अब में उसकी जीभ को अपने मुहं में लेकर चूसने लगा। मेरा लंड तो मानो अब किसी भी समय फट ही जाएगा। मैंने जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए और में अब तक उसके सामने बिल्कुल नंगा हो चुका था और फिर सीमा मेरे तनकर खड़े लंड को देखकर बहुत खुश हो गई। मेरा लंड ज़्यादा बड़ा तो नहीं, लेकिन टाईट बहुत था। मैंने अब सीमा के बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाना निचोड़ना शुरू किया, वो बहुत गरम हो चुकी थी और बहुत ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी। मैंने जल्दी से सीमा की सलवार के ऊपर से ही लंड को अब रगड़ना शुरू कर दिया था और मैंने महसूस किया कि अब तक उसकी चूत बहुत गरम हो चुकी थी, वो बिल्कुल पागल हो रही थी और उसने मेरे सर को पकड़कर अपनी रूमाली पर ज़ोर से झटका दे दिया और अब लंड को चूत से लगा लिया। फिर मुझसे अब बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं हो रहा था और मैंने जल्दी से सीमा के कपड़े उतार दिए। अब वो जालीदार ब्रा में मेरे सामने नंगी थी और मैंने ब्रा के ऊपर से ही बूब्स को चूसना शुरू कर दिया और उसकी सिसकियों की आवाज उस पूरे कमरे में गूँज रही थी।

फिर मैंने तुरंत अपना लंड सीमा के मुहं के सामने कर दिया और उसने जल्दी से लंड को पूरा अपने मुहं में ले लिया और उसने अब लंड को चूसना शुरू कर दिया, जैसे कोई लोलीपोप चूसते है, वो ऐसे मेरे लंड को चूस रही थी, जिसकी वजह से उसके साथ साथ अब मुझे भी बहुत अच्छा लगने लगा था। उसके कुछ देर चूसने के बाद मेरा पानी निकलने लगा था, जो मैंने उसके मुहं में ही भर दिया और सीमा ने उसे पी लिया। अब में बिल्कुल निढाल सा हो रहा था। फिर मैंने सीमा से कहा कि अब तुम मुझे कुछ देर आराम करने दो तो सीमा तुरंत उठकर खड़ी हो गई और वो ऐसे ही पूरी नंगी ही मेरे लिए चाय बनाने किचन में चली गई, में उसकी मटकती हुई गांड को देखने लगा, वो पीछे से भी बहुत सेक्सी दिख रही थी और वो कुछ देर बाद वापस चाय लेकर आ गई। अब तक मेरा लंड एक बार फिर से तैयार होकर खड़ा हो चुका था। मैंने चाय पी और फिर सीमा को नीचे लेटाकर मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ को डाल दिया और चूत को चाटने चूसने लगा था, जिसकी वजह से वो एक बार फिर से सिसकियाँ भरने लगी थी और अपने चूतड़ को उठाकर जीभ को पूरी अंदर तक लेने लगी थी, वो उस समय बहुत जोश में थी। तभी कुछ देर बाद अचानक से उसकी चूत से कुछ सफेद सफेद पानी निकलने लगा था, जिसकी वजह से चूत पूरी गीली हो चुकी थी।

फिर अच्छा मौका देखकर में जल्दी से उठा और मैंने अपना लंड सीमा की चूत के मुहं पर रखकर एक ज़ोर से धक्का देकर पूरा का पूरा लंड अंदर डाल दिया, जिसकी वजह से मेरा लंड अब फिसलता हुआ उसकी चूत के अंदर था और अब उसे बहुत मज़ा आ रहा था और में सीमा को उठा उठाकर धक्के देकर चोद रहा था। फिर मैंने कुछ देर धक्के देने के बाद लंड को चूत से बाहर निकाल लिया और फिर मैंने सीमा को अपने ऊपर बैठने के लिए कहा। सीमा उठकर तुरंत मेरे ऊपर आकर बैठ गई। मैंने अपना लंड चूत के मुहं पर पकड़े रखा और वो धीरे धीरे उस पर बैठती हुई लंड को अंदर लेने लगी। अब वो लंड पर ज़ोर ज़ोर से लगातार उछल उछलकर अपनी चुदाई वो खुद करने लगी थी। दोस्तों उसको लंड पर उछलते हुए देखकर मुझे ऐसा लगने लगा था, जैसे कि उसे इस काम में बहुत अनुभव है और शायद वो अपने पति के साथ हर एक तरीके से अपनी चुदाई करवा चुकी है। फिर में भी नीचे से उसे धक्के देता रहा और लगातार कुछ देर धक्के देने के बाद ही मेरा वीर्य निकलने लगा था और मैंने अपना पूरा वीर्य उसकी चूत में निकाल दिया, वो अब भी मेरे ऊपर ही बैठी रही और अब हम दोनों बहुत थक चुके थे। फिर मैंने टाईम देखा तो उस समय शाम के 6 बज चुके थे और में कुछ देर बाद उठकर बाथरूम में फ्रेश होने चला गया, मेरे पीछे से सीमा भी आ गई और अब हम दोनों मिलकर बहुत देर तक एक साथ नहाते रहे और इस बीच में मैंने सीमा को खड़े होकर भी एक बार चोदा। हम दोनों ने नहाते समय भी चुदाई के मज़े लिए और फिर कुछ देर बाद बाथरूम से बाहर आकर कपड़े पहनकर में सीमा से विदा हुआ और वो मेरा बहुत अच्छा अनुभव था। मैंने उसको अपनी चुदाई से एकदम संतुष्ट कर दिया, उसने मुझे उस चुदाई के लिए धन्यवाद कहा ।।

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]]> 9707 भाभी की ब्रा पेंटी पहनकर मुठ मारी https://hothindisexstory.com/bhabhi-ki-bra-panty-pehenkar-muth-maari/ Mon, 17 Oct 2016 10:37:49 +0000 https://hothindisexstory.com/?p=9500 इस स्टोरी में कोई चुदाई नहीं है. सिर्फ मेरा ब्रा – पेंटी और औरतो के कपड़ो से खेलने का है. ये बात तब की है, जब मैं १२थ में था. मेरे भाई की शादी हो चुकी थी और मेरी भाभी भी एकदम मस्त थी. बट मैंने कुछ नहीं किया. जब मैं एक बार बाथरूम में […]

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]]> इस स्टोरी में कोई चुदाई नहीं है. सिर्फ मेरा ब्रा – पेंटी और औरतो के कपड़ो से खेलने का है. ये बात तब की है, जब मैं १२थ में था. मेरे भाई की शादी हो चुकी थी और मेरी भाभी भी एकदम मस्त थी. बट मैंने कुछ नहीं किया. जब मैं एक बार बाथरूम में नहाने गया था, तो वहां पर भाभी कि ब्रा – पेंटी पड़ी थी. तो मैंने bhabhi ki bra panty उठाई. पेंटी थोड़ी फटी हुई थी, जिसे उन्होंने सील रखा था. मैंने उसे चाटने लगा. क्या टेस्ट था उसका. मैंने ५ मिनट उस पेंटी को चाटा, मेरी पूरी जीभ नमकीन हो गयी. फिर मैंने भाभी कि वाइट ब्रा उठाई और उसके दोनों कप को चाटने लगा. उस में से दूध कि महक आ रही थी और दूध का टेस्ट भी आ रहा था. क्योंकि भाभी का २ मंथ का बेबी था.

मैंने ब्रा को चाट – चाट कर गीला कर दिया. फिर लंड बाहर निकाला और पेंटी में लंड रख कर मुठ मारने लगा और १० मिनट तक लंड हिलाया और सारा माल पेंटी में छोड़ दिया और फिर मैंने ब्रा में भी मुठ मारा और बाथरूम से बाहर आ गया.

अब मैं रोज़ भाभी कि ब्रा पेंटी में मुठ मारने लगा. एक दिन भाभी बेबी को दूध पिला रही थी. बेबी ने सारा दूध मुह से बाहर निकाल दिया. उसकी साड़ी और ब्लाउज गन्दी हो गयी. भाभी बाथरूम में कपडे चेंज करने गयी. उन्होंने बेबी को सुला दिया था. मैंने सोचा, कि भाभी अपने कपडे साफ़ कर के निकलेंगी.

तो मैंने बेबी को जगा दिया और भाभी फटाफट चेंज कर के रूम में आ गयी. तो भाभी को मैंने कहा – मैं नहाने जा रहा हु. तो भाभी ने कहा – उनके कपडे बाथरूम में रखे है. बाल्टी में पानी भर कर उसमें डाल देना.

मैं अन्दर गया और देखा, कि भाभी कि रेड कलर कि ब्रा साड़ी पर रखी थी. मैंने जहाँ पर भाभी का दूध गिरा था, वहां पर चाटना शुरू कर दिया. क्या अमृत था वो. मैंने उनका ब्लाउज जिस पर सब से ज्यादा दूध था, सारा चाट कर साफ़ कर दिया. फिर मैंने उनके कपडे बाल्टी में डाल दिए. फिर मैं बाथरूम में से बाहर आ गया. एक बार सब के कपडे ऊपर सुख चुके थे, भाभी फिर से बेबी को दूध पिला रही थी.

उन्होंने कहा – तुम सब कपडे नीचे ले आओ. मैं ऊपर गया. वहां जब कपडे उतारने लगा, तो मुझे वहां भाभी कि ब्रा – पेंटी दिखी. मैंने सोचा, कि एक बार मुठ मार कर सारा माल इसमें छोड़ देता हु. साफ़ नहीं करूँगा. फिर मैंने सारे कपडे नीचे ले आया. एक बार भाभी और भाई बाहर गए थे. भाभी अपने कपडे धो कर गयी थी. मैंने देखा, कि उनकी ब्रा और पेंटी एकदम नयी थी और उस पर ९५ नंबर लिखा हुआ था.

मैंने ब्रा – पेंटी उतारी और अपने रूम में ले कर आ गया. मैंने भाभी कि ब्रा और पेंटी को पहन लिया और फिर पेंटी में से ही अपने लंड को हिलाने लगा. मैंने लंड को हिलाते हुए अपना सारा माल उनकी पेंटी में ही छोड़ दिया. मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा था. फिर मैंने पेंटी को वापस ऐसे ही टांग दिया. फिर मैं भाभी के रूम में गया.

वहां उनके कॉस्मेटिक चीज़े रखी थी. मैंने उनकी बॉडी क्रीम निकाली और अपने लंड पर लगा ली. मैंने फिर उनकी लिपस्टिक ली और लंड को बाहर निकाल कर लंड के मुह पर लिपस्टिक लगा ली. वो पूरा का पूरा लाल हो गया. मैं सोच रहा था, कि भाभी जब लिपस्टिक लगायेगी, उसको मेरे लंड का स्वाद भी मिलेगा.

फिर मैंने उनकी बिंदी ली और सारी बिंदी अपने लंड पर लगा ली और बिंदी को वापस से चिपका दिया. भाभी अपने नहाने के साबुन को अलग रखती थी और शेम्पू भी अलग बोटेल में था. मैंने सब से पहले उनका साबुन लिया और लंड पर अच्छी तरह से लगा लिया. फिर मैंने अपने लंड को साफ़ किया. फिर मैंने अपने लंड का मुठ मारा और शेम्पू कि बोटेल में अपना माल गिरा दिया. ये सब कर के मैं बहुत खुश हो गया था.

Ladke ne bhabhi ki bra panty pehenkar muthi maari

फिर मैंने उनकी ब्रा – पेंटी देखी. वो सुख गयी थी. मैंने मुठ मार कर जो माल गिराया था. उसका पेंटी में दाग दिख रहा था. लेकिन ज्यादा नहीं था. भाई और भाभी शाम को वापस आ गए थे. वो दोनों थक गए थे. भाभी ने खाना बनाया. मैं खाना खा कर अपने रूम में चले गया.

तभी मैंने देखा, कि भाभी अपने कपडे ले कर बाथरूम में गयी है. भाभी नहाने गयी थी. फिर वो थोड़ी देर में बाहर आई. उनके हाथ में उनके साबुन का बॉक्स था. जिस में मैंने अपने लंड का धोया था. मैंने बहुत खुश हो रहा था.

मैंने देखा, कि भाभी ने जो कपडे पहने थे वो बाहर ले कर नहीं आई. मैं समझ गया था, कि रात होने कि वजह से भाभी ने कपडे नहीं धोये थे. फिर मैंने सोचा, कि आज तो भाभी के नए कपड़ो पर मुठ मरूँगा. मैंने अपने मोबाइल पर रात के एक बजे का अलार्म लगा दिया. ताकि मुझे नींद भी आ जाए, तो मैं उठ जाऊ.

