हाई फ्रेंड, मेरा नाम विजय है और मैं दिल्ली का रहने वाला हु. ये कहानी एक हॉट आंटी की चूत चुदाई की हैं. मेरी ऐज २६ है और अब मैं सीधे स्टोरी पर आता हु. ये कुछ मंथ्स पहले की बात है, एक बार मैं अपने फ्रेंड के साथ उसके अंकल के यहाँ गया था. उनके अंकल के घर में अंकल आंटी और उनके दो बच्चे थे और उनका एक भाई भी रहता था. जब हम लोग वहां पहुचे, तो मैं आंटी को देख कर दंग रह गया और वो बस सलवार और कुर्ती में थी. आंटी की ऐज ३६ है और उनका नाम प्रिया है. आंटी बहुत ही ब्यूटीफुल है और उनका फिगर बहुत अच्छा था. हम वहां बैठ गये और बातें करने लगे. जब भी आंटी झुकती थी, तो मैं उनके बूब्स को देख लेता था. एक दिन ऐसे ही बीत गया था. आंटी ने नोटिस कर लिया था, कि मैं उनके बूब्स को घुर रहा हु. एक विक बाद, फिर मैं उधर किसी काम से गया और मन में सोचा, कि क्यों ना आंटी से मिलता चलू. मैंने जैसे ही डोरबेल बजायी और आंटी ने दरवाजा खोला. मुझे देख कर वो खुश हो गयी.
मैंने पूछा – सब कहाँ पर है? उन्होंने बताया, कि अंकल काम पर गए है. उन्होंने मुझे अन्दर बुलाया और पानी पिलाया. उस दिन उन्होंने नाइटी पहनी हुई थी. हम दोनों ने १५ मिनट तक बातें की और मैं कहा – अब मैं चलता हु आंटी. मैं जैसे ही उठने लगा, तो वो बोली – खाना खा कर जाओ. खाने का वक्त हो गया है. मैं बैठ गया और वो खाना बनाने से पहले नहाने चली गयी. उनकी ब्रा और पेंटी मेरे सामने पड़ी हुई थी. मैंने उनके ब्रा और पेंटी को देखने लगा. उनकी ब्रा का साइज़ ३६सी था. वो नहा कर बाहर आई. क्या मस्त लग रही थी वो. उसके बाद आंटी ने मुझ से पूछा – अकेले रूम लेकर रहते हो? मैंने कहा – जी आंटी. कोई दोस्त बनायीं हुई है? मैंने कहा – नहीं आंटी. वो किचन में चली गयी और खाना बनाने लगी. मैं उनके पास जाकर खड़ा हो गया और बातें करने लगा और हम फिर मजाक भी करने लगे. आंटी ने कहा – कितनी गर्लफ्रेंड है ? मैंने कहा – एक भी नहीं है. मैंने भी आंटी से कहा – आपके कितने बॉयफ्रेंड है? तो वो बोली – अब औरत में कुछ नहीं बचा है. मैंने कहा – आप ऐसे क्यों बोल रही हो? आप में तो बहुत कुछ है.. वो एकदम से हसने लगी और मैं ने पानी लेने का बहाने से उनको पीछे टच कर दिया. आंटी को कहा – आप अभी भी दो – चार लोगो को एक साथ टहला सकती हो. वो बोली – ऐसी बात नहीं है.
आंटी की आईज में बहुत प्यार दिख रहा था. मैंने उनको पीछे से पकड़ लिया और बात करने लगा. वो कुछ नहीं बोल रही थी. मैंने उनके बूब्स को दबाने लगा और वो पागलो की तरह मुझ को किस कर रही थी. हम दोनों गरम हो गए थे. मैंने उनके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया और फिर एक हाथ से उनके नीचे सहलाने लगा. वो गीली हो गयी थी. मैंने किचन में ही उनके पैरो को ऊपर करके आंटी की चूत को चाटना शुरू कर दिया. वो पूरी फायर हो रही थी. वो बस आँखे बंद करके खड़ी थी और फिर मैंने अपना निकाल कर उनके साथ में दे दिया. वो मस्त होकर मज़े ले रही थी. अब हम दोनों से रहा नहीं जा रहा था. मैंने उनको वहीँ किचन में एक लेग उठाकर अपना सेट किया. वो पूरी तरह से तैयार थी. मैंने पुश किया, तो वो थोड़ा अहहाह अहहह अहहाह की आवाज़ निकाली और मैंने अपना पूरा अन्दर डाल दिया. वो.. वो एकदम सिहर गयी और मैंने स्पीड बड़ा दी और पुरे १५ मिनट तक चोदा. आंटी को उठा कर किचन की सीट पर बैठाया और अपनी जीभ को आंटी की चूत में डाल कर चाटने लगा. वो पूरी गरम हो गयी थी. मैंने आंटी का पूरा रस पी लिया था अहहाह अहः अहः अहः ऊओहोहोह की आवाज़े उनके मुह से निकल रही थी. फिर मैंने उनके बूब्स को पीना शुरू कर दिया. आंटी के बूब्स को २५ मिनट तक पीने का मज़ा आ गया था मुझे. फिर मैंने उनकी ब्रा को खोल कर फेंक दिया. उनकी गांड भी बहुत मस्त थी. मैंने उनके मुह में अपना डाल दिया और आंटी उसे पुरे मज़े से चूस रही थी.
