Biology teacher kii chudai

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मैं यूपी वेस्ट के मुज्जफरनगर में रहता हु. ये चुदाई की बात आज से कोई ८ साल पहले की है, जब मैं १२थ क्लास में पढता था. मेरी क्लास में कुछ ज्यादा रेस्पेक्ट नहीं थी. क्योंकि मैं क्लास में और पढाई में हमेशा से ही ऐवरेज स्टूडेंट रहा हु. मैं एक हिंदी मध्यम स्कूल में था और वहां पर इंग्लिश को कुछ खास इम्पोर्टेंस नहीं दिया जाता था और यूं समझ लीजिये, कि वहां पर पढ़ने वालो की इंग्लिश काफी काफी विक थी. इसलिए मुझे लडकियों से बात करने में भी हिचकिचाहट रहती थी और मैं उन से ज्यादा बातें भी नहीं किया करता था. सिर्फ हेलो और हाई ही हुआ करती थी. वहीं पर मैं बहुत फर्राटा इंग्लिश बोला करता था और इस वजह से मेरे इंग्लिश टीचर मुझ से थोड़े इम्प्रेस रहते थे. ख़ैर अब मैं अपनी कहानी पर आता हु. मेरी क्लास में एक मुस्लिम लड़की थी और उसका नाम था अमारा अज़ीज़. मैं उसे पसंद करता था.
बट क्लास में एवरेज पर्सनालिटी होने की वजह से कभी उस से बात नहीं कर पाता था. हलाकि वो भी मेरे जैसे ही थी. लेकिन उसका फ्रेंड सर्किल बहुत बड़ा था. इसलिए मुझे उस से बात करने में हेजिटेशन होती थी. अमारा बायोलॉजी लैब में मेरे सामने वाली टेबल पर बैठती थी. उसमे एक बुरी आदत थी, उसे पता नहीं होता था, जब वो बेच पर बैठती. तो वो अपनी टाँगे चौड़ा कर लेती थी और शोर्ट स्कर्ट होने की वजह से उसकी पेंटी साफ़ नजर आती थी. काफी बार तो वो पेंटी भी नहीं पहनकर आती थी. एक दिन जब मैं उसकी टांगो के बीच से उसकी गुलाबी चूत को देख रहा, तो मुझे मेरे बायोलॉजी टीचर ने देख लिया. मुझे पता ही नहीं चला; कि कब वो मेरे पीछे आ कर खड़ी हो गयी और ये सब देखने लगी. मैं अमारा की चूत को देख कर अपने लंड मसल रहा था और मेरी बायोलॉजी टीचर ने ये सब देख लिया था.

मैं आपको मेरी बायोलॉजी टीचर के बारे में बता दू, यो एक दम किसी परी के माफिक है और उनकी भूरी आँखे एकदम कंचा लगती है. उनके बाल घुटनों तक लम्बे है. ३६ – २४ – ३६ की कयामत फिगर है और वो किसी को भी पहली ही नज़र में अपना दीवाना बना सकती है. उनका नाम दिव्या है और वो इंग्लिश मध्यम से पढ़ी हुई है. मेरे इंग्लिश बोलने की वजह से वो मुझ से काफी इम्प्रेस थी और मुझ से हमेशा इंग्लिश में ही बातें किया करती थी. लेकिन, उस दिन उन्होंने मुझे लेक्चर ख़तम होने के बाद बुलाया और उनकी आवाज़ बदली हुई थी. मुझे थोड़ा डाउट हुआ, कि वो शायद कुछ गड़बड़ है. मैं थोड़ा डर गया था. लेकिन, लेक्चर ख़तम होने के बाद, मैं उन से बायोलॉजी लैब में मिलने पंहुचा. वहां कोई नहीं था. सिर्फ हम दोनों ही थे. उन्होंने मुझे डायरेक्टली ही बोल दिया. अमारा की चूत क्यों देख रहे थे? मैं डर गया और बोला – वो सामने बैठी थी और मुझे दिख गयी. मैं क्या कर सकता था इसमें? उसने मुझे समझाया, कि ये गलत है और फिर उसने मेरी पेंट की तरफ इशारा करते हुए बोला.. डरो मत.. डरने से ये तुम्हारा लंड भी सुकड़ गया है.