लेकिन मुझे नींद नहीं आई. रात को १:१५ बजे, मैं कमरे से बाहर आया. सब सो चुके थे. सुनसान अँधेरा हो गया था घर में. मैं दबे पाँव बाथरूम में गया. मैंने अपने मोबाइल का टोर्च बथूम म जलाया और भाभी के कपडे ढूंढने लगा. भाभी के कपडे बाल्टी में मिले.

मैंने बाल्टी उठाई और रूम में आ गया. मैंने अपने कमरे में लाइट जलाई. सब को पता था , कि मैं रात में उठ कर पड़ी करता हु. मैंने देखा, कि उस में भाभी ने जो ब्लू कलर कि साडी पहनी थी. वो थी और उसके नीचे पेटीकोट और ब्लाउज भी थे. लेकिन उसमे उनकी ब्रा और पेंटी नहीं थी. मैं तो उदास ही हो गया था.

फिर मैंने साड़ी खोली, तो उसमे से ब्रा और पेंटी गिरी. मैं खुश हो गया था. मैंने पेंटी में देखा, कि वो भाभी कि न्यू पेंटी थी और उसने चिकना – चिकना कुछ लगा था. जब हाथ लगाया, तो पता चला, कि वो भाभी का माल था. मैं तो पागल ही हो गया. मैंने पूरी पेंटी को चाट लिया. मैंने पूरी पेंटी को चाट कर साफ़ कर दिया. मुझे भाभी की चूत के पानी का स्वाद बड़ा ही अच्छा लगा. फिर मैंने उनकी ब्रा को भी चाटा. फिर मैंने देखा, कि ब्लाउज में भी कुछ लगा था. वो उनका माल हो था.

लेकिन, वो मर्द का लग रहा था और ऐसा लग रहा था, कि कैसे किसी ने पूछा हो. मैं समझ गया. कि ये भाई का माल है. मैंने भी लंड को बाहर निकाला और मुठ मारा और ब्लाउज से पूछ लिया. मैंने ऐसा इसलिए किया, कि भाभी को लगे; ये माल भाई का ही है. मेरा और भाई का मुठ भाभी के ब्लाउज पर चमक रहा था.

फिर मैंने उनकी साड़ी से अपने लंड को पौछा और फिर रात को ३ बजे तक भाभी के कपड़ो से खेलता रहा. फिर मैं बाल्टी को उठा कर बाथरूम में रख आया. सुबह जब भाभी नहाने गयी और फिर अपने कपड़ो को धो कर मेरे रूम में आई.

मैं उस समय बेबी को खिला रहा था. भाभी ने लिप्स पर लिपस्टिक लगा रखी थी, जो मैंने पहले दिन अपने लंड पर लगायी थी. मुझे अन्दर से बहुत ख़ुशी हो रही थी. अब मुझे जब भी मौका मिलता था, मैं भाभी की ब्रा और पेंटी में मुठ मारता था और उनके कोस्मेस्टिक सामान को अपने लंड पर मलता. ऐसा करने में मुझे बड़ा मजा आता था और बड़ी ख़ुशी मिलती थी.

तो दोस्तों, मुझे जरुर बताना कि आपको मेरी कहानी कैसी लगी?

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]]> 9500 भाभी के साथ साड़ी में सेक्स https://hothindisexstory.com/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b8/ Fri, 14 Oct 2016 11:30:06 +0000 https://hothindisexstory.com/?p=9479 मेरे भैया की शादी २ साल पहले ही हुई है। भाभी का नाम अर्चना जैन है। भाभी बहुत ही सेक्सी ,गोरी, स्लिम है। उनका फ़ीगर वेल मेन्टेन है। भैया एक एम् एन सी में बोम्बे में सी ऐ हैं। वो कभी कभी आते है। भाभी को देख २ कर मैं भाभी के साथ साड़ी में […]

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]]> मेरे भैया की शादी २ साल पहले ही हुई है। भाभी का नाम अर्चना जैन है। भाभी बहुत ही सेक्सी ,गोरी, स्लिम है उनका फ़ीगर वेल मेन्टेन है। भैया एक एम् एन सी में बोम्बे में सी ऐ हैं। वो कभी कभी आते है। भाभी को देख २ कर मैं भाभी के साथ साड़ी में सेक्स को तो जैसे पागल हुआ जा रहा था। किसी न किसी तरह भाभी को छूने की कोशिश करता रहता था। वो जब मेरे कमरे में झाडू लगाने आती तो जैसे ही झुकती तो मेरा ध्यान सीधे उनके ब्लाउज़ के अंदर चला जाता। क्या गजब बूब्स हैं उनके जी करता कि पकड़ कर मसल दूं। पर मैं तो सिर्फ़ उन्हे देख ही सकता था। भाभी और मुझ में बहुत ही अच्छी जमती थी। हम हंसी मजाक भी कर लेते थे। पर कभी भी घर में अकेले नहीं होते थे कोई न कोई रहता था। मैं सोचता था कि काश एक दिन मैं और भाभी अकेले रहे तो शायद कुछ बात बने।


सर्दी का मौसम था घर के सभी मेम्बर्स को एक रिश्तेदार कि शादी में चेन्नई जाना था। भैया तो रहते नहीं थे। मम्मी पापा, मैं और भाभी ही थे। पापा ने कहा कि शादी में कौन कौन जा रहा है। मैने कहा मेरे तो एक्ज़ाम्स आ रहे है। मैं तो नहीं जा पाउंगा। मुम्मी बोली के चलो ठीक है इसके मरजी नहीं है तो ये यहीं रहेगा पर इसके खाने का प्रोब्लम रहेगा। इतने में मैं बोला कि भाभी और मैं यहीं रह जायेंगे आप दोनो चले जायें।

सबको मेरा आइडिआ सही लगा। अगले दिन मम्मी पापा को मैं ट्रैन में बिठा आया। अब मैं और भाभी ही घर में थे। भाभी ने आज गुलाबी साड़ी और ब्लाज़ पहन रखा था ब्लाउज़ में से बरा जो के स्रीम कलर की थे साफ़ दिख रही थी। मैं तो कंट्रोल ही नहीं कर पा रहा था। पर भाभी को कहता भी तो क्या। भाभी बोली थन्क यू देवेर जी। मैने कहा किस बात का। भाभी बोली मेरा भी जाने का मूड नहीं था। अगर आपकि पढ़ायी डिस्टर्ब न हो तो आज मोवी चले। मैने कहा चलो। पर कोई अच्छी मोवी तो लग ही नहीं रही है सिर्फ़ मर्डर ही लगी हुई है। भाभी बोली वो ही चलते हैं। मैं चोंक गया। भाभी ड्रेस चेंज करने चली गयी। वापस आयी तो उन्होने डीप कट ब्लाउज़ पहना था उनके ब्रा और बूब्स के दर्शन हो रहे थे। मैने कहा भाभी अच्छी दिख रही हो भाभी बोली थैंक्स । हम सिनेमा हाल गये हमें इत्तेफ़ाक से सीट भी सबसे उपर कोने में मिली। फ़िल्म शुरु हुई मेरा लंड तो काबु में ही नहीं हो रहा था। अचानक मल्लिका का कपड़े उतारने वाला सीन आया। मैं देख रहा था कि भाभी के मुंह से सिसकिआं निकलने शुरु हो गैइ।

और भाभी मेरा हाथ पकड़ कर मसलने लगी। मेरा भी हौसला बढ़ा मैने भी भाभी के कंधे पर हाथ रका दिया और धीरे २ मसलने लगा। हाल में बिल्कुल अंधेरा था। मेरा हाथ धीरे २ भाभी के बूब्स पर आ गया भाभी ने भी कुछ नहीं कहा वो तो फ़िल्म का मज़ा ले रहे थी। अब मैं भाभी के बूबी को मसल रहा था और अब मैने उनके ब्लाउज़ में हाथ डाल दिया भाभी सिर्फ़ सिसकरियां भरती रही और मुझे को ओपरेट करती रही। अब फ़िल्म एंड हो चुकी थी हम दोनो घर आये। मैने पूछा क्यों भाभी कैसि लगी फ़िल्म। भाभी बोली मस्त। मैने कहा भाभी भूख लगी है। हम दो नो ने साथ खना खया। मैं अपने कमरे में चला गया। इतने में भाभी की अवाज़ आई क्या कर रहे हो देवेर जी जरा इधर आओ न।

भाभी के साथ साड़ी में सेक्स

मैं भाभी के बेडरूम में गया तो भाभी बोली ये मेरी ब्रा का हुक बालों में अटक गया है प्लीज़ निकाल दो न। भाभी सिर्फ़ ब्रा और पेटीकोट में ही थी। उसने क्रीम रंग की बरा पहन रखी थी। मैने ब्रा खोलने के बहाने उसके निप्पलों को भी मसल दिया और पूरी पीठ पर हाथ फ़िरा दिया मैने कहा भाभी लो खुल गयी ब्रा मैने बरा को झटके से नीचे गिरा दिया अब भाभी पूरी टोपलेस हो चुकी थी। हम दोनो फ़ुल फ़ोर्म में आ चुके थे भाभी बोली देवेर जी भूख लगी है तो दूध पीलो मैने भाभी को उठाया और बिस्तर पर ले गया उनका पेटीकोट भी खोल दिया अब वो पूरी नंगी हो चुकी थी और मैं भी। मैने शुरुआत उपर से ही करना मुनासिब समझा

और भाभी के लाल लिपस्टिक लगे रसीले होंथों को जम कर चूसा। उसके बाद बारी आई उनके छाती की जिस पर कि दो मोटे २ दूध की टंकिया लगी थी। उनके निप्पल का सबसे आग्गे का हिस्सा बिल्कुल भूरा था मैने भाभी के बूब्स को इतना मसला और चूसा कि सच में ही दूध निकल आया। मैने दोनो का जम कर आनंद लिया। भाभी के मुंह से तो बस सिसकरियं निकल रहे थी आह आआआअह आआआआआह्हह अब मैं बूब्स से नीचे भाभी की चूत पर आया क्या क्लीन चूत थी एक भी बाल नहीं। मैने पहले तो भाभी की चूत को खूब चाटा फिर एक्स एक्स एक्स फ़िल्मो की तरह जोर २ से उंगली करने लगा। भाभी आअह आआआह देवेर जी कर रहे थी। फिर मैने भाभी को घोड़ी बनने के लिये कहा भाभी घोड़ी बन गयी मैने अपना लंड चूत में डाल दिया और जोर जोर से चोदने लगा। इस तरह मैने ३० मिनट तक भाभी को अलग २ पोजिशन में चोदा (सोफ़े पर भी)। अब मैं थक गया था। भाभी बोली तुमने तो मेरे बहुत मज़े ले लिया मेरे शानदार फ़ीगर वाले बूब्स को चूस २ और मसल २ कर लटका और खाली कर दिया अब मेरी बारी है। मैं लेट गया

भाभी मेरे उपर चढ़ गयी और मेरे सीने पर मसलने और चूसने लगी और मेरे भी छोटे २ बोब निकाल दिये मैं भी भाभी के बूब्स को मसल रहा था फिर भाभी मेरे लंड को पकड़ कर चूसने लगी करीब १५ मिनट तक उसने मेरे लंड को चूसा।अब हम दोनो को नींद आ रही थी हम उसी हालत में सो गये। सुबह उठ कर हम दोनो साथ ही टब में नहाये और मैने भाभी के एक एक अंग को रगड़ २ कर धोया।

इसके बाद भी हम २ -३ दिन तक सेक्स का आनंद लेते रहे। अब भी कभी मौका मिलता है तो हम शुरु हो जाते हैं। साथ में घर पर ही नेट पर साइट्स देखते हैं। मुझे तो साड़ी सेक्स बहुत पसंद है। एक एक कपड़ा ब्लाउज साडी ,ब्रा ,पेटीकोट खोलने का मज़ा कुछ और ही है। मैं अपनी ड्रीम गर्ल को भी साड़ी में ही देखना चाहता हूं।

