भाभी को चोदने की कोशिश -2

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bhabhi

दोस्तों में अब बहुत खुश था कि इतने सालों से जो में चाहता था वो मुझे मिल गया था, लेकिन एक बड़ी टेंशन भी हो गई थी कि इतनी देर चोदने के बाद भी मेरा वीर्य नहीं निकला। में सोचने लगा कि कहीं मेरे अंदर कोई समस्या तो नहीं है। फिर मैंने मुठ मारी तो 4-5 मिनट में ही झड़ गया और वीर्य भी बहुत सारा निकला, लेकिन यह मेरे लिए बहुत बड़ी टेंशन हो गई थी। फिर शाम को में bhabhi के पास गया तो वो रोने लगी और कह रही थी कि तुमने मेरे साथ बहुत ग़लत किया है। में अब तुमसे कभी भी बात नहीं करूंगी, तेरा भाई मुझ पर कितना विश्वास करता है और मैंने उसका विश्वास तोड़ दिया है। फिर मैंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है और वैसे भी उसको क्या पता कि हमारे बीच क्या हुआ है और किसी को कुछ पता नहीं चलेगा। अब उसने मुझसे कहा कि प्लीज किसी को इसके बारे में कुछ मत बताना। अगले दिन वो ठीक लग रही थी और मुझसे बात भी कर रही थी। अब मैंने उससे कहा कि में फिर से करना चाहता हूँ तो वो मना करने लगी। फिर अगले दिन सुबह में उसके पास गया, तब वो एकदम अकेली थी। मैंने उससे कहा कि चल तैयार हो जा, वो कहने लगी कि नहीं मेरे सर में बहुत दर्द है।

फिर मैंने उससे कहा कि मेरे सामने तेरा कोई बहाना नहीं चलेगा और मैंने उसको बेड पर लेटा दिया। फिर उसने मुझसे कहा कि पहले बाहर का दरवाजा बंद करके आओ। मैंने दरवाजा बंद किया और फिर उसके पास आ गया, उस दिन उसने सूट सलवार पहना हुआ था और में अब उसकी सलवार को उतारने लगा, लेकिन मुझसे उसका नाड़ा ही नहीं खुला। फिर मैंने उससे कहा कि खोल इसको तो वो हंसने लगी और उसने 1 सेकिंड में नाड़ा खोल दिया। फिर मैंने सलवार को खींचकर उतार दिया, उसने काली पेंटी पहनी हुई थी और उसके गोरे गोरे पैर के ऊपर काली पेंटी क्या मस्त लग रही थी। फिर मैंने पेंटी को उतार दिया और उसके सूट को उतारने लगा तो वो मुझसे मना करने लगी और कहने लगी कि इसको रहने दो, कोई आ जाएगा तो जल्दी से पहना भी नहीं जाएगा। फिर मैंने अपनी टी-शर्ट को उतार दिया और अपनी पेंट को घुटनों तक नीचे कर लिया और थोड़ी देर उसके होंठो को चूसा और अब में लंड को चूत में डालने लगा। उसने अपने बाल साफ नहीं किए थे और मैंने झांट काट लिए थे तो वो देख रही थी कि उसकी चूत पर बाल है और मेरा लंड एकदम चिकना दिख रहा था।

फिर मैंने लंड रखा और धीरे से डालने लगा तो लंड थोड़ा सा अंदर गया तो उसके मुहं से आह्ह्ह्ह की आवाज़ आई और मुझे इस बार कुछ ज्यादा टाईट चूत लगी। फिर मैंने चोदना शुरू कर दिया और करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपनी पेंट को निकालकर फेंक दिया और में पूरा नंगा होकर उसे चोदने लगा। इस बार मैंने सोच लिया था कि आज देखना है में कितनी देर में झड़ता हूँ और फिर में नीचे खड़ा हो गया और उसको बेड पर लेटाकर चोदने लगा। फिर 10-15 मिनट के बाद मैंने फिर से उसके पैरों को अपने कंधो पर रख लिया और चोदने लगा। फिर थोड़ी देर बाद में उसके ऊपर लेटकर चोदने लगा, ऐसे करते करते मुझे 1 घंटा हो गया। फिर मुझे लगा कि में अब झड़ने वाला हूँ तो मैंने उससे पूछा कि क्या में अंदर ही निकाल दूँ तो उसने कहा हाँ और मैंने सारा वीर्य उसकी चूत में निकाल दिया और तब जाकर मेरी पूरी टेंशन खत्म हुई कि चलो एक घंटे में ही सही, लेकिन में झड़ तो गया।

