माली ने चोदा मख्खन लगा के

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हाय फ्रेंड्स, आई ऍम आयशा फ्रॉम लखनऊ से. मेरी ऐज २० इयर्स हे. रंग फेर एंड मेरा फिगर हे ३४-२८-३६. में इस साईट की रेगुलर रीडर हूँ. काफी स्टोरीज पढ़ी तो सोचा मेरे साथ जो हुआ आपको बताऊ. मेरी फेमिली में हां ४ मेम्बर्स हे पापा,मोम, भाई एंड में. अब में सीधा स्टोरी माली पे आती हूँ. ये बात आज से दो साल पहले की हे जब में १८ की थी में बी.ऐ. के पेपर देकर फ्री थी. और गर्मियों के दिन थे तो घर पे बोरिअत महसूस करती थी. फिर में और मेरा भाई जिसका नाम दीपक हे और वो एज में मुझसे २ साल छोटा हे. ने मिलकर एक प्लान बनाया की इन छुट्टियों में हम अपने गाँव चले जाए. जहा हमारी काफी फसले भी थी और आम के बाग़ भी. तो हम ने पापा मोम से बात की और वो मान गए और हमने तैयारिया स्टार्ट की 2nd डे मोम, में और भाई तकरीबन ११ am को गाँव जाने के लिए रवाना हुए और शाम के ६.३० pm तक गाँव पहोच गए. वह हम सब फ्रेस हुए और थोड़ी देर बाद डिनर करके सो गए.

नेक्स्ट मोर्निंग मेरी आँख ९ am पे खुली तो मेने नास्ता किया और खेलने लग गए. अपनी फेमिली के साथ पूरा दिन गुजर गया और शाम के लगभग ४ बजे में और मेरा भाई अपना बाग़ देखने चले गए, जो हमारे घर से 4km के फासले पर था.

हम जब वहा पहोचे तो वहाँ कुछ आदमी बेठे थे. बहोत लम्बे चौड़े पहलवान टाइप के. उनमे से एक उठा और मुझे मेमसाब कह कर बुलाया. मुझे पता चल गया के वो हमारा माली हे और बाग़ की हिफाजत करता हे.

मेने उसको कहा की हमें सारा बाग़ देखना हे और उसने हां कर दी. वो आगे आगे चल रहा था और में और भाई पीछे पीछे. अभी हम थोडा सा घुमे ही थे की भाई थक गया और कहा की मुझसे और नहीं चला जाएगा. क्यूंकि मुझे सारा बाग़ देखना था मेने भाई को बाकी आदमियों के साथ रुका दिया और अकेले अपने माली के साथ बाग़ देखने निकल पड़ी.

में और माली बात करते करते चल रहे थे, मेरे पूछने पे उसने अपना नाम कुंदन बताया. वो लगभग ३२ साल का था, कद तकरीबन ६.२ ft का था, रंग सावला था. उसके पूछने पे मेने बताया की स्कूल की छुट्टियों में हम, मोम और भाई आये हे हफ्ते भर यहीं रहेंगे.

शाम हो आई थी और चलते चलते में अचानक सी गिर पड़ी मुझे उठाने के लिए जेसे ही वो निचे हुआ, मुझे उसका काला सा लंड नजर आया; क्यूंकि उसने लुंगी पहनी थी और अन्दर कुछ नहीं. मुझे बहुत हेरानी हुई खैर मेने अनदेखा किया और उसने मुझे उठाने के लिए पीछे से मेरी कमर पे हाथ रखा, और उठाते मेरे पैर फिसल गए और में उसकी गोद में जा गिरी. उस वक्त मेरी ३४ की गांड उसके लंड से टकराने लगी और मेरे बूब्स उसके मजबूत हाथो से दबे हुए थे. मुझे सारी बॉडी में करंट सा लगा. हडबड़ाहट में उठते वक्त मेरा हाथ उसके लंड से लगा जो अब और भी मोटा हो चूका था. चलते वक्त मेने उसकी लुंगी के उपर बने टेंट को २-३ बार नोटिस किया पर वो जेसे नार्मल था.