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]]> 9479 भाभी को चोदने की कोशिश -1 https://hothindisexstory.com/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9a%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b6%e0%a4%bf%e0%a4%b6/ Sat, 01 Oct 2016 21:52:44 +0000 https://hothindisexstory.com/?p=9281 दोस्तों में हरियाणा के एक गावं में रहता हूँ, मेरी उम्र 19 साल है, लेकिन मैंने 18 साल की उम्र से ही मुठ मारना शुरू कर दिया था। में जब 18 साल का हुआ तब तक मेरे अंदर बहुत कमज़ोरी आ गयी थी, मुझे बहुत बार चक्कर आने लगे थे, लेकिन मुझे पता नहीं क्या […]

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]]> दोस्तों में हरियाणा के एक गावं में रहता हूँ, मेरी उम्र 19 साल है, लेकिन मैंने 18 साल की उम्र से ही मुठ मारना शुरू कर दिया था। में जब 18 साल का हुआ तब तक मेरे अंदर बहुत कमज़ोरी आ गयी थी, मुझे बहुत बार चक्कर आने लगे थे, लेकिन मुझे पता नहीं क्या हुआ भगवान को मुझ पर दया आ गई और एक साल के अंदर मेरा शरीर बहुत अच्छा हो गया था और इस एक साल में मेरा वजन भी 19 किलो बढ़ गया था और अब में पहले से भी बहुत अच्छा दिखने लगा था और बहुत सी लड़कियां भी मेरी तरफ देखने लगी थी। दोस्तों वो सर्दी का समय था और तब एक दिन मेरी भाभी (मेरे चचेरे भाई की पत्नी) घर पर आ गई, जो कज़िन के साथ बाहर रहती थी। दोस्तों उस पर मेरी नज़र तब से ही थी, जब उसकी नई नई शादी हुई थी और में हमेशा से उसको पटाने के चक्कर में था, लेकिन ना जाने क्यों मेरी बिल्कुल भी हिम्मत ही नहीं होती थी।

फिर मुझे पता चला कि वो अब यहीं पर रहने वाली है और अब की बार वो भाई के साथ में नहीं जाएगी तो में यह बात सुनकर बहुत खुश हुआ और अब में अपने भाई अशोक के जाने इंतजार करने लगा, लेकिन इस बीच में अपनी भाभी से जानबूझ कर बहुत करीब आने लगा और उनको अपनी बातों में फंसाने लगा। फिर वो समय भी आ गया जिसका मुझे बहुत समय से इंतजार था और अशोक अपनी नौकरी पर चला गया। दोस्तों सबसे पहले में आप लोगों को अपनी भाभी के बारे में पूरा विस्तार से बताता हूँ। दोस्तों उनका नाम नीलम है और वो बहुत सुंदर है और उनका वजन करीब 50 किलो और उनकी लम्बाई 5.4 है, उनकी उम्र 23 साल है, लेकिन फिगर के साईज़ का मुझे पता नहीं, क्योंकि मैंने कभी नापा नहीं और नापकर करना भी क्या था? मुझे तो बस उन्हें चोदने से मतलब था।

फिर अशोक के चले जाते ही में नीलम भाभी को चोदने का प्लान बनाने लगा। मैंने अब उसके साथ थोड़ी ज्यादा शरारत करनी शुरू कर दी, कभी में उसके कंधे पर हाथ रख देता तो कभी उसको पीछे से एकदम पकड़कर भीच देता, लेकिन मेरी इस हरकत से वो बुरा नहीं मानती, इसलिए मेरी हिम्मत थोड़ी और बढ़ गई। एक दिन मैंने भाभी की गांड पर हाथ लगा दिया तो उसने थोड़ा मेरी तरफ घूरकर देखा, लेकिन फिर कुछ नहीं बोली। फिर मुझे लगने लगा कि अब की बार तो मेरी बात बन ही जाएगी। फिर अगले दिन शाम को मैंने उसको जबरदस्ती पकड़कर किस करने की कोशिश की, लेकिन उसने नहीं करने दिया और वो मुझसे बहुत गुस्से में बोली कि यह तेरी क्या हरकत है? क्या तुझे बिल्कुल भी शरम नहीं आती? तो में चुपचाप वहां से चला गया और अगले दिन सुबह वो घर पर बिल्कुल अकेली थी तो मैंने मन ही मन सोचा कि चलो आज इस मौके का फायदा भी उठा लेता हूँ और जब में उसके पास गया तो वो मुझसे बोली कि यहाँ पर मेरे पास बैठ और में बैठ गया। अब वो मुझसे बोली कि में कई दिनों से तुझे देख रही हूँ, तू किस चक्कर में पड़ा है। फिर वो बोली कि तुझे का शरम नहीं आती ऐसा करते हुए? वो बोली कि कंधे पर हाथ रखने तक तो ठीक था, लेकिन तूने तो अब बिल्कुल हद ही कर दी, कभी कहीं हाथ लगाता है, कभी कहीं, तुझे क्या शरम नहीं आती? में तेरी भाभी लगती हूँ और वो उस समय बहुत गुस्से से बोल रही थी और वो मुझसे पूछने लगी कि क्यों कर रहा है तू ऐसा? तो मैंने कहा कि मुझे तू बहुत अच्छी लगती है इसलिए। अब वो बोली कि और मुझे तेरा भाई अच्छा लगता है और तू मुझे ऐसी वैसी मत समझना। में अशोक से बहुत ज्यादा प्यार करती हूँ और वो भी मुझे बहुत प्यार करता है। दोस्तों उसकी ऐसी बातें सुनकर तो मेरा पूरा मूड ही खराब हो गया और में वहां से उठकर चला गया।

फिर एक दिन सवेरे वो घर पर अकेली थी तो में भाभी के पास चला गया, वो पलंग पर बैठी हुई थी तो मैंने बहुत हिम्मत करके भाभी के दोनों हाथ अपने दोनों हाथों से पकड़ लिए और उसके होंठो पर किस करने लगा। करीब 3-4 सेकेंड तक उसके होंठ चूसे और फिर उसके हाथ छोड़कर में जाने लगा। मैंने सोचा कि वो मुझसे बहुत गुस्सा होगी और कुछ कहेगी, लेकिन मैंने पीछे मुड़कर देखा तो वो अपने होंठो को हाथ से साफ कर रही थी और फिर में चला गया। वाह दोस्तों मुझे क्या गजब का मज़ा आया था और फिर जब भी मुझे मौका मिलता तो में उसे पकड़कर उसके होंठो पर किस कर देता, लेकिन वो मेरा साथ नहीं देती थी, बस वो मुझसे छुड़ाने की कोशिश किया करती थी। अब मेरी हिम्मत दिनों दिन बढ़ती गई, क्योंकि वो यह बात किसी को नहीं बताती थी और में कभी कभी उसके बूब्स को भी दबा देता और उसे पीछे से कसकर पकड़ लेता, जिससे मेरा लंड खड़ा हो जाता और पीछे से उसकी गांड पर रगड़ने लगता था। बस मेरा मन करता कि अभी अपना लंड उसकी गांड में घुसा दूँ, लेकिन मुझे इससे ज़्यादा कुछ करने का मौका ही नहीं मिलता था, क्योंकि घर में हमेशा और भी सदस्य थे तो कभी रसोई में या कभी उसके रूम में मुझे थोड़ा ही मौका मिलता था।

फिर में मन ही मन सोचने लगा कि अब यह मुझे जब भी अकेली मिलेगी, में इसे चोद दूँगा। फिर वो दिन भी आ गया, वो उस दिन घर पर बिल्कुल अकेली थी और मैंने उसको जबरदस्ती पकड़कर बेड पर पटक लिया और में उसके ऊपर लेट गया, वो मुझसे छुड़ाने की बहुत कोशिश कर रही थी, लेकिन मैंने उसको नहीं छोड़ा तो वो रोने का नाटक करने लगी और बोली कि प्लीज एक बार उठो आपकी कोहनी मेरे पेट में गड़ रही है तो मैंने उसे छोड़ दिया और खड़ा हुआ और वो खड़ी हुई और खड़े होते ही उसने मेरे गाल पर ज़बरदस्त तीन थप्पड़ मारे। उसने मेरा तो पूरा दिमाग़ ही हिला दिया और उससे मेरे गाल एकदम सुन हो गये थे और उसने एकदम से मुझे धक्का देकर रूम से बाहर कर दिया और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। फिर में वापस चला गया और अब मैंने उसे चोदने की आस ही छोड़ दी और मैंने मन ही मन सोच लिया कि यह मुझसे नहीं चुदेगी और फिर 10 दिन तक मैंने उससे कोई भी बात ही नहीं की, वो मुझसे कुछ भी बोलती, लेकिन में उससे नहीं बोलता। फिर एक दिन मुझे पता चला कि वो दोबारा घर पर अकेली है तो में एक बार फिर से उसके पास चला गया।

अब वो मुझसे बोली कि क्या हुआ गुस्सा खत्म हो गया? क्यों अब नहीं होना मुझसे नाराज़? तो में बिना कुछ बोले उसके पास बैठकर उसके गाल पर किस करने लगा, लेकिन वो मुझसे कुछ नहीं बोली। फिर ऐसे ही दोबारा मैंने भाभी के साथ शरारत करनी शुरू कर दी। एक दिन में क्रिकेट खेलकर आया और तब वो सो रही थी, उसके सर में दर्द था, में उसके पास गया और उसे जगाकर उसके चेहरे को पकड़कर उसके होंठो पर किस करने लगा। दोस्तों मैंने महसूस किया कि उस दिन पहली बार उसने पीछे से मेरा सर पकड़ा और किस करने में मेरा साथ देने लगी, उसने अपनी जीभ को मेरे मुहं में डाल दिया और ज़बरदस्त किस करने लगी, मुझे ऐसा मज़ा पहले कभी नहीं आया था और किस करते वक्त मेरा लंड फटने को हो रहा था और मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे मेरी नसो में खून बड़ी तेज़ी से बह रहा है। फिर जब भी में उसे किस करता तो वो भी मेरा साथ देने लगी थी और में उसे अपनी बाहों में लेता और हम एक दूसरे से चिपककर बहुत मज़े से किस करते। हमें बहुत मज़ा आता था, लेकिन वो अब भी चुदने को तैयार नहीं थी।

फिर एक दिन दोबारा मुझे मौका मिला, जब घर पर कोई नहीं था तो मैंने सोचा कि चलो चोदने की कोशिश करता हूँ। फिर में उसके पास गया और उसे बेड पर पटक लिया तो वो छुड़ाने लगी। फिर मैंने उससे कहा कि प्लीज सिर्फ़ एक बार मुझे करने दो, तो वो मुझसे बोली कि नहीं बिल्कुल नहीं, जब तेरा भाई है यह सब करने के लिए, तो में और किसी से क्यों करवाऊँ? में उसे मनाता रहा, लेकिन वो नहीं मानी। फिर मैंने उसे छोड़ दिया और वो बाहर आ गई और मुझसे कहने लगी कि तुम जाओ, में नहाने जा रही हूँ। फिर मैंने उसे फिर से पकड़ लिया और उसके बूब्स को मसलने लगा और में उसे बार बार कह रहा था कि बस एक बार करने दो, लेकिन वो लगातार मना करती रही। फिर में उसे बाथरूम में ले गया और मैंने अंदर से दरवाजा बंद किया तो वो कहने लगी कि प्लीज तुम बाहर जाओ, तुम मुझे भी मरवाओगे प्लीज कोई आ जाएगा। फिर मैंने कहा कि कोई नहीं आएगा और अगर कोई आ भी गया तो उसे क्या पता कि में भी बाथरूम में तुम्हारे साथ हूँ? फिर मैंने उसको दीवार के साथ लगा लिया और उसके ब्लाउज के हुक को खोलने लगा। में आज पहली बार उसके हुक खोल रहा था तो मुझसे हुक खुल ही नहीं रहा था, बहुत मुश्किल से एक खुला तो वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज ऐसा मत करो, लेकिन में अब उसकी कहाँ सुनने वाला था, क्योंकि मुझे बहुत मुश्किल से तो यह मौका मिला था। फिर धीरे धीरे मैंने उसके सारे हुक खोल दिए।

भाभी

भाभी ने अपनी आँखे बंद कर ली थी और उसके बिल्कुल सफेद बूब्स अब मेरे सामने थे। फिर मुझसे रुका नहीं गया और में उन्हें चूसने लगा, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। फिर 5 मिनट बूब्स को चूसने के बाद मैंने उसकी साड़ी को उतारकर नीचे पटक दिया। फिर उसने अपने पैर से अपनी साड़ी को एक तरफ सरका दिया और यह देखकर में बहुत हैरान था और में समझ गया कि अब तो यह भी मुझसे चुदने के लिए तैयार है। फिर में उसका पेटिकोट उतारने लगा तो उसने मना कर दिया कि प्लीज अब इसको मत उतारो बस इतना ही रहने दो, में इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकती, मेरा मन यह सब करने के लिए तैयार नहीं है। फिर में उसके पेटिकोट को नीचे से पकड़कर ऊपर उठाने लगा तो उसने अपनी आँखे बंद कर ली। मैंने देखा कि उसने पेंटी नहीं पहनी थी और उसकी चूत पर बहुत बाल थे।

मैंने चूत पर हाथ लगाकर देखा तो उसकी चूत अब तक बहुत गीली हो चुकी थी। फिर मैंने सोचा कि अब और देर नहीं करनी चाहिए और मैंने अपनी बेल्ट को निकाल दिया और वहीं पर टांक दी। फिर मैंने तुरंत अपनी पेंट को घुटनों तक उतार लिया और उसका पेटिकोट ऊपर उठाया और उसकी आँखे अभी भी बंद थी। अब में अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा और तभी मेरा लंड फिसलकर नीचे से पीछे की तरफ निकल गया। उसने आँखे बंद किए ही भाभी ने हाथ से मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत के सही जगह पर लगा लिया और फिर मैंने ज़ोर से धक्का देकर पूरा लंड अंदर डाल दिया। चूत गीली होने की वजह से लंड आसानी से फिसलता हुआ अंदर चला गया। अब मैंने धक्के लगने शुरू कर दिए और वो तेज तेज सांस ले रही थी और मुझे तो इतना मज़ा आ रहा था कि में शब्दों में बता नहीं सकता, क्योंकि में आज पहली बार चूत मार रहा था, लेकिन तब में समझ गया कि सभी लोग इस चीज़ के लिए क्यों मरते है?