फिर मैंने अपने दोस्तों से पूछा कि मेरा एक घंटे में होता है कोई समस्या तो नहीं है। फिर मेरे सभी दोस्तों ने यही कहा कि यह कोई समस्या नहीं बल्कि अच्छी बात है, झड़ने में जितना ज्यादा समय लगता है औरत को उतना ही मज़ा आता है और वो कहने लगे कि हम तो बियर पीकर करते है तो 10 -15 मिनट लगते है और तब मैंने पूछा कि बियर पीने से क्या होता है? तो उन्होंने कहा कि बियर पीने से मज़ा भी ज्यादा आता है और टाईम भी ज्यादा लगता है। फिर में सोचने लगा कि में बियर पीकर करूंगा तो कितनी देर लगेगी? में तो बहुत खुश हो गया कि चलो यह तो अच्छी बात है कि मुझे ज्यादा देर लगती है तो में छुपकर उसी रात को फिर से नीलम के पास चला गया। उसने मुझसे कहा कि दरवाजा बंद कर दो, कहीं कोई अंदर ना आ जाए। फिर मैंने दरवाजा बंद किया, उसने सूट और बिल्कुल टाईट पजामा पहन रखा था। मैंने उसका पजामा निकाल दिया और पेंटी को भी और फिर सूट को उतारने लगा तो वो मना करने लगी, लेकिन इस बार में नहीं माना और मैंने सूट को निकाल दिया। फिर वो बस ब्रा में रह गई थी, तो वो कहने लगी कि इसे रहने दो। फिर मैंने कहा कि जब सारे कपड़े उतार दिए है तो अब इसे भी उतार दे।

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फिर मैंने उसकी ब्रा को भी निकाल दिया और अब वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी, वाह क्या मस्त मस्त लग रही थी वो, में बता नहीं सकता। फिर मैंने अपने भी सारे कपड़े निकाल दिए और अब हम दोनों नंगे थे, उसने कहा कि लाईट को बंद कर दो। मैंने लाईट को बंद कर दिया, लेकिन टी.वी. चल रहा था, जिसका उजाला हो रहा था। फिर मैंने उसे लेटा दिया तो देखा कि आज उसने अपनी चूत के बाल साफ कर रखे है और उसकी गोरी चूत बड़ी प्यारी लग रही थी। में लंड डालने लगा तो उसने मुझसे कहा कि रूको मैंने बाल साफ किए थे तो थोड़ा कट गया है। फिर उसने वहां पर एक कपड़ा लगा लिया और मैंने मोबाईल उठाया, तब मैंने देखा 9:30 का टाईम था और फिर अपना मोबाईल साइलेंट करके रख दिया और अब लंड को चूत के डालने लगा तो वो सिसकियाँ लेने लगी, आहहह्ह्ह्ह उफफ्फ्फ्फ़ और फिर मैंने अपना पूरा लंड अंदर डाल दिया और मैंने उसको फुल स्पीड से धक्के देकर चोदना शुरू कर दिया।

आज तो मुझे कुछ ज्यादा ही टाईम लगता नज़र आ रहा था और में चुदाई करता रहा, कभी धीरे धीरे तो कभी फुल स्पीड से और वो कहती रही और कितना टाईम लगेगा? में कहता रहा 5 मिनट और ऐसे ही पता नहीं कितना टाईम निकल गया, वो इस बीच 5 – 6 बार झड़ चुकी थी, लेकिन में एक बार भी नहीं झड़ा था। अब वो मुझसे कहने लगी कि तू तो अपनी पत्नी को मार ही देगा। फिर मैंने बहुत सारा वीर्य उसकी चूत में निकाल दिया और फिर उसके ऊपर ही लेट गया। तभी मैंने मोबाईल उठाकर टाईम देखा तो मेरे तो होश ही उड़ गये। दोस्तों वो 12:16 का टाईम था और में हैरान रह गया कि मुझे इतना टाईम लग गया। दोस्तों यह तो हद ही हो गई थी और वो 2 मिनट के अंदर ही सो गई, लेकिन मुझे नींद नहीं आई और वो मुझसे चिपककर सो रही थी।