मैंने उसका इशारा समझ गया था, कि वो मुझ से चुदवाना चाहती थी. लेकिन मैं कुछ बोल नहीं सकता था. तभी उसने मुझे पूछा, कि मैंने कभी सेक्स किया है. तो मैंने कहा – नहीं.. मैं अभी वर्जिन हु. तो वो हँसने लगी और बोली – तुम बड़ी सीधी हो और मेरे गाल पर किस कर दिया. मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा और मेरा लंड फिर से टाइट हो गया. उसने मेरे खड़े लंड को देख लिया और मुझ से अपने ऊपर काबू रखने को कहा. मैंने उस से पूछा, कि क्या कभी उसने चुदाई की है? तो वो बोली, कि वो अभी कवारी है. लेकिन वो चुदना चाहती है. उसने मुझ से प्रोमिस लिया, कि मैं ये बात किसी से ना करू और कि सामने ना बताऊ. मैंने उसे प्रोमिस किया, कि ऐसा ही होगा. उस ने मुझे अपने पीजी पर बुलाया.. मुझे लग गया, कि उसका पूरी रात चुदवाने का प्रोग्राम है. मैं घर से ये कह कर निकला था, कि किसी दोस्त के यहाँ पर पढ़ने जा रहा हु. ख़ैर मैं शाम को उसके पीजी में पहुच गया और वहां जाकर देखा, तो वो क्या कयामत लग रही थी. उसने ब्लू कलर का सूट पहन कर रखा था. बहुत ही खुबसूरत लग रही थी और गरम और सेक्सी… मैं तो उसको देख कर ही सीडयूज़ हो गया.

मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया और उसको सलामी देने लगा. वो भी अब चुदने के लिए बेताब थी और उसकी चूत भी चुदवाने के लिए और अपने अन्दर लंड डलवाने के लिए फुदक रही थी. मैंने उसको अन्दर घुसते ही अपनी गोद में उठा लिया और उसको एकदम से बेड पर पटक दिया. वो कुछ बोल पाती, उस से पहले ही मैंने उसके गुलाबी होठो को बंद कर दिया और उसके होठो को अपने होठो के बीच में दबा कर चूमने लगा. उसके होठ बहुत रसीले थे. हम दोनों कोई १५ मिनट तक किस करते रहे और इस बीच मेरा हाथ फिसल कर उसकी सलवार के ऊपर से ही उसकी चूत पर चले गया. मैंने उसकी चूत को अपने हाथ से सलवार के ऊपर से ही सहलाना शुरू कर दिया. वो सिहर उठी आआअ आहाहा अहहाह अहहाह ऊऊ ओह्होहो करके उसके मुह से कामुक सिस्कारिया निकलने लगी. मैंने बिना देर किये हुए.. उसको नंगा करना शुरू कर दिया और उसका कुरता उतार दिया और उसने भी मेरी शर्ट को उतार दिया और एक तरफ फेंक दिया. उसने अपने हाथ को बढ़ा कर मेरी जीन्स के अन्दर हाथ डाल दिया. उसने मेरे लंड को एकदम से अपनी मुठ्ठी में भर लिया और उसको मस्ती में मसलने लगी. मैंने उसके चूचो को अपने हाथ में भर लिया और ब्रा के ऊपर से ही उसकी चूची को मसल रहा था. उसके निप्पल एकदम से टाइट हो गए थे. वो एकदम से वाइल्ड होने लगी और अब और भी ज्यादा बैचेन होने लगी थी. मुझ से भी अब रुका नहीं जा रहा था. उसने मेरी जीन्स को एकदम से तेजी से नीचे खीच दिया और साथ में ही मेरा अंडरवियर भी उतार दिया. मैंने भी उसकी सलवार को निकाल दिया और अब वो मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी. वो बोली – जान, देर किस बात की है. मुझे पूरी की पूरी नंगी कर दो.. मैंने ऐसा ही किया और उसकी ब्रा – पेंटी को उतार दिया.