फिर 5 मिनट बाद मैंने सोचा कि अब में पीछे से इसकी चूत मारता हूँ तो में उसे पकड़कर घुमाने लगा तो वो मुझसे बोली कि नहीं तुम आगे से ही करो। उसने सोचा कि में अब उसकी गांड मारने वाला हूँ। फिर 5 मिनट और में उसे खड़े खड़े ही चोदता रहा। फिर मैंने भाभी से कहा कि चल अब नीचे लेट जा तो वो बाथरूम में नीचे लेट गई और मैंने उससे कहा कि चल अपने हाथ से लंड पकड़कर अपनी चूत पर सेट कर तो उसने मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत पर सेट कर दिया। फिर बोली कि चल अब कर तो में धक्के मारने लगा, तभी वो मुझसे पूछने लगी कि क्या तुमने पहले भी कभी किसी के साथ सेक्स किया है? तो मैंने कहा कि नहीं में आज तेरे साथ पहली बार कर रहा हूँ और में ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा और वो मुझसे बोली कि प्लीज थोड़ा धीरे धीरे करो और मैंने अपनी स्पीड को थोड़ी कम कर लिया, वो मुझे पागलों की तरह किस करने लगी और भाभी ने मुझे बहुत टाईट अपनी बाहों में भर लिया और फिर पीछे से मेरे कूल्हों को पकड़कर अपनी गांड ऊपर उठा उठाकर चुदाई का मज़ा ले रही थी। फिर करीब 10 मिनट के बाद वो बिल्कुल शांत हो गयी और मुझसे कहने लगी कि चलो अब हटो।

फिर मैंने उससे कहा कि तेरा हो गया, लेकिन मेरा अभी नहीं हुआ। फिर वो बोली और कितनी देर लग़ेगी? मैंने कहा कि मुझे पता नहीं और में अब लगातार भाभी की चूत मार रहा था। में पसीने में बिल्कुल नहा गया था और बाथरूम में जगह थोड़ी कम थी तो हम अपने पैर भी सीधे नहीं कर पा रहे थे, इसलिए जब में झटके लगा रहा था तो भाभी का सर दीवार से लग रहा था। फिर मैंने एक हाथ उसके सर पर रख लिया कि उसको चोट ना लगे। फिर मैंने उसके दोनों पैर अपने कंधो पर रख लिए और फिर चोदने लगा। तब मुझे ज्यादा मज़ा आ रहा था। फिर वो कहने लगी कि ऐसे मत करो, ऐसे बहुत दर्द होता है। फिर मैंने कहा कि थोड़ी देर रुक बस अभी होने वाला है और करीब 15 मिनट और निकल गए तो वो कहने लगी और कितनी देर लगाओगे? अब तो करीब उसे चोदते हुए 50 मिनट हो गए थे।

में बहुत हैरान हो गया कि इतनी देर कैसे लग रही है, जबकि में आज पूरा मज़ा ले रहा हूँ और मुठ तो में करीब 2 मिनट में भी मार लेता हूँ और मैंने कई लड़को से पूछा था वो यही कहते थे कि पहली बार में तो 2 या 3 मिनट ही लगते है। अब मैंने उससे कहा कि में पीछे करना चाहता हूँ तो वो बोली कि नहीं पीछे बहुत दर्द होता है। मैंने कहा कि में बहुत धीरे धीरे से करूंगा, जब दर्द होगा तो नहीं करूंगा। फिर वो कुछ नहीं बोली। मैंने लंड उसकी गांड पर रख दिया और एक झटका लगाया तो वो एकदम से उछलकर पड़ी और नीचे बैठकर अपने चेहरे पर हाथ रखकर रोने लगी। अब में थोड़ी देर खड़ा रहा और फिर मैंने उससे कहा कि चलो ठीक है आगे ही करता हूँ। फिर तभी वो बहुत ज़ोर से चिल्लाकर मुझसे बोली कि नहीं करवाना मुझे। फिर में उसका गुस्सा देखकर बहुत डर गया कि कहीं बाहर किसी ने ना सुन लिया हो और फिर मैंने हेंगर पर से अपनी बेल्ट उतारी और बेल्ट लगाकर जल्दी से वहां से बाहर निकल गया।

Read 2nd part – भाभी को चोदने की कोशिश -2

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]]> 9281 भाभी को चोदने की कोशिश -2 https://hothindisexstory.com/bhabhi-ko-chodne-ki-kosis-photo-ke-sath/ Sat, 01 Oct 2016 21:51:43 +0000 https://hothindisexstory.com/?p=9283 दोस्तों में अब बहुत खुश था कि इतने सालों से जो में चाहता था वो मुझे मिल गया था, लेकिन एक बड़ी टेंशन भी हो गई थी कि इतनी देर चोदने के बाद भी मेरा वीर्य नहीं निकला। में सोचने लगा कि कहीं मेरे अंदर कोई समस्या तो नहीं है। फिर मैंने मुठ मारी तो […]

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]]> दोस्तों में अब बहुत खुश था कि इतने सालों से जो में चाहता था वो मुझे मिल गया था, लेकिन एक बड़ी टेंशन भी हो गई थी कि इतनी देर चोदने के बाद भी मेरा वीर्य नहीं निकला। में सोचने लगा कि कहीं मेरे अंदर कोई समस्या तो नहीं है। फिर मैंने मुठ मारी तो 4-5 मिनट में ही झड़ गया और वीर्य भी बहुत सारा निकला, लेकिन यह मेरे लिए बहुत बड़ी टेंशन हो गई थी। फिर शाम को में bhabhi के पास गया तो वो रोने लगी और कह रही थी कि तुमने मेरे साथ बहुत ग़लत किया है। में अब तुमसे कभी भी बात नहीं करूंगी, तेरा भाई मुझ पर कितना विश्वास करता है और मैंने उसका विश्वास तोड़ दिया है। फिर मैंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है और वैसे भी उसको क्या पता कि हमारे बीच क्या हुआ है और किसी को कुछ पता नहीं चलेगा। अब उसने मुझसे कहा कि प्लीज किसी को इसके बारे में कुछ मत बताना। अगले दिन वो ठीक लग रही थी और मुझसे बात भी कर रही थी। अब मैंने उससे कहा कि में फिर से करना चाहता हूँ तो वो मना करने लगी। फिर अगले दिन सुबह में उसके पास गया, तब वो एकदम अकेली थी। मैंने उससे कहा कि चल तैयार हो जा, वो कहने लगी कि नहीं मेरे सर में बहुत दर्द है।

फिर मैंने उससे कहा कि मेरे सामने तेरा कोई बहाना नहीं चलेगा और मैंने उसको बेड पर लेटा दिया। फिर उसने मुझसे कहा कि पहले बाहर का दरवाजा बंद करके आओ। मैंने दरवाजा बंद किया और फिर उसके पास आ गया, उस दिन उसने सूट सलवार पहना हुआ था और में अब उसकी सलवार को उतारने लगा, लेकिन मुझसे उसका नाड़ा ही नहीं खुला। फिर मैंने उससे कहा कि खोल इसको तो वो हंसने लगी और उसने 1 सेकिंड में नाड़ा खोल दिया। फिर मैंने सलवार को खींचकर उतार दिया, उसने काली पेंटी पहनी हुई थी और उसके गोरे गोरे पैर के ऊपर काली पेंटी क्या मस्त लग रही थी। फिर मैंने पेंटी को उतार दिया और उसके सूट को उतारने लगा तो वो मुझसे मना करने लगी और कहने लगी कि इसको रहने दो, कोई आ जाएगा तो जल्दी से पहना भी नहीं जाएगा। फिर मैंने अपनी टी-शर्ट को उतार दिया और अपनी पेंट को घुटनों तक नीचे कर लिया और थोड़ी देर उसके होंठो को चूसा और अब में लंड को चूत में डालने लगा। उसने अपने बाल साफ नहीं किए थे और मैंने झांट काट लिए थे तो वो देख रही थी कि उसकी चूत पर बाल है और मेरा लंड एकदम चिकना दिख रहा था।

फिर मैंने लंड रखा और धीरे से डालने लगा तो लंड थोड़ा सा अंदर गया तो उसके मुहं से आह्ह्ह्ह की आवाज़ आई और मुझे इस बार कुछ ज्यादा टाईट चूत लगी। फिर मैंने चोदना शुरू कर दिया और करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपनी पेंट को निकालकर फेंक दिया और में पूरा नंगा होकर उसे चोदने लगा। इस बार मैंने सोच लिया था कि आज देखना है में कितनी देर में झड़ता हूँ और फिर में नीचे खड़ा हो गया और उसको बेड पर लेटाकर चोदने लगा। फिर 10-15 मिनट के बाद मैंने फिर से उसके पैरों को अपने कंधो पर रख लिया और चोदने लगा। फिर थोड़ी देर बाद में उसके ऊपर लेटकर चोदने लगा, ऐसे करते करते मुझे 1 घंटा हो गया। फिर मुझे लगा कि में अब झड़ने वाला हूँ तो मैंने उससे पूछा कि क्या में अंदर ही निकाल दूँ तो उसने कहा हाँ और मैंने सारा वीर्य उसकी चूत में निकाल दिया और तब जाकर मेरी पूरी टेंशन खत्म हुई कि चलो एक घंटे में ही सही, लेकिन में झड़ तो गया।