फिर 5 बजे मैंने उसे उठाया और कपड़े पहने और में चला गया, वो सर्दियों का समय था तो इतनी जल्दी कोई नहीं उठता था और सभी अंदर रूम में सोते थे और में अपने रूम में अकेला सोता था। अब में बाहर आकर अपने रूम में सो गया और अगले दिन 11 बजे उठा। फिर 3-4 दिन तक मेरे पेट और छाती में दर्द रहा और ऐसे ही मैंने 1 महीने में 17 बार उसकी चुदाई की और हर बार 30 मिनट से 1 घंटे तक का टाईम लगा। फिर वो 2 महीने के लिए अपने घर पर चली गई और हम फोन पर बातें करते थे और तब वो कहने लगी कि में तुमसे प्यार करती हूँ। फिर मैंने उससे कहा कि क्यों झूठ बोलती है, पहले तो तू मुझसे कहती थी कि में अशोक से बहुत प्यार करती हूँ? तो उसने कहा कि वो तो में ऐसे ही कहती थी और कहने लगी कि उससे मेरी शादी जरूर हुई है और मुझे यह भी पता है कि मुझे उसके साथ ही रहना है, लेकिन मुझे उससे कभी प्यार नहीं हुआ। फिर मैंने पूछा कि क्यों मुझसे प्यार कब से करने लगी? तो वो बोली कि पता नहीं, लेकिन तुम्हारे बिना मुझसे अब रहा नहीं जाता, मेरा बिल्कुल भी मन नहीं लगता।

अब मैंने उससे कहा कि मुझे तूने 1 चीज़ नहीं दी, तो उसने कहा कि मेरा सब कुछ तो मैंने तुझे दे दिया है अब तुझे क्या चाहिए? तब मैंने उससे कहा कि मुझे तेरी गांड भी मारनी है, तो उसने कहा कि ठीक है अब की बार जब में वापस आउंगी तब कर लेना। फिर में तो उसके आने का इंतजार करने लगा और 2 महीने बाद वो घर आ गई। दोस्तों अब गर्मियो का मौसम आ गया था और रात को सब लोग देरी से बाहर आँगन में सोते थे और मैंने पहले से ही उसे फोन पर बता दिया था कि तू अपने रूम में सो जाना और दरवाजा खुला रखना और में रात को कभी भी आ जाऊंगा। फिर जब सब लोग सो गये तब रात को 2 बजे में उसके पास चला गया। मैंने देखा कि वो सो रही थी। मैंने उसको हिलाया तो वो जाग गयी। फिर मैंने दरवाजा बंद किया तो वो उस समय पेटिकोट और ब्लाउज में थी। फिर मैंने तुरंत उसके पेटिकोट का नाड़ा खोल दिया और उसे खींचकर उतार दिया। उसने पेंटी पहनी नहीं थी और फिर मैंने ब्लाउज को भी निकाल दिया। अब मुझे हुक खोलने आ गये थे।

फिर मैंने उसकी ब्रा को उतार दिया और वो बिल्कुल नंगी हो गयी और वो अपने हाथों से अपने बूब्स को ढकने लगी और मुस्कुरा रही थी। मैंने उसके हाथ हटाए और उसके बूब्स को मसलने लगा और फिर चूसने लगा। उसके बूब्स में से दूध निकल रहा था, जो खट्टा सा लग रहा था और मुझे अच्छा नहीं लगा। फिर मैंने उसके रसीले होंठो को चूसना शुरू कर दिया। उसने कहा कि गर्दन पर किस कर, मुझे गर्दन पर किस करवाना ज्यादा पसंद है। में अब उसकी गर्दन पर किस करने लगा तो वो पागल सी होने लगी और मेरे बालों पर हाथ फेरने लगी और मेरी टी-शर्ट में हाथ डालकर मेरी कमर और छाती पर फेरने लगी। फिर मैंने कहा चल अब मेरे कपड़े उतार। फिर उसने मेरी टी-शर्ट को उतार दिया और मेरी छाती पर किस करने लगी। फिर उसने मेरा लोवर भी निकाल दिया और अंडरवियर भी। अब हम दोनों बिल्कुल नंगे थे।

अब वो एकदम सीधी लेट गई। फिर मैंने एक तकिया लिया और उसकी गांड के नीचे लगा दिया। फिर में चूत में लंड डालने लगा। उसकी चूत बहुत टाईट लग रही थी और फिर फच की आवाज़ आई और लंड का टोपा अंदर चला गया। फिर मैंने लंड बाहर निकाला और अंदर किया और ऐसे ही धीरे धीरे मेरा पूरा लंड अंदर चला गया, तब मैंने फुल स्पीड में चुदाई करना शुरू कर दिया और वो भी अपनी कमर को उठा उठाकर मज़े ले रही थी और थोड़ी देर बाद वो शांत हो गई और थोड़ी देर बाद वो दोबारा अपनी कमर को उठा उठाकर चुदाई का आनंद लेने लगी और वो फिर से झड़ गई। इस बार 40 से 50 मिनट के बीच में भी उसके साथ ही झड़ गया और फिर हम दोनों थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहे। मैंने कहा कि मुझे पानी पीना है तो उसने मुझे ठंडे पानी की बोतल दे दी और मैंने पानी पिया।