उसकी गुलाबी चूत पर एक भी बाल नहीं था. मैंने तो उसको देख कर ही बावला हो गया. मैंने अपनी टंग उसकी गुलाबी चूत पर लगा दी और चाटने लगा. वो तड़पने लगी और उसकी सिस्कारिया तेज आवाज़ में पुरे कमरे में गूंजने लगी अहहाह अहः अहहह अहहाह… वो चिल्ला रही थी फक मी देव… फक मी… मैं उसकी चूत को चाटे जा रहा था और वो झड गयी थी. उसने अपना सारा माल मेरे मुह में निकाल दिया और अब मैंने उसे अपना लंड चूसने को बोला. तो उसने मेरा ६.५ इंच का लंड एकदम से अपने मुह में ले लिया और थोड़ी देर बाद, हम ६९ पोजीशन में आ गये और कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद, वो मुझ से चुदने के लिए रिक्वेस्ट करने लगी. फिर मैंने उसकी टाँगे चौड़ी कर दी और उसकी चूत में ऊँगली डालने लगा. वो सिसिया रही थी और सिहर रही थी. उसके मुह से अहः अहः अहहाह उम्म्म हम्म्म्म जैसी आवाज़े निकलने लगी थी. वो बोली, कि अब लंड डाल दो… मैंने मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर रखा और एक जोरदार धक्का मार दिया. उसकी चूत पूरी गीली थी और उस वजह से मेरा लंड एकदम से अन्दर चले गया और उसकी सील टूट गयी और वो चिल्लाने लगी थी.
उसकी चूत से खून निकलने लगा था और मुझे ख़ुशी थी, कि वो कवारी थी और मैंने अपना पहला सेक्स एक कवारी सील के साथ किया था. उसे बहुत दर्द हो रहा था. लेकिन बायोलॉजी टीचर होने की वजह से वो सब जानती थी. इसलिए उसने मुझ से ना रुकने को कहा और मैंने २ ही धक्को में अपने पुरे लंड को उसकी चूत में घुसा दिया. वो रोने लगी, पर मैं रुका नहीं और मैंने अपने धक्को की रफ़्तार को बड़ा दिया. कुछ देर बाद, उसे भी मज़ा आने लगा और मैंने उसकी टांगो को अपने कंधो पर रख लिया और उसको चोदने लगा. मैंने हर एंगल से उसकी चुदाई की. १५ मिनट तक उसको चोदने के बाद, हम दोनों झडने लगे और मैंने कहा, कि मुझे अपना माल तुम्हारे मुह में निकालना है. वो मान गयी और फिर हम दोनों ६९ की पोजीशन में लेट गये और मैंने अपना सारा माल उसके मुह में निकाल दिया और वो सारा का सारा पी गयी. उसने भी अपबा वीर्य मेरे मुह में छोड़ दिया. उसके बाद हमने पूरी रात में ३ बार चुदाई की. आज उसकी शादी हो चुकी है. पर वो मुझ से अभी भी चुदती है. हम दोनों को कब प्यार हो गया, पता ही नहीं चला. शादी के बाद उसका एक बेटा है और वो कहती है, कि वो उसके पति का नहीं है, मेरा है. उसकी शादी के बाद, मैं अकेले हो गया. मेरी चुदाई की ठरक बहुत ज्यादा बड चुकी है. अगर कोई चुदवाना चाहती है.. तो मुझे जरुर बताये.