फिर मैंने अपने दोस्तों से पूछा कि मेरा एक घंटे में होता है कोई समस्या तो नहीं है। फिर मेरे सभी दोस्तों ने यही कहा कि यह कोई समस्या नहीं बल्कि अच्छी बात है, झड़ने में जितना ज्यादा समय लगता है औरत को उतना ही मज़ा आता है और वो कहने लगे कि हम तो बियर पीकर करते है तो 10 -15 मिनट लगते है और तब मैंने पूछा कि बियर पीने से क्या होता है? तो उन्होंने कहा कि बियर पीने से मज़ा भी ज्यादा आता है और टाईम भी ज्यादा लगता है। फिर में सोचने लगा कि में बियर पीकर करूंगा तो कितनी देर लगेगी? में तो बहुत खुश हो गया कि चलो यह तो अच्छी बात है कि मुझे ज्यादा देर लगती है तो में छुपकर उसी रात को फिर से नीलम के पास चला गया। उसने मुझसे कहा कि दरवाजा बंद कर दो, कहीं कोई अंदर ना आ जाए। फिर मैंने दरवाजा बंद किया, उसने सूट और बिल्कुल टाईट पजामा पहन रखा था। मैंने उसका पजामा निकाल दिया और पेंटी को भी और फिर सूट को उतारने लगा तो वो मना करने लगी, लेकिन इस बार में नहीं माना और मैंने सूट को निकाल दिया। फिर वो बस ब्रा में रह गई थी, तो वो कहने लगी कि इसे रहने दो। फिर मैंने कहा कि जब सारे कपड़े उतार दिए है तो अब इसे भी उतार दे।

bhabhi

फिर मैंने उसकी ब्रा को भी निकाल दिया और अब वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी, वाह क्या मस्त मस्त लग रही थी वो, में बता नहीं सकता। फिर मैंने अपने भी सारे कपड़े निकाल दिए और अब हम दोनों नंगे थे, उसने कहा कि लाईट को बंद कर दो। मैंने लाईट को बंद कर दिया, लेकिन टी.वी. चल रहा था, जिसका उजाला हो रहा था। फिर मैंने उसे लेटा दिया तो देखा कि आज उसने अपनी चूत के बाल साफ कर रखे है और उसकी गोरी चूत बड़ी प्यारी लग रही थी। में लंड डालने लगा तो उसने मुझसे कहा कि रूको मैंने बाल साफ किए थे तो थोड़ा कट गया है। फिर उसने वहां पर एक कपड़ा लगा लिया और मैंने मोबाईल उठाया, तब मैंने देखा 9:30 का टाईम था और फिर अपना मोबाईल साइलेंट करके रख दिया और अब लंड को चूत के डालने लगा तो वो सिसकियाँ लेने लगी, आहहह्ह्ह्ह उफफ्फ्फ्फ़ और फिर मैंने अपना पूरा लंड अंदर डाल दिया और मैंने उसको फुल स्पीड से धक्के देकर चोदना शुरू कर दिया।

आज तो मुझे कुछ ज्यादा ही टाईम लगता नज़र आ रहा था और में चुदाई करता रहा, कभी धीरे धीरे तो कभी फुल स्पीड से और वो कहती रही और कितना टाईम लगेगा? में कहता रहा 5 मिनट और ऐसे ही पता नहीं कितना टाईम निकल गया, वो इस बीच 5 – 6 बार झड़ चुकी थी, लेकिन में एक बार भी नहीं झड़ा था। अब वो मुझसे कहने लगी कि तू तो अपनी पत्नी को मार ही देगा। फिर मैंने बहुत सारा वीर्य उसकी चूत में निकाल दिया और फिर उसके ऊपर ही लेट गया। तभी मैंने मोबाईल उठाकर टाईम देखा तो मेरे तो होश ही उड़ गये। दोस्तों वो 12:16 का टाईम था और में हैरान रह गया कि मुझे इतना टाईम लग गया। दोस्तों यह तो हद ही हो गई थी और वो 2 मिनट के अंदर ही सो गई, लेकिन मुझे नींद नहीं आई और वो मुझसे चिपककर सो रही थी।

फिर 5 बजे मैंने उसे उठाया और कपड़े पहने और में चला गया, वो सर्दियों का समय था तो इतनी जल्दी कोई नहीं उठता था और सभी अंदर रूम में सोते थे और में अपने रूम में अकेला सोता था। अब में बाहर आकर अपने रूम में सो गया और अगले दिन 11 बजे उठा। फिर 3-4 दिन तक मेरे पेट और छाती में दर्द रहा और ऐसे ही मैंने 1 महीने में 17 बार उसकी चुदाई की और हर बार 30 मिनट से 1 घंटे तक का टाईम लगा। फिर वो 2 महीने के लिए अपने घर पर चली गई और हम फोन पर बातें करते थे और तब वो कहने लगी कि में तुमसे प्यार करती हूँ। फिर मैंने उससे कहा कि क्यों झूठ बोलती है, पहले तो तू मुझसे कहती थी कि में अशोक से बहुत प्यार करती हूँ? तो उसने कहा कि वो तो में ऐसे ही कहती थी और कहने लगी कि उससे मेरी शादी जरूर हुई है और मुझे यह भी पता है कि मुझे उसके साथ ही रहना है, लेकिन मुझे उससे कभी प्यार नहीं हुआ। फिर मैंने पूछा कि क्यों मुझसे प्यार कब से करने लगी? तो वो बोली कि पता नहीं, लेकिन तुम्हारे बिना मुझसे अब रहा नहीं जाता, मेरा बिल्कुल भी मन नहीं लगता।

अब मैंने उससे कहा कि मुझे तूने 1 चीज़ नहीं दी, तो उसने कहा कि मेरा सब कुछ तो मैंने तुझे दे दिया है अब तुझे क्या चाहिए? तब मैंने उससे कहा कि मुझे तेरी गांड भी मारनी है, तो उसने कहा कि ठीक है अब की बार जब में वापस आउंगी तब कर लेना। फिर में तो उसके आने का इंतजार करने लगा और 2 महीने बाद वो घर आ गई। दोस्तों अब गर्मियो का मौसम आ गया था और रात को सब लोग देरी से बाहर आँगन में सोते थे और मैंने पहले से ही उसे फोन पर बता दिया था कि तू अपने रूम में सो जाना और दरवाजा खुला रखना और में रात को कभी भी आ जाऊंगा। फिर जब सब लोग सो गये तब रात को 2 बजे में उसके पास चला गया। मैंने देखा कि वो सो रही थी। मैंने उसको हिलाया तो वो जाग गयी। फिर मैंने दरवाजा बंद किया तो वो उस समय पेटिकोट और ब्लाउज में थी। फिर मैंने तुरंत उसके पेटिकोट का नाड़ा खोल दिया और उसे खींचकर उतार दिया। उसने पेंटी पहनी नहीं थी और फिर मैंने ब्लाउज को भी निकाल दिया। अब मुझे हुक खोलने आ गये थे।

फिर मैंने उसकी ब्रा को उतार दिया और वो बिल्कुल नंगी हो गयी और वो अपने हाथों से अपने बूब्स को ढकने लगी और मुस्कुरा रही थी। मैंने उसके हाथ हटाए और उसके बूब्स को मसलने लगा और फिर चूसने लगा। उसके बूब्स में से दूध निकल रहा था, जो खट्टा सा लग रहा था और मुझे अच्छा नहीं लगा। फिर मैंने उसके रसीले होंठो को चूसना शुरू कर दिया। उसने कहा कि गर्दन पर किस कर, मुझे गर्दन पर किस करवाना ज्यादा पसंद है। में अब उसकी गर्दन पर किस करने लगा तो वो पागल सी होने लगी और मेरे बालों पर हाथ फेरने लगी और मेरी टी-शर्ट में हाथ डालकर मेरी कमर और छाती पर फेरने लगी। फिर मैंने कहा चल अब मेरे कपड़े उतार। फिर उसने मेरी टी-शर्ट को उतार दिया और मेरी छाती पर किस करने लगी। फिर उसने मेरा लोवर भी निकाल दिया और अंडरवियर भी। अब हम दोनों बिल्कुल नंगे थे।

अब वो एकदम सीधी लेट गई। फिर मैंने एक तकिया लिया और उसकी गांड के नीचे लगा दिया। फिर में चूत में लंड डालने लगा। उसकी चूत बहुत टाईट लग रही थी और फिर फच की आवाज़ आई और लंड का टोपा अंदर चला गया। फिर मैंने लंड बाहर निकाला और अंदर किया और ऐसे ही धीरे धीरे मेरा पूरा लंड अंदर चला गया, तब मैंने फुल स्पीड में चुदाई करना शुरू कर दिया और वो भी अपनी कमर को उठा उठाकर मज़े ले रही थी और थोड़ी देर बाद वो शांत हो गई और थोड़ी देर बाद वो दोबारा अपनी कमर को उठा उठाकर चुदाई का आनंद लेने लगी और वो फिर से झड़ गई। इस बार 40 से 50 मिनट के बीच में भी उसके साथ ही झड़ गया और फिर हम दोनों थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहे। मैंने कहा कि मुझे पानी पीना है तो उसने मुझे ठंडे पानी की बोतल दे दी और मैंने पानी पिया।

फिर उसने कहा कि मुझे भी पानी पीना है तो मैंने कहा कि हाँ पी लो तो उसने कहा कि ऐसे नहीं तुम अपने मुहं में पानी डालो, लेकिन पीना मत, बस मुझे पिला देना। अब मैंने एक घूंट भरी और पानी मुहं में ही रखा। फिर उसने मेरे होंठो से अपने होंठ लगाए और वो मेरे मुहं का सारा पानी गटक गई। फिर मैंने कहा कि मेरा लंड मुहं में ले ले तो वो मना करने लगी। फिर मैंने उससे कहा कि बस तुम्हारा ऐसा ही प्यार है क्या? फिर उसने कहा कि चल ठीक है आ जा और अब में उसकी छाती के ऊपर आ गया। फिर उसने लंड पकड़ा और लंड का टोपा मुहं में ले लिया और में पीछे से उसका सर पकड़कर लंड को उसके मुहं में अंदर बाहर करने लगा। उसने पूरा मुहं नहीं खोला था, इसलिए उसके दाँत मेरे लंड पर चुभ रहे थे। फिर में उसके पास लेट गया और वो लेटे हुए मेरे लंड को सहला रही थी। फिर मैंने कहा कि अब में गांड में करूंगा तो वो मना करने लगी। फिर मैंने कहा कि फोन पर तूने कहा था कि जो करना है वो कर लेना। फिर उसने कहा कि ठीक है, लेकिन पहले मेरी प्यास तो बुझा दे और फिर मैंने 15 मिनट तक उसकी चूत मारी। उसके बाद वो झड़ गई।

फिर मैंने उससे कहा कि चल अब उल्टी लेट जा और वो उल्टी लेट गई। दोस्तों अब मेरे सामने उसकी गोरी गोरी गांड थी। मैंने उसकी गांड में थूक लगाया और लंड को धीरे से अंदर डालने लगा। उसकी गांड बहुत टाईट थी जिसकी वजह से मुझे लंड को डालने में बहुत ज़ोर लगाना पड़ा। अब बहुत मुश्किल से टोपा ही अंदर गया तो वो कहने लगी कि प्लीज धीरे करो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है। फिर मैंने कहा कि बस थोड़ी देर होगा, उसके बाद नहीं होगा और अब मैंने अपना लंड बाहर निकाला और थोड़ा और थूक उसकी गांड पर लगाया और फिर डालने लगा। इस बार लंड थोड़ा और अंदर चला गया तो वो हाथों से बेड की चादर को भींच रही थी और उसकी आँखो में आँसू थे। अब मैंने 3-4 बार अपने लंड को अंदर बाहर किया और फिर मैंने अपने लंड पर थोड़ा और थूक लगाया।

इस बार लंड फिसलता हुआ पूरा अंदर चला गया और मैंने धीरे धीरे धक्के मारने शुरू कर दिए। फिर थोड़ी देर बाद उसकी गांड ढीली हो गई, जिसकी वजह से लंड बहुत आसानी से अंदर बाहर हो रहा था और जैसे चूत में अंदर होता है वैसे ही जा रहा था और अब मैंने अपने धक्को की स्पीड को बढ़ा दिया था, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। दोस्तों में सच कहूँ तो इतना मज़ा मुझे चूत मारने में भी नहीं आया, में लगातार धक्के देकर उसकी गांड मार रहा था और फच फच की आवाज़ आ रही थी। तभी उसने मुझसे कहा कि थोड़ा धीरे करो आवाज़ बाहर चली जाएगी, लेकिन मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। मैंने अपनी स्पीड को कम नहीं किया। फिर करीब 1 घंटे तक उसकी गांड मारने के बाद मैंने सारा वीर्य उसकी गांड में ही निकाल दिया। फिर ऐसे ही मैंने 1 महीने में उसकी 15 बार चुदाई की, जिसमें से 5 बार उसकी गांड मारी और फिर उसके बाद में अपनी पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गया ।।

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]]> 9283 पूजा भाभी के आम चूसे https://hothindisexstory.com/%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%82%e0%a4%ac%e0%a5%8d%e0%a4%b8-%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%b8%e0%a5%87/ Wed, 28 Sep 2016 10:37:55 +0000 https://hothindisexstory.com/?p=9253 मेरा नाम राहुल है और में 22 साल का हूँ और अब में अपनी इंजिनियरिंग की पढ़ाई खत्म करके किसी अच्छी सी नौकरी की तलाश में लगा हुआ हूँ। दोस्तों आज में अपनी एक ऐसी सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ, जिसमें मैंने अपनी भाभी जिसका नाम पूजा है, पूजा भाभी के बूब्स चूसे और […]