फिर उसने कहा कि मुझे भी पानी पीना है तो मैंने कहा कि हाँ पी लो तो उसने कहा कि ऐसे नहीं तुम अपने मुहं में पानी डालो, लेकिन पीना मत, बस मुझे पिला देना। अब मैंने एक घूंट भरी और पानी मुहं में ही रखा। फिर उसने मेरे होंठो से अपने होंठ लगाए और वो मेरे मुहं का सारा पानी गटक गई। फिर मैंने कहा कि मेरा लंड मुहं में ले ले तो वो मना करने लगी। फिर मैंने उससे कहा कि बस तुम्हारा ऐसा ही प्यार है क्या? फिर उसने कहा कि चल ठीक है आ जा और अब में उसकी छाती के ऊपर आ गया। फिर उसने लंड पकड़ा और लंड का टोपा मुहं में ले लिया और में पीछे से उसका सर पकड़कर लंड को उसके मुहं में अंदर बाहर करने लगा। उसने पूरा मुहं नहीं खोला था, इसलिए उसके दाँत मेरे लंड पर चुभ रहे थे। फिर में उसके पास लेट गया और वो लेटे हुए मेरे लंड को सहला रही थी। फिर मैंने कहा कि अब में गांड में करूंगा तो वो मना करने लगी। फिर मैंने कहा कि फोन पर तूने कहा था कि जो करना है वो कर लेना। फिर उसने कहा कि ठीक है, लेकिन पहले मेरी प्यास तो बुझा दे और फिर मैंने 15 मिनट तक उसकी चूत मारी। उसके बाद वो झड़ गई।

फिर मैंने उससे कहा कि चल अब उल्टी लेट जा और वो उल्टी लेट गई। दोस्तों अब मेरे सामने उसकी गोरी गोरी गांड थी। मैंने उसकी गांड में थूक लगाया और लंड को धीरे से अंदर डालने लगा। उसकी गांड बहुत टाईट थी जिसकी वजह से मुझे लंड को डालने में बहुत ज़ोर लगाना पड़ा। अब बहुत मुश्किल से टोपा ही अंदर गया तो वो कहने लगी कि प्लीज धीरे करो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है। फिर मैंने कहा कि बस थोड़ी देर होगा, उसके बाद नहीं होगा और अब मैंने अपना लंड बाहर निकाला और थोड़ा और थूक उसकी गांड पर लगाया और फिर डालने लगा। इस बार लंड थोड़ा और अंदर चला गया तो वो हाथों से बेड की चादर को भींच रही थी और उसकी आँखो में आँसू थे। अब मैंने 3-4 बार अपने लंड को अंदर बाहर किया और फिर मैंने अपने लंड पर थोड़ा और थूक लगाया।

इस बार लंड फिसलता हुआ पूरा अंदर चला गया और मैंने धीरे धीरे धक्के मारने शुरू कर दिए। फिर थोड़ी देर बाद उसकी गांड ढीली हो गई, जिसकी वजह से लंड बहुत आसानी से अंदर बाहर हो रहा था और जैसे चूत में अंदर होता है वैसे ही जा रहा था और अब मैंने अपने धक्को की स्पीड को बढ़ा दिया था, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। दोस्तों में सच कहूँ तो इतना मज़ा मुझे चूत मारने में भी नहीं आया, में लगातार धक्के देकर उसकी गांड मार रहा था और फच फच की आवाज़ आ रही थी। तभी उसने मुझसे कहा कि थोड़ा धीरे करो आवाज़ बाहर चली जाएगी, लेकिन मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। मैंने अपनी स्पीड को कम नहीं किया। फिर करीब 1 घंटे तक उसकी गांड मारने के बाद मैंने सारा वीर्य उसकी गांड में ही निकाल दिया। फिर ऐसे ही मैंने 1 महीने में उसकी 15 बार चुदाई की, जिसमें से 5 बार उसकी गांड मारी और फिर उसके बाद में अपनी पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गया ।।