फिर मैंने वहीं पास में रखा हुआ तेल उठाया और फिर अपने लंड पर लगा दिया और उसको चिकना कर लिया और फिर उनकी गांड पर लगा कर सेट किया. वो बोली – धीरे से डालना. बहुत दर्द होगा. उन्होंने बताया, कि अंकल का ज्यादा बड़ा नहीं है. मैंने एक बार में ही डाल दिया. वो चीख पड़ी बट धीरे से. अब उनकी बहुत मज़ा आ रहा था. आंटी पुरे जोश में चुद रही थी. पुरे १० मिनट की चुदाई के बाद, मैंने पूरा का पूरा पानी उनकी गांड में डाल दिया. उनकी पूरी बॉडी को किस करता रहा और मदहोश होकर मज़े ले रही थी. आंटी ने कहा – आई लव यू. मैंने भी आई लव यू टू कहा. वो मेरे लंड से खुश थी और अब वो भी निकल चुकी थी. उसके बाद हम दोनों बेडरूम में गए और वहां पर भी किया. उस दिन पुरे ३ बजे तक किया. ये सब करते टाइम, एक बगल की भाभी ने देख लिया और मुस्कुरा कर चली गयी. आंटी ने कहा वो खुद ही अपने नौकर से चुदती है. आंटी ने बताया, कि उसका पति हमेशा बाहर ही रहता है. आंटी ने लम्बा किस किया और बोली – आज के बाद, जब भी मन करे तो आ जाना. मैंने पुरे मंथ उनकी चुदाई की और हम दोनों कई बार बाहर भी मिले. आंटी ने मुझे अपने बहुत से दोस्तों से भी मिलवाया और मैं अब उनके काफी दोस्तों को भी चोद चूका हु. १५ जून को फिर मिलने मैं आंटी के घर गया. उस दिन मैंने देखा, आंटी ने मुझे अपनी सिस्टर से मिलवाया, जो ३८ की थी.
उसका नाम नेहा है और वो उनके पास में ही रहती है. नेहा आंटी भी बहुत मस्त माल है. नेहा एक स्कूल में टीचर है. उनके पति आर्मी में जॉब करते है और वो घर पर अकेले ही रहती है. मैंने उनको नमस्ते किया और नेहा ने मुझे गले से लगाया और प्रिया से बोली – मस्त है. प्रिया ने कहा – आप ले जा सकती हो. नेहा ने मुझे उसके साथ चलने को कहा. हम दोनों फिर उनके फ्लैट में पहुचे और नेहा ने मुझे बैठने को कहा और खुद किचन में चली गयी. वहां से वो कुछ खाने के लिए लेकर आई. मैंने कहा – मुझे पीना भी है. नेहा ने बोला – अभी सब मिलेगा. हम सब हस पड़े. नेहा ने बताया, कि उसके पति इयर में बस एक या दो बार ही आते है. मैंने नेहा की तड़प को पहचान लिया और नेहा ने कहा – मैं नहा कर आती हु. मैंने कहा – मैं भी नहाना चाहता हु. वो हसी और बोली – ठीक है. हम दोनों बाथरूम में गए और मैंने एक – एक करके नेहा के पुरे कपड़े उतार दिए और वो पूरी नंगी हो गयी. मैंने भी सारे उतार दिए. आंटी की चूत एकदम क्लीन थी. मैंने उसे किस करना शुरू किया और वो मेरा पूरा साथ दे रही थी. हम सब गरम हो चुके थे. मैं किचन में से जाकर हनी ले आया और उसके बूब्स पर गिरा दिया और उसको मस्ती में चूसने लगा.
फिर चूत पर भी गिरा दिया. अब चूत को चाटना शुरू कर दिया और पूरी चूत को साफ़ कर दिया. वो बस सिस्कारिया ले रही थी. मैंने लंड पर भी गिरा दिया और वो भी लोलीपोप लो तरह चूस रही थी. अब हम दोनों से कण्ट्रोल नहीं हो रहा था. हम दोनों वेसे ही बाहर बेडरूम में आये. नेहा ने कहा – आज मैं पूरी रात तुम्हारी हु जानू. मैंने हाँ कहा. नेहा ने कहा – आज तुम्हारी सुहागरात है. हम एकदूसरे को किस करते रहे और जब चुदाई का टाइम आया. मैंने लंड आंटी की चूत पर सेट किया और डालने लगा. क्या कसी हुई चूत थी. नेहा बोली – ५ मंथ्स हो गए लंड लिए हुए.. अब मैंने स्पीड बड़ा दी. पुरे रूम में अआगागा अगगाग अगगागा अग्ग इऐइऐअ ऊउम्म्म हम्म्म्म अगगाग की आवाज़े आ रही थी. नेहा ने कहा – आज बहुत दिनों बाद मज़ा आया है. नेहा को उस दिन मैंने दो बार चोदा.. अब रात होने वाली थी.. नेहा ने कहा, कि आज रात हम पति और पत्नी की तरह रहेंगे. वो मुझे बाहर जाने के लिए बोली और मैंने बाहर आ कर वेट करने लगा. ४५ मिनट बाद, जब मैं रूम में गया. तो रूम पूरा महक रहा था. और नेहा रेड कलर की साड़ी पहन कर बैठी थी. मैंने उसको उठाया और किस किया. उसकी पूरी लिपस्टिक को चाट – चाट कर साफ़ कर दिया. मैंने पहले उसको पूरी तरह से गरम किया और चोदने लगा. हम पुरे नंगे थे और सुबह चार बजे तक हमारी चुदाई चली और फिर हम ऐसे ही नंगे सो गए. १० बजे प्रिया आंटी का फ़ोन आया और नेहा ने बात की और बोली – आज से ये मेरा भी है और हम सब एक ही चादर में नंगे थे.. नेहा ने कहा, आज रात जाकर मेरी सुहागरात पूरी हुई है. फिर मैंने शाम उसकी और चुदाई की और कपड़े पहन कर वापस चले आया.