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]]> मेरा नाम राहुल है और में 22 साल का हूँ और अब में अपनी इंजिनियरिंग की पढ़ाई खत्म करके किसी अच्छी सी नौकरी की तलाश में लगा हुआ हूँ। दोस्तों आज में अपनी एक ऐसी सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ, जिसमें मैंने अपनी भाभी जिसका नाम पूजा है, पूजा भाभी के बूब्स चूसे और उनके साथ बहुत मज़े किए। आज में आप सभी को वही सारी घटना बताने जा रहा हूँ और यह अभी कुछ ही दिन पहले की बात है, जब में अपने घर पर वापस आ गया था, तब में घर के सभी लोगों से मिला, भैया, भाभी उनके बच्चे और सभी से मैंने बहुत हंसी मजाक किया। दोस्तों एक दिन मुझे बैठे बैठे मेरा वो सबसे हसीन पल याद आ गया, जिसके बारे में मैंने सोचा कि क्यों ना में अपने उस पल को करीब चार साल बाद आप सभी को बता दूँ, जिसको में आज तक भी नहीं भुला सका। दोस्तों यह बात तब की है जब में 12th में अपनी पढ़ाई कर रहा था, उसके एक साल पहले ही मेरे बड़े भाई की शादी हुई थी। मेरी भाभी मुझसे करीब तीन साल ही बड़ी है। भाभी और मेरी बहुत जमती है और जमती भी क्यों ना हो, में हूँ ही इतना खुले विचारों का और मेरा व्यहवार सभी के साथ बहुत अच्छा है। में बहुत ज्यादा हंसी मजाक से सभी को खुश करता था, इसलिए मुझसे सभी लोग बहुत खुश थे और मेरा साथ उनको अच्छा लगता था।

दोस्तों मेरा बड़े भाई की नौकरी बाहर है, इसलिए वो तो हमारे घर पर कम ही रह पाता है और हमेशा अपने काम में व्यस्त रहता है। अरे हाँ दोस्तों पहले आप लोग मेरी भाभी के बारे में भी तो सुन लो, वो चेहरे से बिल्कुल मस्त दिखती है, उनके फिगर का आकार 34-24-36 है और कोई भी अगर उनका जो एक बार देख ले तो उसका हार्ट फैल हो जाए और उसके ऊपर उनकी वो मीठी बोली और उनकी वो कातिल मुस्कान उन पर अच्छे अच्छे फिदा हो जाए। तो यह घटना कुछ ऐसे हुई कि वो जून के दिन थे और उस समय कुछ ज्यादा ही गर्मियां थी और हमारे घर में सिर्फ एक ही ऐसी है और उसी समय सभी जगह पर शादियों का भी दौर चालू हो गया था और अब मेरे भी आखरी पेपर आने वाले थे तो एक दिन हमारे यहाँ पर सभी लोगों को शादी में जाना पड़ा, लेकिन मेरे पेपर अब बहुत करीब होने की वजह से में नहीं जा पा रहा था, तो इसलिए मुझसे मेरे पापा मम्मी ने एक दूसरे से बात करने के बाद कहा कि अब तुम अगर यहाँ पर अकेले रहोगे तो तुम्हारे खाने का इंतज़ाम कैसे होगा, हम उसके लिए अब क्या करे तुम ही हमे बताओ? तभी पूजा भाभी बीच में बोली कि में भी राहुल के साथ यहीं पर रुक जाती हूँ और आप लोग चले जाइए हम दोनों साथ में रह सकते है, मेरे यहाँ पर रहने से राहुल के खाने की समस्या भी खत्म हो जाएगी और आप लोगों को भी इसके अकेले रहने की बात भी दिमाग में नहीं आएगी, आप लोग बिना टेंशन के चले जाईए में हूँ ना इसके साथ। अब मेरे पापा मम्मी भाभी की यह बात सुनकर बिना किसी चिंता के बहुत खुश होकर शादी में चले गये। उनके चले जाने के बाद भाभी और में अब घर पर एकदम अकेले रह गये थे और फिर में कुछ देर बाद अंदर जाकर भाभी के रूम में ए.सी. चालू करके बैठ गया, क्योंकि उस दिन गरमी बहुत हो रही थी और भाभी भी मेरे पीछे पीछे उसी कमरे में आकर बैठ गई। दोस्तों भाभी ने उस दिन >लाल कलर की साड़ी पहनी हुई थी और उन्होंने लाल कलर की लिपस्टिक भी लगा रखी थी, सच कहूँ तो दोस्तों वो उस दिन किसी हिरोईन से कम नहीं लग रही थी और इसलिए मुझे उनको देखकर और भी ज्यादा गर्मी लगने लगी थी, में उनको लगातार घूर घूरकर देखने लगा था।

भाभी : राहुल तुम यहाँ पर बैठकर आराम से पढ़ो और ए.सी. की स्पीड को और भी ज्यादा बढ़ा लो, तब तक में हम दोनों के लिए खाना बनाती हूँ, शायद अब तुम्हें भूख लगने लगी होगी।

में : हाँ ठीक है भाभी, आप आपका काम कर लो तब तक में अपनी पढ़ाई में थोड़ा सा मन लगा लेता हूँ।

दोस्तों उसके बाद भाभी मुझसे बात करके तुरंत उठकर खाना बनाने चली गई, उनके चले जाने के बाद में अपनी तैयारी करने लगा, वैसे भी वो जब तक मेरे सामने थी, मेरी नजर बार बार घूम फिरकर उनके सेक्सी गदराए बदन पर ही जा रही थी और थोड़ी देर बाद भाभी दोबारा वापस आ गई।

पूजा भाभी के बूब्स चूसे

भाभी : चलो राहुल आ जाओ खाना बन गया है, चलो मेरे साथ गरम गरम खा लो वरना ठंडा हो गया तो तुम्हें खाने में इतना मज़ा भी नहीं आएगा।

दोस्तों में भाभी के कहने पर उठा और फिर में उनके साथ खाना खाने चला गया और अब हम दोनों एक साथ में बैठकर खाना खा रहे थे। मैंने देखा कि उनका वो सेक्सी जिस्म उस लाल कलर की साड़ी में और भी ज्यादा चमक रहा था और उनकी कुछ पसीने की बूँद उनके दोनों बूब्स के बीच की दरार से गिरकर फिसलकर अंदर जा रही थी, यह मस्त नजारा देखकर मेरा मन और भी ज्यादा उछलने लगा और में मन ही मन बहुत खुश था और में अपनी चोर नजर से बस उनको ही देखे जा रहा था। तभी कुछ देर बाद भाभी ने मुझसे पूछा कि क्या हुआ राहुल? क्या तुम्हें मेरा खाना अच्छा नहीं लगा? तो मैंने कहा कि नहीं भाभी आपका खाना तो बहुत अच्छा स्वादिष्ट बना है तभी तो देखो में कितने आराम से मज़े ले लेकर इसको खा रहा हूँ, शायद इस बात का आपको बिल्कुल भी अंदाजा नहीं है? इसलिए अपने मुझसे ऐसा सवाल पूछ लिया? अब उन्होंने मुझसे कहा कि तो तुम खाने में अपना मन लगाओ, मुझे ऐसा लगता है कि शायद तुम्हारा ध्यान अब कहीं और भटक गया है। दोस्तों यह बात उन्होंने मुझसे एक शरारती स्माईल के साथ कहा, जिसकी वजह से मुझे तो दिल का दौरा पड़ गया।

फिर में खाना ख़ाकर वापस दूसरे कमरे में जाकर अपनी पढ़ाई करने बैठ गया। तभी कुछ देर बड़ी भाभी आई और अब वो मेरे लिए आम काटकर ले आई और भाभी मेरे पास में बैठ गई और फिर वो मुझसे पूछने लगी कि क्या कोई तुम्हारी गर्लफ्रेंड है? में तो उनके मुहं से यह बात सुनकर अचानक से घबरा गया, मुझे उसके कहे उन शब्दों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं था कि वो मुझे यह सब क्या पूछ रही है। मैंने कभी ऐसा सोचा भी नहीं था कि कभी वो मुझसे यह सब बातें भी पूछ सकती है? तो मैंने उनसे बोला कि नहीं भाभी अब तो ऐसा कुछ भी नहीं है। फिर उन्होंने मुझसे कहा कि तभी तुम खाना खाते समय कहीं और देख रहे थे, तुम्हारा ध्यान खाने पर कम उस तरफ कुछ ज्यादा था और फिर वो मुझसे यह बात कह कर हंसने लगी। दोस्तों में पहले तो बहुत डर गया था, लेकिन अब उनकी पूरी बात को सुनकर थोड़ा सा शरमाकर बोला कि वो तो मुझसे बस ग़लती से हो गया था। भाभी ने फिर और ज़ोर से हंसकर मुझसे कहा कि नहीं पगले कोई बात नहीं है मुझे तुम्हारी उस हरकत का बिल्कुल भी बुरा नहीं लगा और मुझसे यह बात कहकर उन्होंने अपना एक हाथ मेरी जांघ पर मारा और अब मेरे शरीर में उस हाथ के छूने की वजह से एक करंट दौड़ गया, में उनके नशे में अब बिल्कुल चूर चूर हो गया था।

फिर वो मुझे दिखा दिखाकर बहुत आराम से चूस चूसकर आम खाने लगी थी और आम खाते खाते वो मुझसे बोली कि क्यों बस वो ही देख रहे थे या कुछ और भी खाना है? तो में उनकी इस बात को सुनकर बहुत शरमाकर उनसे बोला कि नहीं भाभी आप गलत सोच रही हो मेरा कोई भी इरादा नहीं था, जैसा आपने मेरे बारे में गलत सोच लिया है, में तो बस ऐसे कहीं दूसरी तरफ देख रहा था, लेकिन मेरी नजर अचानक से कहीं और पड़ गई। अब वो मुझसे कहने लगी कि देखो तुम अब मुझसे ज्यादा झूठ तो मत बोलो जो तुम्हारे मन में हो वो तुम मुझसे कह दो, मुझसे अब तुम क्या छुपाते हो? में किसी से कुछ भी नहीं कहूंगी। दोस्तों मैंने उनकी बात को सुनकर उनके ऊपर बहुत विश्वास और साथ में बड़ी हिम्मत जुटाकर बोल दिया कि भाभी आप मुझे बहुत पसंद हो और में आपको यह बात बहुत दिनों से कहना चाहता था, लेकिन तब तक मुझमें इतनी हिम्मत नहीं थी, इसलिए में अब तक बस आपको अपनी चोर नजर से देखकर अपने मन हो बहलाता रहा, मुझमें आगे बढ़ने की बिल्कुल भी हिम्मत नहीं थी। अब भाभी मुझसे बोली वाह धन्यवाद राहुल और क्या क्या पसंद है तुम्हें? तो मैंने कहा कि भाभी मुझे आपका सब कुछ, आपका बोलना, हंसना, चलना, आपकी अदाए, आपके नखरे सब कुछ और आपका फिगर के बारे में तो क्या बोलना वो तो सोने पे सुहागा है। दोस्तों मेरे मुहं से यह सब कुछ सुनकर भाभी के चहरे पर अब एक अजीब सी स्माईल आ गई थी और फिर वो मुझसे कहने लगी कि यह आखरी आम भी तुम्हें खाना है। फिर मैंने बोला कि हाँ और वो मुझसे बोली कि लेकिन मुझे भी खाना है, यह बात वो मुझसे बोली उम्म्म्म चलो हम दोनों खाते है और फिर उन्होंने उस आम को अपने होंठो से मुहं में डाल दिया और फिर मुझसे कहा कि तुम उधर से चूसो और में इधर से।

दोस्तों उनके मुहं से यह सभी बातें सुनकर में बहुत ज्यादा गरम हो गया और हम दोनों उस आम को चूसने लगे और देखते ही देखते हमारे होंठ एक दूसरे के सामने आ गए। तभी हम दोनों ने चूसना रोक दिया और फिर 5 सेकिंड के बाद भाभी ने चूसते हुए मेरे होंठो को छुआ और फिर मैंने भी चूसना शुरू कर दिया, वाह क्या गरम मुलायम होंठ थे उनके बहुत मस्त रसभरे हमने एक दूसरे को ऐसे ही जोश में दस मिनट तक किस किया। फिर उसके बाद उन्होंने मुझसे कहा कि आज तुम मेरे साथ जो कुछ भी करना चाहते हो कर लो राहुल। फिर वो मुझे वापस किस करने लगी, उम्म्म एम्म आह इसस्शह की आवाज़ से कमरा भर गया और हम दोनों मदहोश होते चले गये थे, में उनकी गर्दन पर किस करने लगा था। फिर मैंने उनकी साड़ी को उतारी जिसको उतारते ही मुझे उनका ब्लाउज खोलते ही उनके आम जैसे बूब्स उचककर मेरे मुहं पर जा टकराए, में और भी पागल हो गया और अब में ब्रा के ऊपर से ही उन्हें चाटने लगा और वो पागल हुई जा रही थी।