चलते चलते हम बहोत दूर निकल पड़े थे और अँधेरा छाने लगा था. पूरा बाग सुन सां था, दूर दूर तक किसी इंसान का नामो निसान नहीं. मुझे वापस आना था और डर भी लग रहा था. इतने में अचानक से आंधी तूफान आ गई और सारे दरख्त हिलने लगे मानो सब तहस नहस हो जाएगा. में बहोत डर गई थी की माली ने मेरा हाथ पकड़ा और कहा की मेरा घर पास ही में हे, वहा चलते हे. मेरे पास उसके साथ चलने के अलावा और कोई रास्ता भी नहीं था. मेने उसकी बात मानी और चल पड़ी. लगभग ५ मिनट चलने के बाद हम उसके घर पहुच गए जहाँ वो अकेला रहता था.

अन्दर आके उसने मुझे बेड पे बेठने को कहा, वो किचन में जाके मेरे लिए पानी लाया. में बेठी ही थी की अचानक से एक तेज हवा आई और उसकी लुंगी उड़ गई. अब वो मेरे सामने बिलकुल नंगा था, ओफ्फ्फ इतना

मोटा लंड

मेने आज तक नहीं देखा था. में पूरी शोकड थी. वो एसे ही मेरे पास आया तो में डर गई, उसने मेरा हाथ पकड़ा और लंड टच करवाया, में पूरी शिहर चुकी थी. फिर उसने मुझे लंड चूसने को कहा, मेरे ना कहने पे उसने जान से मार देने की धमकी दी. उसने कहा की अगर में उसकी बात ना मानु तो वो मेरा कतल कर देगा. और दुसरो को कहेगा की में आंधी की वजह से कहीं गूम गई हु.

में घबराहट में उसका ९ इंच लंबा और ३ इंच मोटा लंड चूस ने लगी. उम्मा उम् उम् उम उम उम्म्मम्म उम्म्म्म उम् उम् उम उम उम उम ऊउम्म्म उफ्फ्फ! उसका मोटा सा लंड मेरे गले में नहीं आ रहा था, मेने दोनों हाथो से उसका लंड पकड़ा और आगे पीछे करने लगी. उसने मेरे सारे कपडे एक ही झटके में उतार दिए, और अब में उसके सामने पूरी नंगी पड़ी थी.

मुझे समज नहीं आ रहा था की क्या करू. पर जेसे ही उसने मेरे ३२ के बूब्स को मुह में लिया में अपना सारा कण्ट्रोल खो बेठी, वो हेवानो की तरह मेरे बूब्स को खा रहा था. और में मजे में उफ्फ्फ उफ्फ्फ करके मोअन कर रही थी. में इतनी ज्यादा एक्साईट हो चुकी थी बयान नहीं कर सकती. मेरी चूत पूरी गीली हो चुकी थी मेने उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूत पे रख्खा तो वो बूब्स काटने के साथ साथ मेरी चूत को भी मसल ने लगा. वो एक एक कर मेरे बूब्स को चुस्ता और काट रहा था और मेरे वर्जिन चूत को आटा गूंदने की तरह निचोड़ रहा था. जब मुझसे रहा नहीं गया तो मेने उसके बालो को खीचा और उसका सर पकड़ कर अपनी चूत पे रख्खा.

फिर वो मेरी चूत चाटने लगा की और में अपनी गांड उपर निचे करके मजे लेने लगी. बहुत देर एसा करते करते अचानक वो उठा और मख्खन ले आया में कुछ पुछु उससे पहले उसने मुख्खन मेरी चूत पे लगाया और चाटने लगा. में तो जेसे जन्नत में चली गई थी, आःह्ह आःह्ह उफ्फ्फ हम्म्म्म उफ्फ्फ्फ़ हाआअ मम्ममऊऊम्मम्म !!!! और चुसो !!! हआआ….उफ्फ्फ…..फ़क.

में….आआआह्ह्ह्ह….हम्म्मम्म्म्मम्म………आआआह्ह्हह्ह्ह्ह…….उफ्फ्फ्फफ्फफ्फ्फ़.वो पागलो की तरह चूत कहते जा रहा था में इतने में ही दो बार झड़ चुकी थी.

