मैं अहमदाबाद गुजरात में रहता हु अपनी फॅमिली के साथ. मैं इस वेबसाइट का रेगुलर रीडर हु और मैंने यहाँ पर बहुत सी चुदाई की कहानियां पढ़ी है, उनमे से कुछ रियल लगी और कुछ लिखी हुई. तो मैंने भी सोचा, कि मैं भी अपनी एक रियल स्टोरी लिखू. आप लोगो को ज्यादा बोर ना करते हु, मैं सीधा स्टोरी पर आता हु. ये स्टोरी मेरे फर्स्ट सेक्स की है. उसका रियल नाम मैं यहाँ पर नहीं बता सकता, लेकिन यहाँ पर चुदाई स्टोरी में नाम के लिए, मैं उसे प्रिया कह कर बुलाता हु.
ये स्टोरी आज से ६ साल पहले की है. प्रिया नई – नई मेरे पड़ोस में रहने आई थी. दिखने में वो बहुत सेक्सी थी २६-२४-२८ का फिगर था. एकदम मस्त कयामत लड़की थी वो. उसे पहली बार देखते ही, मैं उसके प्यार में पड़ गया. पर मेरी उससे कुछ भी कहने की हिम्मत नहीं होती थी. वो बहुत ही सेक्सी दिखती थी और उसको देखते ही मेरा लंड उसको सलामी देने लग जाता था.एक दिन (वो दिन मैं कभी नहीं भूल सकता) मैं उसकी गली से गुज़र रहा था, तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया. कसम से मेरे पुरे शरीर में करंट दौड़ गया. उसने अपने प्यार का इज़हार कर दिया. फिर हम मिलने लगे और एक दिन उसका फोन आया, कि घर में कोई नहीं है. मैं चुपके से उसके घर में दाखिल हुआ. जैसे ही वो दरवाजा लॉक करके पीछे मुड़ी, मैंने उसे वहीं पकड़ लिया और एक जोर दार लिप किस की और लिप लॉक कर लिया. मैंने उसके चुचे दबाते हुए उसकी किस कर रहा था. उसके मुह से तेज सिसकारी निकलने लगी. वो बोली – ये सब कुछ कर लेंगे, अन्दर तो चलो. फिर हम अन्दर उसके बेडरूम में घुस गये और मैंने उसे उठा कर बेड पर पटक दिया. फिर मैं उसके ऊपर चढ़ गया. मैंने उसके लिप्स पर अपने लिप्स रख दिए और उसका रसपान करने लगा. वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी.
फिर मैंने उसकी टॉप को एक ही झटके में उतार फेंका.. वाओ… क्या कयामत लग रही थी.. वो. प्रिया पिंक कलर की ब्रा में थी, जोकि मैं उसे उसके बर्थडे गिफ्ट में दी थी. उसके छोटे – छोटे बूब्स मुझे पागल बना रहे थे. मेरा लौड़ा बेकाबू हो रहा था उसकी चूत मारने को. मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल कर उसके बूब्स को आजाद कर दिया. फिर मैंने उसके खुले हुए चूचो पर अपनी पकड़ जमाई और उसके बूब्स हलके – हलके दबाने लगा. उसके मुह से प्यार भरी आवाज़े निकल रही थी अहहः हहह्हा हहहहः ऊउम्मम्म जानू… दबाओ ना.. और जोर से दबाओ ना… मैं पागलो की तरह उसके मजे लिए जा रहा था. मैंने चूस – चूस कर उसके बूब्स लाल टमाटर की तरह कर दिए थे. कभी लेफ्ट बूब्स चूसता और कभी राईट. मेरा लौड़ा पेंट फाड़ने को हो रहा था. मैंने उसका लेफ्ट हाथ पकड़ कर अपने लौड़े को टच करवाया, तो वो डर गयी और कहने लगी. ये मेरा फर्स्ट टाइम है. मैं तो जैसे ये सुन कर हवा में उड़ने लगा था. फिर मैंने एक साथ उसकी सलवार और पेंटी दोनों उतार दी.उसकी चूत देख कर मैं तो पागल ही हो गया. धीरे – धीरे उसकी चूत के दाने को ऊँगली से रगड़ने लगा और वो बहुत लाउडली मोअन करने लगी, आआहहाआ आआआअ.. आहाहहः उम्म्म्मम्म उम्म्म्मम्म अहहहहः उम्म्म्मम्म उईईईइ उईइम्ममाआअ… मररर रर ररर ररर ररर ररर ररर ररर गयीईईईईईस्सस्सस्सस्स.. धीरे – धीरे मैं उसकी नाभि से होता हुआ, उसकी चूत तक पहुच गया और उसकी चूत में जीभ डाल कर उसकी चूत को चाटने लगा. मुझे बड़ा ही मज़ा आ रहा था उसकी चूत चाटने में. उसका नमकीन पानी मेरी हवस को और भी बढावा दे रहा था और उस पर वो अहहह्हः अहह्हः आआआआ म्मम्मम्म म्मम्मम उम्म्म्मम्म ऊऊऊऊईईईईइमा आआआआ जनूऊऊऊऊऊउ आओअओअओअओ ओओओओं की आवाज़े कर रही थी और ये आवाज़े मुझे मदहोश कर रही थी. थोड़ी ही देर की ओरल चुदाई में, उसने ढेर सारा पानी छोड़ दिया और निढाल होकर लेट गयी. मैंने अपनी पेंट को उतार कर साइड में फेंक दिया और उसे अपना लौड़ा चूसने को कहा. मैंने ये सब ब्लू फिल्म में देखा था.