फिर मैंने उनकी ब्रा को खोल दिया और उनके बूब्स को कसकर करीब दस मिनट तक लगातार पागलों जैसे चूसा और तब तक वो बिल्कुल मदहोश हो गई थी, जिसकी वजह से वो बार बार कह रही थी, उम्म एम्म्म आह्ह्हह्ह मज़ा आ गया। फिर में उनके पेट को चाटते हुए उनकी गोरी गहरी नाभि पर टूट पड़ा और करीब मैंने पांच मिनट तक उसे चाटा, तब तो वो आअहहहह आईईईईई और ज़ोर से हाँ थोड़ा और ज़ोर से चूसो कहने लगी थी और अब वो मेरा सर पकड़कर उसे अपनी नाभि पर दबाने लगी थी। फिर मैंने कुछ देर बाद उनका पेटीकोट खोल दिया और अब मैंने उनकी गोरी भरी हुई जांघो को किस किया। फिर पेंटी के ऊपर से उनकी चूत को प्यार किया और वो पागलों की तरह आअहह उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ आईईईइ करने लगी और अब वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज अब थोड़ा जल्दी से चूस राहुल मुझसे अब और नहीं रुका जाता, में मेरी तू आज मेरी इस बैचेनी को मिटा दे, बना ले मुझे अपना मेरी इस प्यास को बुझा दे उफफ्फ्फ्फ़ प्लीज थोड़ा जल्दी कर। दोस्तों उनके मुहं से में यह बात सुनकर अब उनकी चूत पर भूखे की तरह टूट पड़ा और अब में उनकी चूत को पागलों की तरह चूसने चाटने लगा था और वो मेरा सर अपनी चूत पर दबाकर मुझसे अपनी चूत को और भी ज़ोर से चुसवाने लगी। फिर करीब पांच मिनट के बाद वो मुझसे बोली कि अब तुम नीचे लेट जाओ अब मेरी बारी। तभी उन्होंने मुझे एक ज़ोर का धक्का मारकर पीछे गिरा दिया और फिर उन्होंने मेरी शर्ट को उतार दिया और उसके बाद वो मेरे निप्पल को सहलाने चूसने लगी, जिसकी वजह से कुछ ही देर बाद में बिल्कुल पागल हो गया था।

फिर दो मिनट के बाद उन्होंने मेरे लंड को पेंट से बाहर निकालकर उसे पहले अपनी जीभ से छुआ और चाटने लगी और फिर उन्होंने मेरी जांघो को भी सहलाया, जिसकी वजह से में तब तक बिल्कुल पागल हो गया था। फिर उन्होंने मेरे लंड को करीब दस मिनट तक लगातार ऐसा चूसा जैसा आज तक कभी किसी ने नहीं चूसा और अब जैसे ही में झड़ने वाला था तो उन्होंने लंड को बाहर निकालकर चूसना रोक दिया और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि अब में आगे का काम शुरू कर दूँ और फिर मैंने उनको नीचे लेटाकर अपना लंड उनकी कोमल चूत के मुहं पर रखा दिया और एकदम सही मौका देखकर मैंने एक जोरदार धक्का देकर अपना पूरा लंड चूत की गहराईयों में डाल दिया, मेरा लंड उनकी चूत में रगड़ खाता हुआ अंदर जा पहुंचा, जिसकी वजह से वो उछल पड़ी और उनके मुहं से आअहह आईईईईई उफ्फ्फफ्फ्फ़ की आवाजे आने लगी थी।

दोस्तों वो मेरा सबसे पहला सेक्स अनुभव था, इसलिए मैंने जोश में आकर बिना सोचे समझे ज़ोर का धक्का दे दिया, बहुत दिनों से बिना चुदे रहने की वजह से मैंने महसूस किया कि उनकी चूत बहुत टाईट थी और फिर उस वजह से वो ज़ोर ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी, आह्ह्हह्ह मर गई। फिर मैंने तुरंत उनके मुहं पर अपना एक हाथ रख दिया, में अब वैसे ही रुका रहा और उनके जिस्म से खेलने उनके एकदम गोल गोल बूब्स को सहलाने निचोड़ने लगा था और कुछ देर बाद जब वो मुझे थोड़ा सा शांत लगने लगी तो में उनको हल्के हल्के धक्के देने लगा और वो हाँ उफफ्फ्फ्फ़ थोड़ा और तेज कर जल्दी से उईईईईइ हाँ डाल दे पूरा का पूरा अंदर वाह मज़ा आ गया। दोस्तों मैंने उनकी बात को सुनकर अपने धक्के देने की स्पीड को बढ़ा दिया और अब हम दोनों बहुत मस्त होकर चुदाई के मज़े लेने लगे थे, वो मुझे बोल बोलकर जोश दिला रही थी और में जोश में आकर लगातार धक्के पे धक्के दिए जा रहा था। फिर करीब 15 मिनट तक लगातार धक्के देने के बाद अब हम दोनों झड़ने वाले थे। तभी उन्होंने मुझसे कहा कि रूको और में उनके कहने पर तुरंत रुक गया।

फिर उन्होंने लंड को चूत से बाहर निकाल लिया और सीधे अपने मुहं में लेकर अब वो मुझे चूसने के मज़े देने लगी अहहहह आईईईइ और फिर में भी हल्के हल्के धक्के देता रहा और कुछ धक्कों के बाद में उनके मुहं में झड़ गया और उन्होंने मेरा पूरा माल पी लिया। उसके कुछ देर बाद तक भी उन्होंने मेरे लंड का पीछा नहीं छोड़ा, वो अब भी लगातार चूसती रही और कुछ देर बाद मैंने भी जोश में आकर उनकी चूत चाटी जब तक वो झड़ नहीं गई। उनके झड़ने के बाद मैंने भी उनका चूत रस पी लिया और फिर हम दोनों थककर लेट गये और एक दूसरे को किस करने लगे। दोस्तों ऐसा हमने उस दिन दो बार और किया, हमने पहले बहुत जमकर एक दूसरे का लंड चूत को चाटकर गरम किया। उसके बाद हमने चुदाई करना शुरू किया। दोस्तों इसलिए वो मेरी लाईफ का सबसे अच्छा दिन रहा, क्योंकि मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उस दिन में अपनी भाभी की चुदाई करूंगा और उस दिन अपनी भाभी के पूरे मज़े लिए और उन्होंने भी मेरा पूरा पूरा साथ दिया ।


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]]> 9253 Mama Ki Beti Aur Bahu ko Choda https://hothindisexstory.com/mama-ki-beti-aur-bahu-sex-kahani/ Fri, 16 Sep 2016 21:19:53 +0000 https://hothindisexstory.com/?p=9257 Hi friends mera naam rahul Hai main basically Punjab ka rehne wala hu but job ke liye Delhi shift ho chuka hu. meri age 23 saal aur dikhne mein 5,6″ height weight 60 and handsome. ab main apni story Mama Ki Beti Aur Bahu pe aata hu. jaisa maine btaya main Delhi mein shift ho […]

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]]> Hi friends mera naam rahul Hai main basically Punjab ka rehne wala hu but job ke liye Delhi shift ho chuka hu. meri age 23 saal aur dikhne mein 5,6″ height weight 60 and handsome. ab main apni story Mama Ki Beti Aur Bahu pe aata hu. jaisa maine btaya main Delhi mein shift ho chuka hu. maine mere mama ke ghar ke paas hi flat liya tha rehne ke liye. mere mama ke ghar mein mama, mami, unke beta bahu aur unki beti jo mujhse 6 mahine badi hai. uska naam rashi hai,wo dikhne mein bahut hi sexy hai.aur unki bahu mansi jiski age 26 saal hai wo bhi kaafi sexy hai,

Baat last winters ki hai.mere mama ji ki tabiyat kuchh kharaab ho gayi unko hospital mein admit karvana pada.tab mere mami aur unka beta kisi rishtedaar ki shaadi mein city se baahar gaye hue the.raat ko hospital mein main mama ki beti aur unki bahu hi the.humne bhabhi ko ghar bhej diya aur main aur rashi hospital mein ruk gaye.mama ko neend ka inhection deke doctors ne sula diya. unke room mein ek bed aur tha jispe attendant so sakta tha.maine rashi se kaha ki wo ja ke so jaye aur main room ke baahar hi baith jata hu,but thand jyada thi to usne kaha ki main bhi andar hi aa jaaun.

Maine uski baat maan li aur room ke andar chala gaya.usne kaha ki main bhi uske saath bet pe aa ke so jaaun,but mujhe bada ajjeb lag raha tha ki kaise apni behen ke saath ek single bed pe so jaun.but uske baar baar kehne pe main mana nhi kar paaya,aur main aur wo dono ek single bed pe let gaye. hamaare paas ek hi kambal tha hum dono ne wo share kar liya,main ab uske bilkul kareb tha.mujhe kuchh ajjeb sa ho raha tha.isse pehle main kabhi kisi ladki ke itna kareeb nhi gaya tha.mujhe nend nhi aa rahi thi.maine dekha mama injection ki wajah se behosh the aur rashi

Bhi so rahi thi.mera dhyaan rashi se hat nhi raha tha.maine kambal utha ke use dekha. usne pink colour ka salwaar kameez pehen rakha tha.gazab ki sex ki devi lag rahi thi wo.use dekh ke mera land puri tarah se akkad ke khada tha.mera haath apne aap uske boobs ke uppar chala gaya main dhire dhire uske boobs daba raha tha.achanak uski neend khul gayi.main ekdum se hat gaya aur let gaya.magar mera dhyaan abhi bhi wahi tha.hum dono ek hi bed pe the aur ek hi kambal mein.

Uski penth mere muuhn ki taraf thi. main use dheere dheere chipak gaya.mera lund bilkul uski gaand ke cheed pe tha.maine dhire dhire uski gaand apne land se ragani shuru kardi.ab mujhse control nhi ho raha tha.maine jor se uske boobs daba diye.main uske boobs daba raha tha aur niche se uski gaand ragad raha tha.mujhe uski halki si aawaaj aayi.wo siskiya bhar rahi thi.main samajh gaya wo bhi mood main hai.maine use seedha kiya,uski aankhein band thi.maine niche se uski kameez ke andar haath daala aur bra ke upar se uske boobs pakad ke jor se daba diye.

Usne aankh kholi aur kaha aaraam se nhi hota kya? maien kaha tmhe maza aa raha hai?usne haan mein sir hila diya ur main paagal ho gaya.maine uske hothon ko apne moonh mein le liya aur paaglo ki tarah choomne laga aur niche se uske boobs dabaane laga.usne kaha dhire papa so rahe hai.phr main thoda aaraam se ho gaya. hamne kambal apne upar oodh liya.maine uski kameez mein moonh dal kar uske boobs chusne laga,wo siskiyaan le rahi thi.usne kaha bas karo nhi to papa uth jayenge.maine uske boobs chhod kear upar aa gaya aur usse puchha tmne kabhi pehle

Mama Ki Beti Aur Bahu ko Choda



Ye sab kiya hai to usne kaha nhi abhi tak nhi pr maine niche se uski salwaar khol di aur niche kar di.maine uski panty bhi niche kar di.uski choot puri tarah gili thi.usne bataya ki wo do baar jhad chuki hai.maine apni bhi paint utaar di.aur apna land uske haath mein diya.mera 7″ ka land haath mein lekar wo boli ise meri chhot mein mt dalna varna meri cheekh nikal jyegi aur papa uth jayenge.maine uski baat ansuuni kar di uski choot mein ungkli daal di.ek ungli to uski choot

Meinkarne ke baar maine 2 ungliyaan kardi wo thoda sa dard mehsuus kar rahi thi par dono ungliyaan aaraam se andar chali gayi.phr maine usse sidhe let jaane ko kaha aur taange failaane ko kaha.main uske upar aa gaya aur apna land uski chhot pe rakh diya,wo ab bhi mana kar rahi thi.par maine dhire dhire land uki choot mein daalna shuru kar diya.land aaraam se uski chala gaya.maine kaha saali tu to pehle bhi chud chuki hai nhi to mera land itne aaraam sae andar nhi jaata.