फिर उसने अपना लंड मेरी चूत पे रख्खा और जोर से धक्का मारा. में तो जेसे मरने ही वाली थी की उसका मोटा काला लौड़ा फिसल गया. मेने पल भर के लिए राहत की सांस ली. उसने फिर ट्राय किया और फिर उसका लंड फिसल गया. क्यूंकि में वर्जिन थी और उसका घोड़े जेसा लंड मेरी चूत में जाना नामुमकिन था. पर उसने मेरी एक नहीं सुनी और अपने लंड पे ओइल लगाया.

बाप रे, उसका काला मोटा लंड अब और फुल गया था, उसकी वेंस जेसे के बहार आने वाली हो, उसने लंड मेरी चूत के मुह पे रख्खा और पुरे जोर से घुसाया. मेरे मुह से चीख निकल पड़ी आआआआआआअआआअआआआअ मर गई, आआआअह्ह्ह्हह…..उफफ्फ्फ्फ़……स्स्स्सस्स्स्स.

लेकिन वो नहीं रुका और मेरे पैर फाड़े, मेरी चूत पे थूक लगाया और फिर घुसाया. इस बार उसका लंड आधे से भी काम यानी तकरीबन ४ इच अन्दर गया होगा की मेरी चूत फट गई और ब्लीडिंग होने लगी. कुंदन अब धीरे से मुझे किस करने लगा, उसके मुहं से तम्बाकू की और दूसरी बदबू भी आ रही थी. लेकिन चुदाई के नशे में उसक वक्त मुझे कुछ पता नहीं चला. में भी उसे किस देने लगी और वो मेरे होंठो को काटने लगा. उसने फिर एक झटका दे के मुझे लंड का पूरा अनुभव चूत के अंदर करवा दिया. मेरी हालत ऐसी थी की कसाई की छुरी के निचे बकरी की होती हैं. चूत के अंदर ऐसा दर्द हो रहा था लेकिन दील कर रहा था की माली मुझे और जोर से चोदे. मेरी चूत खंडित हो गई थी और मुझे भी मजा आने लगा था. कुंदन ने लंड ऐसे ही एक मिनिट चूत में रहने दिया और फिर वो अपनी गांड को धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा. उसका लंड अब मेरी चूत के अंदर चलने लगा और मैं भी उसके कंधे पकड के अपनी गांड को हिलाने लगी. कुंदन ने मेरी कमर पकड़ी और वो जोर जोर से मुझे चोदने लगा.

उसका लंड अब किसी ट्रेन की तरह चूत में फट फट अंदर बहार हो रहा था. मेरे पसीने छूट चुके थे. बहार पानी बरस रहा था बिलकुल वैसे ही जैसे मेरी चूत अंदर पानी बहा रही थी. मैं और एक बार झड़ चुकी थी लेकिन कुंदन अभी थका नहीं था. वो लंड को पूरा अंदर बहार करने लगा था. उसके पीले दांत मेरे बूब्स को काट रहे थे, तभी उसके बदन में एक झटका लगा. उसने फट से अपना लंड बहार निकाला और उसके लंड की धार मेरे बूब्स के उपर आ गई. उसने अपना वीर्य खुद ही चाटा और फिर हम लोग कपडे पहन के बैठ गए.

उसने मुझे पूछा की मजा आया क्या. मैं हंस पड़ी और वो समझ गया. फिर उसने मुझे बाथरूम दिखाया और मैं फ्रेश हो आई. मैंने कहा चलो मुझे छोड़ दो वापिस तो वो बोला अब आई हो तो थोडा मजा कर के जाओ. उसने 10 मिनिट के बाद फिर से मुझे चोदा और इस बार तो कुतिया बना के अपने लंड को मेरे पेट में उतार दीया था. बहार बारिश कम हुई और वो मुझे हमारे घरतक छोड़ गया. सच में माली के साथ की यह चुदाई इतनी हसीन थी की आजतक ऐसा लंड मुझे नहीं मिला हैं. मैं ऐसे ही ९ इंचे लंड की तलाश में हु जो मुझे अपने ऊपर झुलाए…!