उसको मैंने मेरे लौड़ा चूसने को कहा, पर उसने मना कर दिया और बहुत मानने पर उसने अपने होठ, मेरे लंड के टोपे पर रखे. मैं तो जैसे जन्नत में पहुच गया था. वो धीरे – धीरे मेरे लौड़े को चूसने लगी. बहुत मज़ा आ रहा था मुझे. मुझे लग रहा था, कि मेरा छुटने वाला है, तो मैंने उसे अपने लौड़े से अलग किया और उसकी गोरी – गोरी टांगो के बीच में आ गया और अपने लौड़े को उसकी चूत से रगड़ने लगा. उसके मुह से सिस्कारिया निकलने लगी. मैंने जैसे ही एक झटका मारा, लंड फिसल कर उसकी चूत से बाहर आ गया और उसके मुह से दर्द भरी आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् निकल गयी. मैंने फिर थोड़ा रुका और उसकी चूत पर लौड़े को सेट किया और उसे लिप लॉक किया और किस करने लगा. मैंने उसके मम्मे भी दबाने शुरू कर दिए. फिर एक जोर दार झटका मारा और मेरा लंड उसकी चूत फाड़ते हुए आधा अन्दर चले गया, वो चिल्लाने लगी आआआआआआअ आआआ अहहहहः अहहहः मारररर र्रर्र र्रर्र र्रर्र र्रर्र र्रर्र डाला… उसकी चूत खून से भर गयी और मैं थोड़ा रुका और वो जैसे ही थोड़ी शांत हुए, मैंने एक और जोर दार झटका मारा और मेरा पूरा ७ इंच का शैतान उसकी चूत में समा गया.मैं हलके – हलके झटके मारने लगा और वो भी थोड़ी नार्मल हो गयी और गांड उठा – उठा कर मेरे झटको का जवाब देने लगी. वो मस्ती में मोअन कर रही थी… चोदो मेरी जान… चोदो… और जोर से चुसो… अहहहः आआआआ आआअह्ह्ह्ह्ह् और जोर से और जोर से … मैं जोश में आ गया था और मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और धकधक उसे चोदने लगा. फिर १० मिनट के बाद, मैं झड़ गया. इसी बीच वो एक और बार झड़ चुकी थी. हमने थोड़ा रेस्ट किया और मैं उसकी गोरी – गोरी बाहों में ही पड़ा – पड़ा उसके बूब्स चूसता रहा और फिर एक बार मेरा लौड़ा खड़ा हो गया. मैंने उसे डॉगी स्टाइल में आने को कहा. फिर मैंने उसके पीछे जाकर, उसकी चूत में लौड़ा घुसाया. इस बार वो नार्मल थी, गांड आगे पीछे करके मेरा साथ दे रही थी. मैंने करीब ३० मिनट तक उसे जम कर चोदा और चोद – चोद कर उसे निहाल कर दिया और मैं भी निहाल हो गया. मैंने अपना सारा पानी उसकी चूत में छोड़ दिया और उसके ऊपर ही लेट गया. फिर हमने कपड़े पहने और मैं अपने घर आ गया.
तो दोस्तों, ये थी मेरे पहले सेक्स की कहानी. उसके बाद तो जब भी हमने मौका मिला, हमने जमकर चुदाई का मज़ा लिया.