Usne kaha haraami jaldi se pura andar daal tere jaise se pehle main seal tudwa chuki hu.maine puchha kisse usne kaha apne sage bhia se aur tujhse.usne kaha mere paas saare bhenchhod hi hai.
phr maine pura land uski chhot mein daal diya aur dhire dhire jhatke shuru kar diya,
wo ble rahi thidaal bhenchood faad meri teri behan ki chhot aaj fatne ko taiyaar hai faad daal aaaaaaa…….aaaaaaa…..teri maa ki….teri behen ki….aur jor se…… wo bole ja rahi thi aur main

Apna kaa kar raha tha. is beech wo do baar jhad chuki thi,par main abhi bhi baaki tha.usne mujhe roka aur kaha bas aur nhi ye insaan ka hai ya ghode ka land. maien kaha theek hai main teri gaand maar leta hu. usne kaha nhi usmein bahut dard hoga aur wo chhilla uthegi. phr usne mera land pakad ke apne moonh mein liye aur sue andar baahar karne lagi. mujhe aisa lag raha tha main kahin swarg mein hu. phr 5 minute ke baad main uske moohn mein jhad gaya. hum dono nein Apne kapde theek kiye aur let gaye

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]]> 9257 भाभी को चोदकर माँ बना दिया https://hothindisexstory.com/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9a%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%81-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be/ https://hothindisexstory.com/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9a%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%81-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be/#respond Fri, 12 Aug 2016 21:17:23 +0000 https://hothindisexstory.com/?p=9214 दोस्तों में आज आप सभी के सामने वैसी ही जोश भरी कहानी सुनाने वाला हूँ और यह मेरी और में उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी को जरुर पसंद आयेगी और प्लीज आप सभी मुझे मैल जरुर करें। दोस्तों यह कहानी है भाभी को चोदकर माँ बना दिया, मेरी और मेरे पड़ोस में रहने […]

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]]> दोस्तों में आज आप सभी के सामने वैसी ही जोश भरी कहानी सुनाने वाला हूँ और यह मेरी और में उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी को जरुर पसंद आयेगी और प्लीज आप सभी मुझे मैल जरुर करें। दोस्तों यह कहानी है भाभी को चोदकर माँ बना दिया, मेरी और मेरे पड़ोस में रहने वाली एक भाभी जी की। मेरी उम्र 26 साल है और मेरा लंड 7 इंच लंबा और 4 इंच मोटा है और मेरी भाभी जी की उम्र 32 साल और उनके फिगर का साईज करीब 36-28-38 है। वो दिखने में एकदम हॉट, सेक्सी लगती है और उनके गदराए हुए बदन की वो बनावट, सेक्सी आखें, गोल चेहरा, बड़े बड़े पहाड़ जैसे बूब्स और उससे भी बड़ी उनकी वो गांड जिसको देखकर हर किसी का लंड पानी छोड़ दे और उसे अपनी तरफ आकर्षित करती है। उनके वो झूलते हुए बूब्स मटकती हुई गांड मुझे बहुत सेक्सी लगती थी। में पहले उनके बारे में ऐसा कुछ नहीं सोचता था, लेकिन उस घटना के बाद मैंने कभी भी उनके बारे में वैसा नहीं सोचा जैसा मुझे सोचना चाहिए। में अब हमेशा उनको हवस भरी नजरों से देखने लगा था और हमेशा उन्हें चोदने के सपने देखता और अब सीधा अपनी आज की उस घटना को बताता हूँ, जिसके बाद मेरे दिन बदल गए।

दोस्तों मेरा और मेरे परिवार का भाभी के घर पर हमेशा आना जाना लगा रहता है और सबसे ज्यादा तो में ही उनके घर पर आता जाता हूँ, क्योंकि उनके घर के और बाहर के छोटे मोटे काम में खुद किया करता हूँ। एक दिन की बात है, उस दिन उनके घर पर कोई नहीं था तो में जब भाभी के घर पर आया तो वो मुझसे बोली कि राज मेरे सर में बहुत दर्द है और इस समय घर पर कोई नहीं है तो क्या तुम मेरे लिए बाहर बाजार से दवाई ले आओगे? तो मैंने हाँ कहा और में जल्दी से उनके लिए दवाई ले आया और उन्हें दे दी। फिर उन्होंने मुझसे धन्यवाद कहा और फिर वो मुझसे बोली कि क्या राज मेरे सर में बहुत दर्द है तो क्या तुम मेरा सर दबा दोगे? तो मैंने हाँ कहा और अब में उनका सर दबाने लगा तो थोड़ी ही देर बाद उनका सर दर्द बिल्कुल ठीक हो गया और फिर वो मुझसे कहने लगी कि वाह राज तेरे हाथ में तो कोई जादू है, मेरा दर्द तो एकदम सही हो गया और फिर उन्होंने कहा कि तू यहीं पर बैठ और में तेरे लिए चाय बनाकर लाती हूँ।

भाभी को चोदकर

फिर मैंने उनसे कहा कि नहीं भाभी मुझे अभी घर पर जाना है, में फिर कभी चाय पीने आ जाऊंगा। फिर वो बोली कि तुम चुपचाप यहाँ पर बैठ जाओ, थोड़ी देर में ऐसा कुछ नहीं होगा, तुम्हे घरवालों का डर है तो में उनसे बात कर लूंगी और कोई भी तुमसे कुछ भी नहीं कहेगा और फिर में वहीं पर बैठ गया, लेकिन जैसे ही वो बेड से नीचे उतरी तो वो एकदम से पैर मुड़ने की वजह से नीचे गिरने लगी तो मैंने उन्हे गिरने से पहले उन्हे पकड़कर संभाल लिया और अब मेरा एक हाथ उनकी कमर पर और दूसरा हाथ उनके कूल्हों पर था और फिर वो बोली कि एक बार फिर से तुम्हे धन्यवाद, अगर अभी तुम नहीं होते तो ना जाने क्या होता और वो अभी तक मेरी बाहों में थी। फिर मैंने उनसे बोला कि कोई बात नहीं भाभी, यह तो मेरा फ़र्ज़ था, लेकिन अब खिंचाव की वजह से उनकी कमर में भी थोड़ा थोड़ा दर्द होने लगा था और फिर वो मुझसे बोली कि राज मेरी कमर में दर्द हो रहा है, शायद मुझे ऐसा लगता है कि मेरी कमर में झटका आ गया है अह्ह्ह्हह उह्ह्ह्ह माँ मुझे अब तो और भी ज्यादा दर्द हो रहा है उह्ह्ह्ह में अब क्या करूं? में उनसे बोला कि हाँ हो सकता है थोड़ा ज़ोर का झटका आपकी कमर में दर्द कर रहा है, लेकिन अगर आप कहे तो में आपकी कमर को दबा देता हूँ, उसकी मालिश कर देता हूँ, जिससे शायद आपका दर्द खत्म हो जाएगा? दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

फिर वो झट से मुस्कुराकर बोली कि तुम कितने अच्छे हो हमेशा मेरा बहुत ध्यान रखते हो, अब जल्दी से मेरी कमर का दर्द भी खत्म कर दो। फिर में उनकी कमर को उनके गाऊन के ऊपर से ही धीरे धीरे दबाने लगा और तभी वो बोली कि उधर एक तेल रखा हुआ है, तुम वो लेकर उसकी मेरी कमर पर मालिश कर दो तो मुझे थोड़ा आराम मिल जाएगा। फिर में उठकर वो तेल लेकर आया तो मैंने उनसे कहा कि लेकिन आपने तो यह गाऊन पहन रखा है तो वो बोली कि कोई बात नहीं है, तुम इसे थोड़ा ऊपर उठाकर तेल लगाकर मालिश कर दो। फिर में बोला कि लेकिन और फिर वो बोली कि लेकिन वेकीन छोड़ो और अब तुम जल्दी से लगा दो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है और अब जैसे ही मैंने उनके गाउन को ऊपर किया तो में क्या बताऊ दोस्तों भाभी की चिकनी जांघे और फिर उनके वो इतने चिकने पैर थे कि मेरा मन पलट गया और मैंने आज से पहले कभी भी उनके बारे में ऐसा कुछ नहीं सोचा था, जो में अब मन ही मन सोच रहा था और फिर मेरा लंड मेरी पेंट में पूरा तनकर खड़ा हो गया। अब भाभी ने उसे पेंट में खड़ा हुआ देख लिया और फिर वो मुझसे बोली कि तेरी पेंट खराब हो जाएगी, तू इसे अपनी पेंट से बाहर निकाल कर मालिश कर दे।

फिर मैंने कहा कि लेकिन आपके सामने कैसे में ऐसा कैसे कर सकता हूँ? तो वो बोली कि में हूँ तो हूँ और यहाँ पर हमारे अलावा और कोई थोड़ी ना है। फिर मैंने कहा कि नहीं ऐसे मुझे शरम आती है तो वो बोली कि इसमें शरमाने की क्या बात है? चल अब जल्दी बाहर निकाल और फिर मैंने अपनी पेंट को उतार दिया और में अब उनके सामने अंडरवियर में आ गया, लेकिन मेरा लंड अभी भी खड़ा हुआ था और अब में उनकी कमर पर मालिश करने लगा तो उनकी कमर की वजह से मुझे उनका गाउन थोड़ा ऊपर करना पड़ा तो उसकी वजह से मुझे उनकी पेंटी अब साफ साफ दिख रही थी और मेरा लंड अब और भी सख्त हो रहा था तो वो बीच बीच में उनके जिस्म को मेरे लंड से छू रही थी और उन्होंने उसे देखा तो वो मुझसे हंसकर बोली कि वाह तेरा लंड तो बहुत बड़ा है। दोस्तों में उनके मुहं से यह बात सुनकर एकदम से चकित हो गया और उन्होंने झट से उसे मेरे अंडरवियर से बाहर निकाल दिया और वो उसे किसी भूखी शेरनी की तरह देखने लगी और बोली कि यह तो जिसके भी अंदर जाएगा उसकी फाड़ देगा और फिर उसे अपने मुहं में भर लिया और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी।

वो मेरे लंड को लोलीपॉप की तरह ज़ोर से लगातार चूसती रही। फिर मैंने भी अब थोड़ी देर बाद उनके बूब्स को दबाना शूरू किया और फिर ऐसा करते करते हम दोनों ने एक दूसरे को पूरा नंगा कर दिया और उनके पूरे नंगे, चिकने बदन को देखकर में तो पूरी तरह से पागल हो गया और फिर हम 69 पोज़िशन में आकर एक दूसरे को चूसने लगे और फिर मैंने उनके बूब्स को लगातर जारी रखा। तभी वो जोश में आकर मुझसे बोली कि आज तू इसे खा जा और चूस ले इसका पूरा रस हाँ और ज़ोर ज़ोर से दबा। फिर में उनके मुहं से यह बात सुनकर तो और भी पागल हो गया और फिर मैंने उनके बूब्स को चूस चूसकर पूरे लाल कर दिए, अब वो पूरी पागल हो चुकी थी और बोली कि मेरे राजा प्लीज अब डाल दे इसे मेरे अंदर, मेरी चूत की प्यास बुझा दे प्लीज, मुझे अब और मत तरसा, में कब से तुझसे चुदने के लिए तड़प रही हूँ।

फिर मैंने उनके मुहं से यह बात सुनकर जोश में आकर अपने लंड को चूत के मुहं पर रखकर एक झटके में उसकी चूत के अंदर डाल दिया और फिर करीब दस मिनट तक पूरे जोश में धक्के देकर उसकी चूत चुदाई करता रहा। कुछ देर चीखने चिल्लाने के बाद वो भी अपने चूतड़ को उठाकर मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी और करीब तीस मिनट तक लगातार धक्के देकर चोदने के बाद मैंने अपना वीर्य उनके ऊपर निकाल दिया और फिर हम थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहे, लेकिन फिर मुझे घर भी जाना था और में जल्दी से घर पर जाने के लिए कपड़े पहनकर तैयार हो गया। फिर भाभी ने मुझे उनकी चुदाई के लिए मुझसे धन्यवाद कहा और में वहां से अपने घर पर चला गया। दोस्तों उसके बाद मैंने भाभी को बहुत बार चोदा और बहुत मज़े भी किए ।।


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